'रोटी-चावल चाहिए या सड़क', कर्नाटक में CM पद के लिए मचे बवाल के बीच सिद्धारमैया के करीबी का बयान वायरल
Basavaraj Raya Reddy Controversial Statement: कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के आर्थिक सलाहकार बसवराज राय रेड्डी के एक बयान से बवाल मच गया है. उन्होंने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र में एक स्कूल भवन के उद्घाटन के दौरान सभा को संबोधित करते हुए धन की कमी का संकेत दिया और जनता के सामने दो विकल्प रखे. गारंटी या विकास कार्य, जिनमें से उन्हें एक चुनना होगा. वरिष्ठ अधिकारी को कन्नड़ में कहते हुए सुना गया, "मान लीजिए कि मुझे चावल या कुछ और नहीं चाहिए, अगर आप कहते हैं, केवल गांव की सड़कें बनाओ, तो हम वह भी करेंगे. मैं सिद्धारमैया को सुझाव दूंगा कि वे इसे बंद कर दें क्योंकि लोग हमसे ऐसा करने के लिए कह रहे हैं, क्या मुझे उनसे कहना चाहिए?" 'अगर आप कहते हैं मंदिर बनाओ तो हम केवल मंदिर बनाएंगे'NDTV के मुताबिक बसवराज राय रेड्डी ने कहा, "अगर आप पक्की सड़क या स्कूल चाहते हैं तो समझ लीजिए कि सब कुछ एक बार में नहीं किया जा सकता. आपको यह स्पष्ट करने की ज़रूरत है. मान लीजिए कि आपको ये अन्य लाभ नहीं चाहिए तो यह सब बंद कर दीजिए. अगर आप हमसे सड़कें बनाने के लिए कहते हैं तो हम सड़कें बनाएंगे. अगर आप कहते हैं, मंदिर बनाओ तो हम केवल मंदिर बनाएंगे. ऐसा इसलिए है क्योंकि हमें पास जो फंड है, उसी से सब कुछ प्रबंधित करना है." बागी विधायक बसंगौड़ा पाटिल यतनाल ने साधा निशानाहाल ही में बीजेपी से निष्कासित किए गए बागी विधायक बसंगौड़ा पाटिल यतनाल ने कहा कि रेड्डी का ये लापरवाही से दिया गया बयान कांग्रेस की प्राथमिकताओं को दर्शाता है और राज्य सरकार कर्नाटक के लोगों को गुमराह कर रही है. उन्होंने कहा कि मुफ्तखोरी की राजनीति न केवल लोगों को बुनियादी ढांचे से वंचित करेगी, बल्कि आवश्यक सेवाओं की कीमतें भी बढ़ाएगी. मतदाताओं को मुफ्तखोरी की राजनीति को खारिज करना चाहिए और विकास, शिक्षा, रोजगार, कानून और व्यवस्था तथा लोगों के कल्याण के लिए वोट देना चाहिए. ये भी पढ़ें: ठाकरे ब्रदर्स के साथ आने पर खुश हुए थे CM स्टालिन, संजय राउत बोले- हमारा रुख उनसे अलग

Basavaraj Raya Reddy Controversial Statement: कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के आर्थिक सलाहकार बसवराज राय रेड्डी के एक बयान से बवाल मच गया है. उन्होंने वरुणा निर्वाचन क्षेत्र में एक स्कूल भवन के उद्घाटन के दौरान सभा को संबोधित करते हुए धन की कमी का संकेत दिया और जनता के सामने दो विकल्प रखे. गारंटी या विकास कार्य, जिनमें से उन्हें एक चुनना होगा.
वरिष्ठ अधिकारी को कन्नड़ में कहते हुए सुना गया, "मान लीजिए कि मुझे चावल या कुछ और नहीं चाहिए, अगर आप कहते हैं, केवल गांव की सड़कें बनाओ, तो हम वह भी करेंगे. मैं सिद्धारमैया को सुझाव दूंगा कि वे इसे बंद कर दें क्योंकि लोग हमसे ऐसा करने के लिए कह रहे हैं, क्या मुझे उनसे कहना चाहिए?"
'अगर आप कहते हैं मंदिर बनाओ तो हम केवल मंदिर बनाएंगे'
NDTV के मुताबिक बसवराज राय रेड्डी ने कहा, "अगर आप पक्की सड़क या स्कूल चाहते हैं तो समझ लीजिए कि सब कुछ एक बार में नहीं किया जा सकता. आपको यह स्पष्ट करने की ज़रूरत है. मान लीजिए कि आपको ये अन्य लाभ नहीं चाहिए तो यह सब बंद कर दीजिए. अगर आप हमसे सड़कें बनाने के लिए कहते हैं तो हम सड़कें बनाएंगे. अगर आप कहते हैं, मंदिर बनाओ तो हम केवल मंदिर बनाएंगे. ऐसा इसलिए है क्योंकि हमें पास जो फंड है, उसी से सब कुछ प्रबंधित करना है."
बागी विधायक बसंगौड़ा पाटिल यतनाल ने साधा निशाना
हाल ही में बीजेपी से निष्कासित किए गए बागी विधायक बसंगौड़ा पाटिल यतनाल ने कहा कि रेड्डी का ये लापरवाही से दिया गया बयान कांग्रेस की प्राथमिकताओं को दर्शाता है और राज्य सरकार कर्नाटक के लोगों को गुमराह कर रही है.
उन्होंने कहा कि मुफ्तखोरी की राजनीति न केवल लोगों को बुनियादी ढांचे से वंचित करेगी, बल्कि आवश्यक सेवाओं की कीमतें भी बढ़ाएगी. मतदाताओं को मुफ्तखोरी की राजनीति को खारिज करना चाहिए और विकास, शिक्षा, रोजगार, कानून और व्यवस्था तथा लोगों के कल्याण के लिए वोट देना चाहिए.
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