मंगल-केतु का कुंजकेतु योग फिर साबित हुआ घातक! जयपुर के ज्योतिषी की भविष्यवाणी ने चौंकाया
5 जून को प्रसिद्ध ज्योतिषी डॉ. अनीष व्यास ने मंगल-केतु के ‘कुंजकेतु योग’ को लेकर चेताया था कि 28 जुलाई तक देश-दुनिया को अग्निकांड, वायुयान हादसे, प्राकृतिक आपदा और जनहानि से सावधान रहना होगा. अब उनकी यह भविष्यवाणी एक-एक कर सच साबित हो रही है, लंदन में विमान क्रैश, तेलंगाना फैक्ट्री ब्लास्ट, हिमाचल-गुजरात में बाढ़, और अहमदाबाद की विमान दुर्घटना जैसी घटनाएं इसका उदाहरण हैं. 1- लंदन विमान हादसा: टेकऑफ के सेकंड भर बाद जलकर खाक हुआ प्लेन स्थान: साउथेंड एयरपोर्ट, लंदन समय: रविवार, शाम 4 बजे (स्थानीय समय) स्थिति: टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही छोटा विमान क्रैश हुआ और आग का गोला बन गया परिणाम: हवाई अड्डा बंद, सभी उड़ानें रद्द, सोशल मीडिया पर आग-धुएं के वायरल वीडियो 2- तेलंगाना फैक्ट्री धमाका: 34 लोगों की मौतें स्थान: संगारेड्डी, तेलंगाना फैक्ट्री: दवा निर्माण इकाई मृतक: 31 शव फैक्ट्री से, 3 अस्पताल में घायल: 30 से अधिक मानसून का प्रकोप: अहमदाबाद, कुल्लू, सूरत में बाढ़ और मौत अहमदाबाद: 6 इंच बारिश, ड्रेनेज में युवक की मौत सूरत: गीतानगर में 4 फीट पानी, गर्भवती महिला का रेस्क्यू हिमाचल: 5 बादल फटने की घटनाएं, 2 मौतें, 2000 टूरिस्ट फंसे राजस्थान: बांसवाड़ा में 8 इंच बारिश, जनजीवन अस्त-व्यस्त कुंजकेतु योग और वायुयान हादसे की भविष्यवाणी, क्या कहा था 5 जून को?7 जून को मंगल सिंह राशि में प्रवेश करेगा जहाँ पहले से ही केतु स्थित हैं. मंगल अग्नि तत्व का ग्रह है और केतु छाया ग्रह. इनकी युति सिंह जैसे अग्नि राशि में कुंजकेतु योग बनाती है, जो वायुयान, आग, दुर्घटना, गैस रिसाव और जनहानि के लिए अत्यंत अशुभ है. इसकी भविष्यवाणी पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान के ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने की थी. क्यों सावधान रहें 28 जुलाई तक? क्या कहता है ज्योतिष गोचर स्थिति (जुलाई 2025) शनि- मीन राशि (वक्री) राहु- कुंभ केतु- सिंह गुरु- मिथुन मंगल- सिंह (केतु के साथ कुंजकेतु योग) शास्त्रीय व्याख्या शनिवत राहु व कुंजवत केतु अर्थात राहु-शनि जैसे और केतु-मंगल जैसे फल देते हैं मेदिनी ज्योतिष के अनुसार कुंजकेतु योग वायु दुर्घटना, राजनीतिक अस्थिरता, जातीय विद्वेष और महामारी के लिए उत्तरदायी होता है सावधानी ही बचाव: आम नागरिकों और यात्रियों के लिए सुझाव हवाई यात्रा की योजना टालें, विशेषकर 28 जुलाई तक अग्निशमन और सुरक्षा उपकरणों की जांच करें (उद्योग और कारखानों में) पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा से बचें धार्मिक स्थानों और भीड़-भाड़ में संयम बरतें नियमित रूप से शिव पूजा, हनुमान चालीसा और मंगल-मूल मंत्रों का जप करें मंगल-केतु की युति अभी भी सक्रिय है, अग्नि, यात्रा, और आपदा से बचाव ही उपाय हैडॉ. अनीष व्यास के अनुसार यह ग्रह स्थिति 28 जुलाई तक अत्यंत संवेदनशील है. इस दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही से जानमाल की हानि हो सकती है. उनका यह भी मानना है कि जिन्हें हवाई यात्रा करनी हो, वह अपनी कुंडली अवश्य जांचें और अग्निकांड-गैस रिसाव जैसी घटनाओं से पहले सावधानी रखें. FAQQ1. कुंजकेतु योग क्या होता है?यह मंगल और केतु की युति से बनने वाला योग है जो विशेष रूप से अग्निकांड, दुर्घटना, विस्फोट और आक्रामक घटनाओं को जन्म देता है. Q2. ये घटनाएं कब तक हो सकती हैं?7 जून से 28 जुलाई 2025 तक विशेष रूप से संवेदनशील समय है. Q3. क्या सभी लोग इससे प्रभावित होंगे?जिनकी कुंडली में मंगल, केतु या सिंह राशि संबंधित भावों में स्थित हों, उन्हें विशेष सावधानी रखनी चाहिए. Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

5 जून को प्रसिद्ध ज्योतिषी डॉ. अनीष व्यास ने मंगल-केतु के ‘कुंजकेतु योग’ को लेकर चेताया था कि 28 जुलाई तक देश-दुनिया को अग्निकांड, वायुयान हादसे, प्राकृतिक आपदा और जनहानि से सावधान रहना होगा. अब उनकी यह भविष्यवाणी एक-एक कर सच साबित हो रही है, लंदन में विमान क्रैश, तेलंगाना फैक्ट्री ब्लास्ट, हिमाचल-गुजरात में बाढ़, और अहमदाबाद की विमान दुर्घटना जैसी घटनाएं इसका उदाहरण हैं.
1- लंदन विमान हादसा: टेकऑफ के सेकंड भर बाद जलकर खाक हुआ प्लेन
- स्थान: साउथेंड एयरपोर्ट, लंदन
- समय: रविवार, शाम 4 बजे (स्थानीय समय)
- स्थिति: टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही छोटा विमान क्रैश हुआ और आग का गोला बन गया
- परिणाम: हवाई अड्डा बंद, सभी उड़ानें रद्द, सोशल मीडिया पर आग-धुएं के वायरल वीडियो
2- तेलंगाना फैक्ट्री धमाका: 34 लोगों की मौतें
- स्थान: संगारेड्डी, तेलंगाना
- फैक्ट्री: दवा निर्माण इकाई
- मृतक: 31 शव फैक्ट्री से, 3 अस्पताल में
- घायल: 30 से अधिक
मानसून का प्रकोप: अहमदाबाद, कुल्लू, सूरत में बाढ़ और मौत
- अहमदाबाद: 6 इंच बारिश, ड्रेनेज में युवक की मौत
- सूरत: गीतानगर में 4 फीट पानी, गर्भवती महिला का रेस्क्यू
- हिमाचल: 5 बादल फटने की घटनाएं, 2 मौतें, 2000 टूरिस्ट फंसे
- राजस्थान: बांसवाड़ा में 8 इंच बारिश, जनजीवन अस्त-व्यस्त
कुंजकेतु योग और वायुयान हादसे की भविष्यवाणी, क्या कहा था 5 जून को?
7 जून को मंगल सिंह राशि में प्रवेश करेगा जहाँ पहले से ही केतु स्थित हैं. मंगल अग्नि तत्व का ग्रह है और केतु छाया ग्रह. इनकी युति सिंह जैसे अग्नि राशि में कुंजकेतु योग बनाती है, जो वायुयान, आग, दुर्घटना, गैस रिसाव और जनहानि के लिए अत्यंत अशुभ है. इसकी भविष्यवाणी पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान के ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने की थी.
क्यों सावधान रहें 28 जुलाई तक? क्या कहता है ज्योतिष
गोचर स्थिति (जुलाई 2025)
- शनि- मीन राशि (वक्री)
- राहु- कुंभ
- केतु- सिंह
- गुरु- मिथुन
- मंगल- सिंह (केतु के साथ कुंजकेतु योग)
शास्त्रीय व्याख्या
- शनिवत राहु व कुंजवत केतु अर्थात राहु-शनि जैसे और केतु-मंगल जैसे फल देते हैं
- मेदिनी ज्योतिष के अनुसार कुंजकेतु योग वायु दुर्घटना, राजनीतिक अस्थिरता, जातीय विद्वेष और महामारी के लिए उत्तरदायी होता है
सावधानी ही बचाव: आम नागरिकों और यात्रियों के लिए सुझाव
- हवाई यात्रा की योजना टालें, विशेषकर 28 जुलाई तक
- अग्निशमन और सुरक्षा उपकरणों की जांच करें (उद्योग और कारखानों में)
- पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा से बचें
- धार्मिक स्थानों और भीड़-भाड़ में संयम बरतें
- नियमित रूप से शिव पूजा, हनुमान चालीसा और मंगल-मूल मंत्रों का जप करें
मंगल-केतु की युति अभी भी सक्रिय है, अग्नि, यात्रा, और आपदा से बचाव ही उपाय है
डॉ. अनीष व्यास के अनुसार यह ग्रह स्थिति 28 जुलाई तक अत्यंत संवेदनशील है. इस दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही से जानमाल की हानि हो सकती है. उनका यह भी मानना है कि जिन्हें हवाई यात्रा करनी हो, वह अपनी कुंडली अवश्य जांचें और अग्निकांड-गैस रिसाव जैसी घटनाओं से पहले सावधानी रखें.
FAQ
Q1. कुंजकेतु योग क्या होता है?
यह मंगल और केतु की युति से बनने वाला योग है जो विशेष रूप से अग्निकांड, दुर्घटना, विस्फोट और आक्रामक घटनाओं को जन्म देता है.
Q2. ये घटनाएं कब तक हो सकती हैं?
7 जून से 28 जुलाई 2025 तक विशेष रूप से संवेदनशील समय है.
Q3. क्या सभी लोग इससे प्रभावित होंगे?
जिनकी कुंडली में मंगल, केतु या सिंह राशि संबंधित भावों में स्थित हों, उन्हें विशेष सावधानी रखनी चाहिए.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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