जब भी भारत-पाकिस्तान के बीच हुआ तनाव, कितना गिरा दोनों देशों का शेयर बाजार, ये है इतिहास

India Pak Tension Impact on Stock Market: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को 26 पर्यटकों की हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर से तनाव काफी बढ़ चुका है. पहल से ही रिश्तों में खटास के बीच इस घटना ने आग में घी का काम किया है. इसके बाद भारत ने जहां सिंधु जल समझौता रद्द करने समेत कई कड़े कदम उठाए और पड़ोसी देशों के राजनयिकों की संख्या कम कर दी तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान भी जवाबी कदम उठा रहा है. दोनों देशों के बीच रिश्तों में बढ़ते इस तनाव का सीधा असर शेयर बाजारों पर पड़ रहा है.  बाजार के जानकारों का मानना है कि अगर इसी तरह तनाव बढ़ता रहता है तो बाजार में अनिश्चितताएं बनी रहेंगी और निवशको में डर का माहौल होगा. गौरतलब है कि पिछले हफ्ते लगातार सात दिनों की तेजी पर भारतीय शेयर बाजार में उस वक्त ब्रेक लग गया जब भारत-पाकिस्तान दोनों ही देशों के बीच ये तनाव पहलगाम की घटना के बाद बढ़ गया. शेयर बाजार पर तनाव का असर बीते हफ्ते की अगर बात करें को बीएसई सेंसेक्स 79212.53 के लेवल पर बंद हुआ था जबकि निफ्टी 50 में एक फीसदी का इजाफा देखने को मिला था. निफ्टी 50 करीब 0.80 फीसदी चढ़कर 24,039.35 पर बंद हुआ था. ब्रोकरेज फर्म आनंद राठी की रिपोर्ट को अगर मानें तो करीब चौबीस साल पहले जब वाजपेयी की केन्द्र में सरकार थी, उस वक्त साल 2001 में भारतीय संसद पर हमला किया गया था. उस वक्त की स्थिति को अगर छोड़ दें तो भारत और पाकिस्तान के तनाव के समय भारतीय स्टॉक मार्केट में कभी भी 2 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट नहीं देखी गई थी. हालांकि, उस वक्त भी मार्केट पर ग्लोबल फैक्टर खासकर S&P 500 में करीब 30% की गिरावट का ज्यादा प्रभाव रहा था. इस रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि ऐतिहासिक अनुभवों और मौजूदा वैश्विक जोखिम के वैल्यूएशन के आधार पर अगर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव में और इजाफा होता है तो निफ्टी 50 में 5 से 10% से ज्यादा की गिरावट नहीं देखने को मिलेगी. कौन से शेयर पर ज्यादा असर ब्रोकरेज फर्म की रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि औसतन जियो-पॉलिटिकल टेंशन के दौरान शेयर मार्केट में 7 प्रतिशत तक का करेक्शन आपको देखने को मिल सकता है. गौरतलब है कि पहलगाम में टूरिस्ट्स पर हमले के बाद एविएशन कंपनियों और होटल के शेयरों में जबरदस्त विकवाली देखने को मिली है. कई इन्वेस्टर्स इस बात से डरे हैं कि पहलगाम  की घटना का टूरिज्म पर बुरा असर होगा और होटल व एविएशन कंपनियों के कारोबार पर असर होगा. यही वजह है कि इन स्टॉक्स में जोरदार बिकवाली दिखी. ये भी पढ़ें: 'वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच इन्वेस्ट के लिए पहली पसंद भारत', RBI गवर्नर ने कहा- निवेशकों को मिलेगी पूरी मदद

Apr 28, 2025 - 11:30
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जब भी भारत-पाकिस्तान के बीच हुआ तनाव, कितना गिरा दोनों देशों का शेयर बाजार, ये है इतिहास

India Pak Tension Impact on Stock Market: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को 26 पर्यटकों की हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर से तनाव काफी बढ़ चुका है. पहल से ही रिश्तों में खटास के बीच इस घटना ने आग में घी का काम किया है. इसके बाद भारत ने जहां सिंधु जल समझौता रद्द करने समेत कई कड़े कदम उठाए और पड़ोसी देशों के राजनयिकों की संख्या कम कर दी तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान भी जवाबी कदम उठा रहा है. दोनों देशों के बीच रिश्तों में बढ़ते इस तनाव का सीधा असर शेयर बाजारों पर पड़ रहा है. 

बाजार के जानकारों का मानना है कि अगर इसी तरह तनाव बढ़ता रहता है तो बाजार में अनिश्चितताएं बनी रहेंगी और निवशको में डर का माहौल होगा. गौरतलब है कि पिछले हफ्ते लगातार सात दिनों की तेजी पर भारतीय शेयर बाजार में उस वक्त ब्रेक लग गया जब भारत-पाकिस्तान दोनों ही देशों के बीच ये तनाव पहलगाम की घटना के बाद बढ़ गया.

शेयर बाजार पर तनाव का असर

बीते हफ्ते की अगर बात करें को बीएसई सेंसेक्स 79212.53 के लेवल पर बंद हुआ था जबकि निफ्टी 50 में एक फीसदी का इजाफा देखने को मिला था. निफ्टी 50 करीब 0.80 फीसदी चढ़कर 24,039.35 पर बंद हुआ था. ब्रोकरेज फर्म आनंद राठी की रिपोर्ट को अगर मानें तो करीब चौबीस साल पहले जब वाजपेयी की केन्द्र में सरकार थी, उस वक्त साल 2001 में भारतीय संसद पर हमला किया गया था. उस वक्त की स्थिति को अगर छोड़ दें तो भारत और पाकिस्तान के तनाव के समय भारतीय स्टॉक मार्केट में कभी भी 2 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट नहीं देखी गई थी.

हालांकि, उस वक्त भी मार्केट पर ग्लोबल फैक्टर खासकर S&P 500 में करीब 30% की गिरावट का ज्यादा प्रभाव रहा था. इस रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि ऐतिहासिक अनुभवों और मौजूदा वैश्विक जोखिम के वैल्यूएशन के आधार पर अगर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव में और इजाफा होता है तो निफ्टी 50 में 5 से 10% से ज्यादा की गिरावट नहीं देखने को मिलेगी.

कौन से शेयर पर ज्यादा असर

ब्रोकरेज फर्म की रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि औसतन जियो-पॉलिटिकल टेंशन के दौरान शेयर मार्केट में 7 प्रतिशत तक का करेक्शन आपको देखने को मिल सकता है. गौरतलब है कि पहलगाम में टूरिस्ट्स पर हमले के बाद एविएशन कंपनियों और होटल के शेयरों में जबरदस्त विकवाली देखने को मिली है. कई इन्वेस्टर्स इस बात से डरे हैं कि पहलगाम  की घटना का टूरिज्म पर बुरा असर होगा और होटल व एविएशन कंपनियों के कारोबार पर असर होगा. यही वजह है कि इन स्टॉक्स में जोरदार बिकवाली दिखी.

ये भी पढ़ें: 'वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच इन्वेस्ट के लिए पहली पसंद भारत', RBI गवर्नर ने कहा- निवेशकों को मिलेगी पूरी मदद

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