चीन पर दिख रहा ट्रंप के टैरिफ का असर, अगस्त में एक्सपोर्ट की रफ्तार पड़ी धीमी; महज 4.4 परसेंट रहा ग्रोथ
China Export Growth Slows: चीन का एक्सपोर्ट अगस्त के महीने में बढ़ा है, लेकिन पहले के मुकाबले इसकी ग्रोथ धीमी रही है. अगस्त में चीन का एक्सपोर्ट 321.8 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले साल अगस्त के मुकाबले 4.4 परसेंट ज्यादा है. हालांकि, यह जुलाई में हुए 7.2 परसेंट के एक्सपोर्ट ग्रोथ से कम है. इस बीच, इम्पोर्ट 219.5 अरब डॉलर रहा, जो 1.8 परसेंट की बढ़त को दर्शाता है. चीन-अमेरिका के बीच व्यापार अधिशेष बना मुद्दा चीन का अमेरिका और यूरोपीय यूनियन जैसे प्रमुख व्यापारिक साझेदारों के साथ व्यापार अधिशेष एक विवादास्पद मुद्दा बन गया है. व्यापार अधिशेष का मतलब दो देशों के बीच होने वाले व्यापार में किसी एक देश को अधिक फायदा पहुंचना है. मान लीजिए कि भारत और अमेरिका के बीच कारोबार में अमेरिका व्यापार अवस्था की स्थिति में रहता है. यानी कि अमेरिका को ज्यादा फायदा पहुंच रहा है.इधर, कम कीमत वाले चीनी आयात से उपभोक्ताओं को फायदा जरूर पहुंच रहा है, लेकिन इससे मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में नौकरियों में कटौती हो सकती है. इस तरह दोनों देशों के कारोबार पर पड़ रहा असर मासिक सीमा शुल्क आंकड़ों के मुताबिक, साल के शुरुआती आठ महीनों में चीन ने दूसरे देशों से आयात के मुकाबले 785.3 अरब डॉलर अधिक वस्तुओं का निर्यात किया. इस साल जनवरी में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने चीन पर 30 परसेंट का टैरिफ लगाया. फिलहाल, दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते को लेकर बातचीत चल रही है. दोनों देशों के एक-दूसरे पर टैरिफ लगाने और उसे बढ़ाए जाने की संभावनाएं दोनों तरह के व्यापार पर असर डाल रहे हैं. अगस्त में चीन के लिए अमेरिका का एक्सपोर्ट 33 परसेंट घटकर 47.3 अरब डॉलर रह गया, जबकि अमेरिका से उसका आयात 16 परसेंट घटकर 13.4 अरब डॉलर रह गया. वहीं, यूरोपीय यूनियन के लिए चीन का निर्यात 10.4 परसेंट बढ़कर 46.8 अरब डॉलर हो गया, जबकि आयात थोड़ा कम होकर 22.8 अरब डॉलर रह गया. कुल मिलाकर जनवरी से फरवरी के बीच चीन के एक्सपोर्ट का ग्रोथ सबसे धीमा रहा है. इस दौरान इसमें सिर्फ 2.3 परसेंट की ही बढ़ोतरी हुई है. चीन से रेयर अर्थ का एक्सपोर्ट अगस्त में बढ़कर 55 मिलियन डॉलर हो गया, जो जुलाई में 41 मिलियन डॉलर था, लेकिन यह पिछले साल इसी महीने के मुकाबले 25.6 परसेंट कम है. ये भी पढ़ें: पड़ोसी देश के साथ गौतम अडानी की कंपनी की डील से शेयर बन गए रॉकेट, एक झटके में इतना चढ़ गया भाव

China Export Growth Slows: चीन का एक्सपोर्ट अगस्त के महीने में बढ़ा है, लेकिन पहले के मुकाबले इसकी ग्रोथ धीमी रही है. अगस्त में चीन का एक्सपोर्ट 321.8 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले साल अगस्त के मुकाबले 4.4 परसेंट ज्यादा है. हालांकि, यह जुलाई में हुए 7.2 परसेंट के एक्सपोर्ट ग्रोथ से कम है. इस बीच, इम्पोर्ट 219.5 अरब डॉलर रहा, जो 1.8 परसेंट की बढ़त को दर्शाता है.
चीन-अमेरिका के बीच व्यापार अधिशेष बना मुद्दा
चीन का अमेरिका और यूरोपीय यूनियन जैसे प्रमुख व्यापारिक साझेदारों के साथ व्यापार अधिशेष एक विवादास्पद मुद्दा बन गया है. व्यापार अधिशेष का मतलब दो देशों के बीच होने वाले व्यापार में किसी एक देश को अधिक फायदा पहुंचना है. मान लीजिए कि भारत और अमेरिका के बीच कारोबार में अमेरिका व्यापार अवस्था की स्थिति में रहता है. यानी कि अमेरिका को ज्यादा फायदा पहुंच रहा है.इधर, कम कीमत वाले चीनी आयात से उपभोक्ताओं को फायदा जरूर पहुंच रहा है, लेकिन इससे मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में नौकरियों में कटौती हो सकती है.
इस तरह दोनों देशों के कारोबार पर पड़ रहा असर
मासिक सीमा शुल्क आंकड़ों के मुताबिक, साल के शुरुआती आठ महीनों में चीन ने दूसरे देशों से आयात के मुकाबले 785.3 अरब डॉलर अधिक वस्तुओं का निर्यात किया. इस साल जनवरी में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने चीन पर 30 परसेंट का टैरिफ लगाया. फिलहाल, दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते को लेकर बातचीत चल रही है. दोनों देशों के एक-दूसरे पर टैरिफ लगाने और उसे बढ़ाए जाने की संभावनाएं दोनों तरह के व्यापार पर असर डाल रहे हैं.
अगस्त में चीन के लिए अमेरिका का एक्सपोर्ट 33 परसेंट घटकर 47.3 अरब डॉलर रह गया, जबकि अमेरिका से उसका आयात 16 परसेंट घटकर 13.4 अरब डॉलर रह गया. वहीं, यूरोपीय यूनियन के लिए चीन का निर्यात 10.4 परसेंट बढ़कर 46.8 अरब डॉलर हो गया, जबकि आयात थोड़ा कम होकर 22.8 अरब डॉलर रह गया. कुल मिलाकर जनवरी से फरवरी के बीच चीन के एक्सपोर्ट का ग्रोथ सबसे धीमा रहा है. इस दौरान इसमें सिर्फ 2.3 परसेंट की ही बढ़ोतरी हुई है. चीन से रेयर अर्थ का एक्सपोर्ट अगस्त में बढ़कर 55 मिलियन डॉलर हो गया, जो जुलाई में 41 मिलियन डॉलर था, लेकिन यह पिछले साल इसी महीने के मुकाबले 25.6 परसेंट कम है.
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