लिवर और किडनी को डैमेज तो नहीं कर रहीं पेन किलर्स, बात-बात पर खा लेते हैं तो हो जाएं सावधान
Painkiller Side Effect: आजकल की तेज जिंदगी में हर कोई चाहता है कि दर्द मिनटों में गायब हो जाए. सिर दर्द हो, पीरियड्स की ऐंठन हो या फिर थकावट से आई मांसपेशियों की जकड़न. बिना सोचे-समझे बस एक पेन किलर की गोली निगल लेना जैसे आदत बन चुकी है और शायद आपको भी ये लगता हो कि एक छोटी-सी गोली से क्या फर्क पड़ता है? लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये छोटी-सी राहत की गोली धीरे-धीरे आपकी लिवर और किडनी की सेहत पर भारी पड़ सकती है? कई लोग तो दिन में दो-तीन बार भी पेन किलर ले लेते हैं, बिना यह जाने कि इसका प्रभाव कितना गंभीर हो सकता है. पेन किलर्स कैसे काम करते हैं? पेन किलर्स जैसे कि Paracetamol, Ibuprofen, Diclofenac आदि दर्द और सूजन को कम करने के लिए शरीर में मौजूद प्रोस्टाग्लैंडिन नामक केमिकल के निर्माण को रोकते हैं. ये केमिकल दर्द का अहसास कराते हैं, इसलिए जब इनका स्तर घटता है तो हमें राहत मिलती है. ये भी पढ़े- घरेलू तरीकों से पाएं विटिलिगो से राहत, जानें आसान और प्राकृतिक उपाय क्यों होनी चाहिए सावधानी? लिवर पर असर Paracetamol का अधिक मात्रा में सेवन लिवर के लिए जहरीला साबित हो सकता है. यह लिवर सेल्स को डैमेज कर सकता है और लंबे समय तक सेवन करने से हेपेटाइटिस या लिवर फेलियर की नौबत आ सकती है. किडनी पर असर NSAIDs (जैसे Ibuprofen, Diclofenac) किडनी की रक्त आपूर्ति को प्रभावित करते हैं. यह धीरे-धीरे किडनी फंक्शन को कमजोर कर सकते हैं और क्रॉनिक किडनी डिजीज का कारण बन सकते हैं. ब्लड प्रेशर और हार्ट प्रॉब्लम्स लगातार NSAIDs लेने से हाई ब्लड प्रेशर और हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा भी बढ़ता है, खासकर बुजुर्गों में. कब हो जाएं सतर्क? अगर आप हर छोटी परेशानी पर गोली खा रहे हैं लंबे समय से पेन किलर का लगातार सेवन कर रहे हैं बिना डॉक्टर की सलाह के दवा ले रहे हैं दर्द से राहत के सुरक्षित उपाय गुनगुनी सिकाई या हॉट वॉटर बैग हल्का व्यायाम या योग पर्याप्त नींद और हाइड्रेशन पेन किलर एक जरूरी और फायदेमंद दवा है. लेकिन जरूरत से ज्यादा या बार-बार सेवन करने से यह राहत नहीं, बल्कि शरीर के लिए धीमा ज़हर बन सकता है. इसलिए अगली बार जब दर्द हो, तो सबसे पहले खुद से पूछिए, क्या वाकई मुझे अभी ये दवा चाहिए? ये भी पढ़ें: बरसात में इन 5 बीमारियों का रहता है खतरा, कहीं आप तो नहीं है इसके शिकार Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Painkiller Side Effect: आजकल की तेज जिंदगी में हर कोई चाहता है कि दर्द मिनटों में गायब हो जाए. सिर दर्द हो, पीरियड्स की ऐंठन हो या फिर थकावट से आई मांसपेशियों की जकड़न. बिना सोचे-समझे बस एक पेन किलर की गोली निगल लेना जैसे आदत बन चुकी है और शायद आपको भी ये लगता हो कि एक छोटी-सी गोली से क्या फर्क पड़ता है? लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये छोटी-सी राहत की गोली धीरे-धीरे आपकी लिवर और किडनी की सेहत पर भारी पड़ सकती है? कई लोग तो दिन में दो-तीन बार भी पेन किलर ले लेते हैं, बिना यह जाने कि इसका प्रभाव कितना गंभीर हो सकता है.
पेन किलर्स कैसे काम करते हैं?
पेन किलर्स जैसे कि Paracetamol, Ibuprofen, Diclofenac आदि दर्द और सूजन को कम करने के लिए शरीर में मौजूद प्रोस्टाग्लैंडिन नामक केमिकल के निर्माण को रोकते हैं. ये केमिकल दर्द का अहसास कराते हैं, इसलिए जब इनका स्तर घटता है तो हमें राहत मिलती है.
ये भी पढ़े- घरेलू तरीकों से पाएं विटिलिगो से राहत, जानें आसान और प्राकृतिक उपाय
क्यों होनी चाहिए सावधानी?
लिवर पर असर
Paracetamol का अधिक मात्रा में सेवन लिवर के लिए जहरीला साबित हो सकता है. यह लिवर सेल्स को डैमेज कर सकता है और लंबे समय तक सेवन करने से हेपेटाइटिस या लिवर फेलियर की नौबत आ सकती है.
किडनी पर असर
NSAIDs (जैसे Ibuprofen, Diclofenac) किडनी की रक्त आपूर्ति को प्रभावित करते हैं. यह धीरे-धीरे किडनी फंक्शन को कमजोर कर सकते हैं और क्रॉनिक किडनी डिजीज का कारण बन सकते हैं.
ब्लड प्रेशर और हार्ट प्रॉब्लम्स
लगातार NSAIDs लेने से हाई ब्लड प्रेशर और हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा भी बढ़ता है, खासकर बुजुर्गों में.
कब हो जाएं सतर्क?
अगर आप हर छोटी परेशानी पर गोली खा रहे हैं
लंबे समय से पेन किलर का लगातार सेवन कर रहे हैं
बिना डॉक्टर की सलाह के दवा ले रहे हैं
दर्द से राहत के सुरक्षित उपाय
गुनगुनी सिकाई या हॉट वॉटर बैग
हल्का व्यायाम या योग
पर्याप्त नींद और हाइड्रेशन
पेन किलर एक जरूरी और फायदेमंद दवा है. लेकिन जरूरत से ज्यादा या बार-बार सेवन करने से यह राहत नहीं, बल्कि शरीर के लिए धीमा ज़हर बन सकता है. इसलिए अगली बार जब दर्द हो, तो सबसे पहले खुद से पूछिए, क्या वाकई मुझे अभी ये दवा चाहिए?
ये भी पढ़ें: बरसात में इन 5 बीमारियों का रहता है खतरा, कहीं आप तो नहीं है इसके शिकार
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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