पीले रंग की सब्जी खाने से यूरिक एसिड होगा कंट्रोल, दर्द और सूजन की परेशानी भी होगी कम
Yellow vegetables for Joint Pain: दादी कहती थीं कि खाने में रंग जितने अधिक होंगे, सेहत उतनी ही अच्छी होगी. शायद आपने भी सुना होगा कि लाल टमाटर खाओ आंखों के लिए, हरी सब्जी खाओ ताकत के लिए, लेकिन क्या कभी आपने पीली सब्जियों को गंभीरता से लिया है? अगर आपको यूरिक एसिड की दिक्कत है या पैरों में दर्द, जोड़ों में सूजन, हलचल में तकलीफ तो आपकी थाली में रखी पीले रंग की सब्जी असरदार इलाज हो सकती है. पीली सब्जियों में ऐसे प्राकृतिक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को संतुलित रखने में मदद करते हैं, साथ ही सूजन और जोड़ों के दर्द से भी राहत दिलाते हैं. ये भी पढ़े- रोजाना एक हरा पत्ता खा लिया तो पेशाब से गायब हो जाएंगे सारे झाग, किडनी की सेहत बनी रहेगी यूरिक एसिड क्यों बढ़ता है? शरीर में जब प्यूरीन नामक तत्व टूटता है तो यूरिक एसिड बनता है. अगर यह शरीर में ज्यादा बन जाए या समय पर बाहर न निकले तो यह खून में जमा हो जाता है और जोड़ों में दर्द, सूजन और गठिया जैसी समस्याएं पैदा करता है. खासकर घुटनों, टखनों और पैरों में तेज़ जलन और सूजन महसूस होती है. पीली सब्जियां कैसे करती हैं कमाल? हल्दी, पीली शिमला मिर्च, कद्दू, पीला गाजर, और पीले टमाटर जैसे विकल्पों में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट्स, फाइबर, विटामिन C और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो यूरिक एसिड को कम करने में मदद करते हैं. विशेष रूप से फायदेमंद सब्जियां कद्दू: फाइबर और पोटैशियम से भरपूर, यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालने में सहायक. पीली शिमला मिर्च: विटामिन C का स्रोत, सूजन और दर्द से राहत दिलाती है. हल्दी: शरीर में सूजन कम करती है और लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ाकर यूरिक एसिड का संतुलन बनाए रखती है. डाइट में कैसे शामिल करें? कद्दू की सब्ज़ी को जीरे के तड़के और हल्दी के साथ बनाएं. सलाद में पीली शिमला मिर्च के स्लाइस जोड़ें. हल्दी वाला दूध या पानी दिन में एक बार जरूर लें. सब्जियों का हल्का-सा भाप में पका सूप यूरिक एसिड रोगियों के लिए लाभकारी होता है. जोड़ों का दर्द और यूरिक एसिड की समस्या सुनने में भले आम लगे, लेकिन अगर समय पर ध्यान न दिया जाए तो यह चलने-फिरने की क्षमता तक सीमित कर सकती है. ऐसे में रंग-बिरंगी डाइट में पीली सब्जियों को खास स्थान देना न सिर्फ स्वाद बढ़ाता है बल्कि शरीर को रोगों से लड़ने की ताकत भी देता है. ये भी पढ़ें: कैसे होता है डीएनए टेस्ट, अहमदाबाद प्लेन क्रैश में बुरी तरह जले हुए शवों की कौन-सी चीज करेगी मदद? Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Yellow vegetables for Joint Pain: दादी कहती थीं कि खाने में रंग जितने अधिक होंगे, सेहत उतनी ही अच्छी होगी. शायद आपने भी सुना होगा कि लाल टमाटर खाओ आंखों के लिए, हरी सब्जी खाओ ताकत के लिए, लेकिन क्या कभी आपने पीली सब्जियों को गंभीरता से लिया है? अगर आपको यूरिक एसिड की दिक्कत है या पैरों में दर्द, जोड़ों में सूजन, हलचल में तकलीफ तो आपकी थाली में रखी पीले रंग की सब्जी असरदार इलाज हो सकती है. पीली सब्जियों में ऐसे प्राकृतिक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को संतुलित रखने में मदद करते हैं, साथ ही सूजन और जोड़ों के दर्द से भी राहत दिलाते हैं.
ये भी पढ़े- रोजाना एक हरा पत्ता खा लिया तो पेशाब से गायब हो जाएंगे सारे झाग, किडनी की सेहत बनी रहेगी
यूरिक एसिड क्यों बढ़ता है?
शरीर में जब प्यूरीन नामक तत्व टूटता है तो यूरिक एसिड बनता है. अगर यह शरीर में ज्यादा बन जाए या समय पर बाहर न निकले तो यह खून में जमा हो जाता है और जोड़ों में दर्द, सूजन और गठिया जैसी समस्याएं पैदा करता है. खासकर घुटनों, टखनों और पैरों में तेज़ जलन और सूजन महसूस होती है.
पीली सब्जियां कैसे करती हैं कमाल?
हल्दी, पीली शिमला मिर्च, कद्दू, पीला गाजर, और पीले टमाटर जैसे विकल्पों में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट्स, फाइबर, विटामिन C और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो यूरिक एसिड को कम करने में मदद करते हैं.
विशेष रूप से फायदेमंद सब्जियां
कद्दू: फाइबर और पोटैशियम से भरपूर, यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालने में सहायक.
पीली शिमला मिर्च: विटामिन C का स्रोत, सूजन और दर्द से राहत दिलाती है.
हल्दी: शरीर में सूजन कम करती है और लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ाकर यूरिक एसिड का संतुलन बनाए रखती है.
डाइट में कैसे शामिल करें?
कद्दू की सब्ज़ी को जीरे के तड़के और हल्दी के साथ बनाएं.
सलाद में पीली शिमला मिर्च के स्लाइस जोड़ें.
हल्दी वाला दूध या पानी दिन में एक बार जरूर लें.
सब्जियों का हल्का-सा भाप में पका सूप यूरिक एसिड रोगियों के लिए लाभकारी होता है.
जोड़ों का दर्द और यूरिक एसिड की समस्या सुनने में भले आम लगे, लेकिन अगर समय पर ध्यान न दिया जाए तो यह चलने-फिरने की क्षमता तक सीमित कर सकती है. ऐसे में रंग-बिरंगी डाइट में पीली सब्जियों को खास स्थान देना न सिर्फ स्वाद बढ़ाता है बल्कि शरीर को रोगों से लड़ने की ताकत भी देता है.
ये भी पढ़ें: कैसे होता है डीएनए टेस्ट, अहमदाबाद प्लेन क्रैश में बुरी तरह जले हुए शवों की कौन-सी चीज करेगी मदद?
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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