डॉक्टरों ने नर्स से कराया प्रसव, नवजात की मौत पर भड़के परिजन, लगाए लापरवाही के आरोप
हैदराबाद के मल्लापुर सूर्यनगर सरकारी अस्पताल में चिकित्सकों की कथित लापरवाही के कारण एक नवजात की मौत हो गई. इस घटना ने अस्पताल प्रशासन और चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. मृतक नवजात के परिवार ने अस्पताल के सामने धरना प्रदर्शन कर जवाबदेही की मांग की है. मल्लापुर के बाबानगर निवासी गुडिसे कविता (20) गुरुवार (10 जुलाई, 2025) शाम साढ़े पांच बजे प्रसव के लिए सूर्यनगर सरकारी अस्पताल में भर्ती हुई थी. परिवार का आरोप है कि ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सकों ने लापरवाही बरतते हुए प्रसव की जिम्मेदारी स्टाफ नर्स को सौंप दी. नर्स की तरफ से प्रसव कराने के दौरान नवजात की मौत हो गई. इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने कविता को गांधी अस्पताल रेफर कर दिया. गांधी अस्पताल के चिकित्सकों ने जांच के बाद बताया कि नवजात की मौत को कई घंटे बीत चुके थे. सूर्यनगर अस्पताल के सामने विरोध प्रदर्शन परिवार ने चिकित्सकों की लापरवाही को नवजात की मौत का कारण बताते हुए सूर्यनगर अस्पताल के सामने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. स्थानीय लोगों ने भी इस घटना की निंदा की और सरकारी अस्पतालों में बेहतर चिकित्सा सुविधाओं की आवश्यकता पर जोर दिया. जांच के बाद होगा सच का खुलासा इस मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. स्थानीय पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि अस्पताल प्रशासन और ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ से पूछताछ की जा रही है. साथ ही, स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले की गहन जांच के लिए एक समिति गठित की है, जो सात दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. समिति यह जांच करेगी कि क्या चिकित्सकों की लापरवाही के कारण यह दुखद घटना हुई. इस घटना ने एक बार फिर सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता और जिम्मेदारी पर सवाल उठाए हैं. परिवार ने मुआवजे और दोषी चिकित्सकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने और परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है. ये भी पढ़ें:- Indian Coast Guard: हिंद महासागर में आया तूफान, यॉट पर फंसे दो अमेरिकी, बचा लाया भारत, जानें पूरे ऑपरेशन की कहानी

हैदराबाद के मल्लापुर सूर्यनगर सरकारी अस्पताल में चिकित्सकों की कथित लापरवाही के कारण एक नवजात की मौत हो गई. इस घटना ने अस्पताल प्रशासन और चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. मृतक नवजात के परिवार ने अस्पताल के सामने धरना प्रदर्शन कर जवाबदेही की मांग की है.
मल्लापुर के बाबानगर निवासी गुडिसे कविता (20) गुरुवार (10 जुलाई, 2025) शाम साढ़े पांच बजे प्रसव के लिए सूर्यनगर सरकारी अस्पताल में भर्ती हुई थी. परिवार का आरोप है कि ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सकों ने लापरवाही बरतते हुए प्रसव की जिम्मेदारी स्टाफ नर्स को सौंप दी. नर्स की तरफ से प्रसव कराने के दौरान नवजात की मौत हो गई. इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने कविता को गांधी अस्पताल रेफर कर दिया. गांधी अस्पताल के चिकित्सकों ने जांच के बाद बताया कि नवजात की मौत को कई घंटे बीत चुके थे.
सूर्यनगर अस्पताल के सामने विरोध प्रदर्शन
परिवार ने चिकित्सकों की लापरवाही को नवजात की मौत का कारण बताते हुए सूर्यनगर अस्पताल के सामने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. स्थानीय लोगों ने भी इस घटना की निंदा की और सरकारी अस्पतालों में बेहतर चिकित्सा सुविधाओं की आवश्यकता पर जोर दिया.
जांच के बाद होगा सच का खुलासा
इस मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. स्थानीय पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि अस्पताल प्रशासन और ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ से पूछताछ की जा रही है. साथ ही, स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले की गहन जांच के लिए एक समिति गठित की है, जो सात दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. समिति यह जांच करेगी कि क्या चिकित्सकों की लापरवाही के कारण यह दुखद घटना हुई.
इस घटना ने एक बार फिर सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता और जिम्मेदारी पर सवाल उठाए हैं. परिवार ने मुआवजे और दोषी चिकित्सकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने और परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है.
ये भी पढ़ें:- Indian Coast Guard: हिंद महासागर में आया तूफान, यॉट पर फंसे दो अमेरिकी, बचा लाया भारत, जानें पूरे ऑपरेशन की कहानी
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