टी राजा सिंह ने पहली बार की शांति और न्याय की बात, बोले- 'गुजराती, राजस्थान और मारवाड़ी...'
तेलंगाना के गोशमहल से विधायक टी. राजा सिंह ने पहली बार शांति और न्याय को बढ़ावा देने की दिशा में अपनी बात रखी है. हमेशा विवादास्पद बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले राजा सिंह ने हाल ही में मारवाड़ी, गुजराती और राजस्थानी समुदायों के योगदान को सराहा और इन समुदायों को बदनाम करने की कोशिशों की कड़ी निंदा की. अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा कि ये समुदाय तेलंगाना की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उन्होंने लिखा, "तेलंगाना में जन्मे इन समुदायों के पूर्वजों ने राज्य की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. हाल के समय में इन मेहनती समुदायों को निशाना बनाकर बदनाम करने की कोशिशें बढ़ी हैं, जो अस्वीकार्य है. हिंदुत्व और धार्मिक टिप्पणियों से अलग दिया बयानउन्होंने ऐसी कोशिशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया, जिसमें दोषियों को जेल भेजने की बात शामिल है. यह बयान उनके पहले के हिंदुत्व और धार्मिक टिप्पणियों से अलग है, जिसके लिए वे अक्सर सुर्खियों में रहे हैं. राजा सिंह ने कहा कि वह गोशमहल के लोगों के प्रति अपनी वफादारी बनाए रखेंगे और सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए काम करते रहेंगे. टी. राजा सिंह के इस नए रुख को कुछ लोग सकारात्मक बदलाव के रूप में देख रहे हैं, जबकि अन्य इसे राजनीतिक रणनीति मान रहे हैं. तेलंगाना की अर्थव्यवस्था में मारवाड़ी, गुजराती और राजस्थानी समुदायों का योगदान निर्विवाद है. इन समुदायों ने व्यापार, उद्योग और सामाजिक कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. राजा सिंह का यह बयान इन समुदायों के प्रति एकजुटता और शांति का संदेश देता है, जो तेलंगाना की सामाजिक सौहार्द के लिए एक नया कदम हो सकता है. ये भी पढ़ें Independence Day 2025: कैसा होगा पीएम मोदी का स्वतंत्रता दिवस का भाषण? जम्मू कश्मीर को लेकर भी हो सकता है बड़ा ऐलान

तेलंगाना के गोशमहल से विधायक टी. राजा सिंह ने पहली बार शांति और न्याय को बढ़ावा देने की दिशा में अपनी बात रखी है. हमेशा विवादास्पद बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले राजा सिंह ने हाल ही में मारवाड़ी, गुजराती और राजस्थानी समुदायों के योगदान को सराहा और इन समुदायों को बदनाम करने की कोशिशों की कड़ी निंदा की.
अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा कि ये समुदाय तेलंगाना की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उन्होंने लिखा, "तेलंगाना में जन्मे इन समुदायों के पूर्वजों ने राज्य की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. हाल के समय में इन मेहनती समुदायों को निशाना बनाकर बदनाम करने की कोशिशें बढ़ी हैं, जो अस्वीकार्य है.
हिंदुत्व और धार्मिक टिप्पणियों से अलग दिया बयान
उन्होंने ऐसी कोशिशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया, जिसमें दोषियों को जेल भेजने की बात शामिल है. यह बयान उनके पहले के हिंदुत्व और धार्मिक टिप्पणियों से अलग है, जिसके लिए वे अक्सर सुर्खियों में रहे हैं. राजा सिंह ने कहा कि वह गोशमहल के लोगों के प्रति अपनी वफादारी बनाए रखेंगे और सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए काम करते रहेंगे.
टी. राजा सिंह के इस नए रुख को कुछ लोग सकारात्मक बदलाव के रूप में देख रहे हैं, जबकि अन्य इसे राजनीतिक रणनीति मान रहे हैं. तेलंगाना की अर्थव्यवस्था में मारवाड़ी, गुजराती और राजस्थानी समुदायों का योगदान निर्विवाद है.
इन समुदायों ने व्यापार, उद्योग और सामाजिक कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. राजा सिंह का यह बयान इन समुदायों के प्रति एकजुटता और शांति का संदेश देता है, जो तेलंगाना की सामाजिक सौहार्द के लिए एक नया कदम हो सकता है.
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