ईरान-इजरायल जंग के बीच सोना फिर हुआ लखटकिया, 10 ग्राम की कीमत 1 लाख के पार पहुंची
Gold Price Today: सोने की कीमतों ने सोमवार, 16 जून को घरेलू वायदा बाजार (MCX) पर नया इतिहास रच दिया. अगस्त डिलीवरी वाले सोने का भाव दिन के पहले हिस्से में 1,01,078 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया. हालांकि बाद में थोड़ा ठंडा पड़ा और 1,00,290 रुपये के आसपास स्थिर हो गया. ये उछाल मुख्य रूप से इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव की वजह से देखा गया, जिससे दुनियाभर में सुरक्षित निवेश (safe-haven) की मांग बढ़ गई. क्यों चढ़ा सोना? इजरायल ने ईरान पर ताजा सैन्य कार्रवाई की है, जिससे पूरे पश्चिम एशिया में व्यापक युद्ध का खतरा मंडराने लगा है. अमेरिका ने भी संभावित हस्तक्षेप की चेतावनी दी है और इजरायल ने आपातकाल की घोषणा कर दी है. इस वक्त दुनियाभर के निवेशकों को लग रहा है कि आने वाले समय में इस युद्ध का शेयर बाजार पर असर पड़ सकता है. यही वजह है कि निवेशक अपना पैसा सेफ हैवेन कहे जाने वाले सोने में निवेश कर रहे हैं. यह पहली बार नहीं है, जब दो देशों के बीच बढ़े टेंशन की वजह से सोने ने रफ्तार पकड़ी है. इससे पहले भारत पाकिस्तान तनाव, रूस यूक्रेन तनाव और अमेरिका चीन के बीच चल रहे टैरिफ वॉर में भी सोने ने रफ्तार पकड़ी थी. दूसरी ओर, अमेरिकी डॉलर की मजबूती और 18 जून को होने वाली US Federal Reserve की पॉलिसी मीटिंग ने निवेशकों को थोड़ा सतर्क बनाए रखा है. लेकिन अमेरिका के ताजा महंगाई आंकड़ों (CPI) के सकारात्मक होने के बावजूद ईरान-अमेरिका के बीच परमाणु वार्ता टूटने का खतरा मंडरा रहा है, जो सोने को और ऊपर धकेल सकता है. आगे क्या होगा? COMEX पर सोने की रेजिस्टेंस 3,476 डॉलर मानी जा रही है. अगर मौजूदा रफ्तार बनी रही तो ये 3,540 डॉलर तक भी जा सकता है. MCX पर सोने को 98,900 रुपये पर सपोर्ट मिल रहा है. अगर तनाव बढ़ा रहा, तो सोने का रेट भविष्य में फिर से 1,02,000 रुपये तक पहुंच सकता है. ये भी पढ़ें: इस पेनी स्टॉक में होने वाला है बड़ा खेल, आज दिखी तूफानी तेजी, 25 रुपये से कम है शेयर की कीमत

Gold Price Today: सोने की कीमतों ने सोमवार, 16 जून को घरेलू वायदा बाजार (MCX) पर नया इतिहास रच दिया. अगस्त डिलीवरी वाले सोने का भाव दिन के पहले हिस्से में 1,01,078 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया. हालांकि बाद में थोड़ा ठंडा पड़ा और 1,00,290 रुपये के आसपास स्थिर हो गया. ये उछाल मुख्य रूप से इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव की वजह से देखा गया, जिससे दुनियाभर में सुरक्षित निवेश (safe-haven) की मांग बढ़ गई.
क्यों चढ़ा सोना?
इजरायल ने ईरान पर ताजा सैन्य कार्रवाई की है, जिससे पूरे पश्चिम एशिया में व्यापक युद्ध का खतरा मंडराने लगा है. अमेरिका ने भी संभावित हस्तक्षेप की चेतावनी दी है और इजरायल ने आपातकाल की घोषणा कर दी है. इस वक्त दुनियाभर के निवेशकों को लग रहा है कि आने वाले समय में इस युद्ध का शेयर बाजार पर असर पड़ सकता है. यही वजह है कि निवेशक अपना पैसा सेफ हैवेन कहे जाने वाले सोने में निवेश कर रहे हैं. यह पहली बार नहीं है, जब दो देशों के बीच बढ़े टेंशन की वजह से सोने ने रफ्तार पकड़ी है. इससे पहले भारत पाकिस्तान तनाव, रूस यूक्रेन तनाव और अमेरिका चीन के बीच चल रहे टैरिफ वॉर में भी सोने ने रफ्तार पकड़ी थी.
दूसरी ओर, अमेरिकी डॉलर की मजबूती और 18 जून को होने वाली US Federal Reserve की पॉलिसी मीटिंग ने निवेशकों को थोड़ा सतर्क बनाए रखा है. लेकिन अमेरिका के ताजा महंगाई आंकड़ों (CPI) के सकारात्मक होने के बावजूद ईरान-अमेरिका के बीच परमाणु वार्ता टूटने का खतरा मंडरा रहा है, जो सोने को और ऊपर धकेल सकता है.
आगे क्या होगा?
COMEX पर सोने की रेजिस्टेंस 3,476 डॉलर मानी जा रही है. अगर मौजूदा रफ्तार बनी रही तो ये 3,540 डॉलर तक भी जा सकता है. MCX पर सोने को 98,900 रुपये पर सपोर्ट मिल रहा है. अगर तनाव बढ़ा रहा, तो सोने का रेट भविष्य में फिर से 1,02,000 रुपये तक पहुंच सकता है.
ये भी पढ़ें: इस पेनी स्टॉक में होने वाला है बड़ा खेल, आज दिखी तूफानी तेजी, 25 रुपये से कम है शेयर की कीमत
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