चीन को सोयाबीन बेचकर व्यापार घाटा कम करना चाहते हैं ट्रंप, बोले- हमारे किसान की अच्छी फसल, चौगुना करें ऑर्डर
China Soybean Order: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आग्रह किया है कि वह अमेरिका से सोयाबीन की खरीदारी चार गुना बढ़ाए, ताकि दोनों देशों के बीच बढ़ते व्यापार घाटे को कम किया जा सके. ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर लिखा, "चीन सोयाबीन की कमी से जूझ रहा है, जबकि अमेरिकी किसान शानदार सोयाबीन का उत्पादन कर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि चीन तुरंत खरीद बढ़ाकर सहयोग करेगा." सोयाबीन खरीद कर करें व्यापार घाटा कम यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका और चीन के बीच ऊंचे टैरिफ को लेकर हुई अस्थायी सुलह की समय सीमा मंगलवार को समाप्त हो रही है. संकेत मिल रहे हैं कि व्हाइट हाउस तनाव कम करने की कोशिश कर रहा है. अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने एक टीवी इंटरव्यू में बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने अभी तक चीन द्वारा रूस से तेल खरीदने के मुद्दे पर कोई फैसला नहीं लिया है. उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन और बीजिंग के रिश्ते बेहद जटिल दौर से गुजर रहे हैं. क्या फिर बढ़ेगा तनाव? गौरतलब है कि इस साल 2 अप्रैल को अमेरिका ने दुनियाभर के कई देशों पर ऊंचे टैरिफ लगाए थे. इसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका पर टैरिफ बढ़ा दिए थे. दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच इस टकराव ने वैश्विक बाजार में हलचल पैदा कर दी थी. अस्थायी सुलह खत्म होने के बाद, एक बार फिर व्यापारिक तनाव गहराने की आशंका जताई जा रही है ये भी पढ़ें: SBI के Q1 नतीजे के बाद उछले शेयर, खरीदने की लगी होड़, करें BUY या सेल? जानें ब्रोकिंग फर्म की सलाह

China Soybean Order: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आग्रह किया है कि वह अमेरिका से सोयाबीन की खरीदारी चार गुना बढ़ाए, ताकि दोनों देशों के बीच बढ़ते व्यापार घाटे को कम किया जा सके. ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर लिखा, "चीन सोयाबीन की कमी से जूझ रहा है, जबकि अमेरिकी किसान शानदार सोयाबीन का उत्पादन कर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि चीन तुरंत खरीद बढ़ाकर सहयोग करेगा."
सोयाबीन खरीद कर करें व्यापार घाटा कम
यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका और चीन के बीच ऊंचे टैरिफ को लेकर हुई अस्थायी सुलह की समय सीमा मंगलवार को समाप्त हो रही है. संकेत मिल रहे हैं कि व्हाइट हाउस तनाव कम करने की कोशिश कर रहा है.
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने एक टीवी इंटरव्यू में बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने अभी तक चीन द्वारा रूस से तेल खरीदने के मुद्दे पर कोई फैसला नहीं लिया है. उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन और बीजिंग के रिश्ते बेहद जटिल दौर से गुजर रहे हैं.
क्या फिर बढ़ेगा तनाव?
गौरतलब है कि इस साल 2 अप्रैल को अमेरिका ने दुनियाभर के कई देशों पर ऊंचे टैरिफ लगाए थे. इसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका पर टैरिफ बढ़ा दिए थे. दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच इस टकराव ने वैश्विक बाजार में हलचल पैदा कर दी थी. अस्थायी सुलह खत्म होने के बाद, एक बार फिर व्यापारिक तनाव गहराने की आशंका जताई जा रही है
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