टूटा रुपया सहमा बाजार, ईरान-इजरायल तनाव के बीच अमेरिकी बमबारी से भारतीय स्टॉक मार्केट का बुरा हाल
Stock Market Crash: ईरान इजरायल जंग के बीच अमेरिका के कूदने से मिडिल ईस्ट में बढ़े तनाव का सीधा असर भारतीय शेयर बाजार पर पड़ता हुआ दिख रहा है. हफ्ते के पहले कारोबार दिन सोमवार 23 जून की शुरुआत भारी गिरावट के साथ हुई है. बाजार खुलते ही सुबह करीब 9 बजकर 25 मिनट पर सेंसेक्स 700 अंक गिर गया. उसके बाद सेंसेक्स करीब पौने दस बजे 863.78 अंक फिसलकर 81,544.39 के स्तर पर आ गया. जबकि एनएसई का निफ्टी भी 182.90 लुढ़कर 24,929.50 के स्तर पर खुला है. हालांकि, जियोजीत इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटजिस्ट डॉक्टर वीके विजय कुमार का कहना है कि ईरान के तीन परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिकी की तरफ से की गई बमबारी ने वेस्ट एशिया में संकट को और गहरा कर दिया है. इसके बावजूद बाजार में असर काफी मामूली रहने वाला है. क्रैश के बावजूद इन स्टॉक्स में तेजी शेयर बाजार में भारी गिरावट के बावजूद टॉप गेनर में से एक है भारत इलेक्ट्रोनिक्स, इसके शेयर में 1.64 प्रतिशत की उछाल देखा गया है. जबकि भारतीय एयरटेल 0.39 प्रतिशत ऊपर चढ़ा है. हालंकि, बाजार खुलते ही बाजार में बिकवाली का जबरदस्त दवाब दिखा है. फिसल गए ये स्टॉक्स जो स्टॉक आज गिरे हैं, उनमें इन्फोसिस 2.01 प्रतिशत, हिन्दुस्तान यूनिलिवर 1.64 प्रतिशत, एचसीएल टेक्नोलॉजी 1.24 प्रतिशत, एशियन पेंट्स 1.30 प्रतिशत और पावर ग्रिड 1.19 प्रतिशत लुढ़का है. इससे पहले शुक्रवार को BSE सेंसेक्स 1,046.30 प्वाइंट यानी 1.29 प्रतिशत उछलकर 82,408.17 के स्तर पर बंद हुआ था. जबकि 50 शेयरों वाला NSE निफ्टी 319.15 प्वाइंट यानी 1.29 प्रतिशत ऊपर चढ़कर 25,112.40 के स्तर पर आ गया. भारतीय करेंसी पर भी मिडिल ईस्ट तनाव का असर देखा जा रहा है. आज रुपये 17 पैसे टूटकर डॉलर के मुकाबले 86.76 रुपये पर खुला. एक दिन पहले रुपये 86.59 के स्तर पर पहुंचकर बंद हुआ था. बाजार के जानकारों का कहना है कि वैश्विक रुख और विदेशी निवेशकों की कारोबारी गतिविधियों का मार्केट की धारणा असर देखने को होगा. रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के चीफ वाइस रिसर्च अजीत मिश्रा की मानें तो ये हफ्ते वैश्विक संकेतक बाजार के लिए काफी अहम साबित होने वाले हैं, जिसमें ईरान-इजरायल के बीच भू-राजनीतिक तनाव, अमेरिकी आर्थिक आंकड़े और फेडरल रिजर्व के अधिकारियों की टिप्पणियों पर सभी का फोकस रहेगा. ईरान-इजरायल तनाव का असर मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ रिसर्च, संपदा प्रबंधन सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि आगे की ओर देखें तो वैश्विक संकेतकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी. निवेशक अमेरिका के विनिर्माण और सेवा PMI आंकड़ों के अलावा भू-राजनीतिक मोर्चे पर आगे के घटनाक्रमों पर नजर रखेंगे. ये भी पढ़ें: मिडिल ईस्ट में भारी तनाव के बीच एयर इंडिया ने उठाया कदम, इन रुट्स पर बंद की फ्लाइट्स

Stock Market Crash: ईरान इजरायल जंग के बीच अमेरिका के कूदने से मिडिल ईस्ट में बढ़े तनाव का सीधा असर भारतीय शेयर बाजार पर पड़ता हुआ दिख रहा है. हफ्ते के पहले कारोबार दिन सोमवार 23 जून की शुरुआत भारी गिरावट के साथ हुई है. बाजार खुलते ही सुबह करीब 9 बजकर 25 मिनट पर सेंसेक्स 700 अंक गिर गया. उसके बाद सेंसेक्स करीब पौने दस बजे 863.78 अंक फिसलकर 81,544.39 के स्तर पर आ गया. जबकि एनएसई का निफ्टी भी 182.90 लुढ़कर 24,929.50 के स्तर पर खुला है. हालांकि, जियोजीत इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटजिस्ट डॉक्टर वीके विजय कुमार का कहना है कि ईरान के तीन परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिकी की तरफ से की गई बमबारी ने वेस्ट एशिया में संकट को और गहरा कर दिया है. इसके बावजूद बाजार में असर काफी मामूली रहने वाला है.
क्रैश के बावजूद इन स्टॉक्स में तेजी
शेयर बाजार में भारी गिरावट के बावजूद टॉप गेनर में से एक है भारत इलेक्ट्रोनिक्स, इसके शेयर में 1.64 प्रतिशत की उछाल देखा गया है. जबकि भारतीय एयरटेल 0.39 प्रतिशत ऊपर चढ़ा है. हालंकि, बाजार खुलते ही बाजार में बिकवाली का जबरदस्त दवाब दिखा है.
फिसल गए ये स्टॉक्स
जो स्टॉक आज गिरे हैं, उनमें इन्फोसिस 2.01 प्रतिशत, हिन्दुस्तान यूनिलिवर 1.64 प्रतिशत, एचसीएल टेक्नोलॉजी 1.24 प्रतिशत, एशियन पेंट्स 1.30 प्रतिशत और पावर ग्रिड 1.19 प्रतिशत लुढ़का है.
इससे पहले शुक्रवार को BSE सेंसेक्स 1,046.30 प्वाइंट यानी 1.29 प्रतिशत उछलकर 82,408.17 के स्तर पर बंद हुआ था. जबकि 50 शेयरों वाला NSE निफ्टी 319.15 प्वाइंट यानी 1.29 प्रतिशत ऊपर चढ़कर 25,112.40 के स्तर पर आ गया. भारतीय करेंसी पर भी मिडिल ईस्ट तनाव का असर देखा जा रहा है. आज रुपये 17 पैसे टूटकर डॉलर के मुकाबले 86.76 रुपये पर खुला. एक दिन पहले रुपये 86.59 के स्तर पर पहुंचकर बंद हुआ था.
बाजार के जानकारों का कहना है कि वैश्विक रुख और विदेशी निवेशकों की कारोबारी गतिविधियों का मार्केट की धारणा असर देखने को होगा. रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के चीफ वाइस रिसर्च अजीत मिश्रा की मानें तो ये हफ्ते वैश्विक संकेतक बाजार के लिए काफी अहम साबित होने वाले हैं, जिसमें ईरान-इजरायल के बीच भू-राजनीतिक तनाव, अमेरिकी आर्थिक आंकड़े और फेडरल रिजर्व के अधिकारियों की टिप्पणियों पर सभी का फोकस रहेगा.
ईरान-इजरायल तनाव का असर
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ रिसर्च, संपदा प्रबंधन सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि आगे की ओर देखें तो वैश्विक संकेतकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी. निवेशक अमेरिका के विनिर्माण और सेवा PMI आंकड़ों के अलावा भू-राजनीतिक मोर्चे पर आगे के घटनाक्रमों पर नजर रखेंगे.
ये भी पढ़ें: मिडिल ईस्ट में भारी तनाव के बीच एयर इंडिया ने उठाया कदम, इन रुट्स पर बंद की फ्लाइट्स
What's Your Reaction?






