अच्छा तो इस तरह से चीन करता है पाकिस्तान की मदद... सोशल मीडिया पर खुली पोल तो देने लगा सफाई

China-Pakistan: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत की गई सैन्य कार्रवाई से लिया. इससे पाकिस्तान इस कदर बौखला गया कि उसने LoC और अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पार भी मिसाइल व ड्रोन से हमले किए. हालांकि, भारत ने इनके हर नापाक मंसूबो को मात दिया. दोनों देशों के बीच इस तनाव के दौरान पाकिस्तान के चीनी हथियार इस्तेमाल किए जाने की भी खबरें सामने आई थीं. भारत ने निकाली 'मेड इन चाइना' प्रोडक्ट्स की हवा मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, जंग के दौरान पाकिस्तान के इस्तेमाल किए गए चीनी HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम की भारत ने हवा निकाल दी थी. भारत की तरफ से किए गए मिसाइल हमलों को HQ-9 सिस्टम रोकने में नाकाम रहा. बीते कुछ सालों में पाकिस्तान ने चीन से अरबों डॉलर के हथियार खरीदे हैं. इसी के साथ चीन पाकिस्तान को हथियार मुहैया कराने वाला सबसे बड़ा देश बन गया है.  पाकिस्तान को चीन ने भेजे हथियार हालांकि, सोमवार को चीन ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया कि उसने अपने सबसे बड़े मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट Y-20 से हथियार भेजे हैं. दरअसल, सोशल मीडिया पर सामने आई इस खबर को चीनी सेना ने महज 'अफवाह' करार दिया और ऐसा करने वालों को कड़ी चेतावनी दी. चीन के रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए बयान में कहा गया, इंटरनेट कानून से परे नहीं है! सेना से जुड़ी अफवाह बनाने वाले और इसे फैलाने वाले को कानूनी रूप से जिम्मेदार ठहराया जाएगा! चीन पहले भी इस दावे को खारिज कर चुका है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भारत पर हमले के लिए पाकिस्तान ने चीनी फाइटर जेट का इस्तेमाल किया था. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था, ''चीन आतंकवाद के खिलाफ है. हम दोनों पक्षों से शांत रहने, संयम बरतने तथा ऐसी कार्रवाइयों से बचने का आग्रह करते हैं, जो स्थिति को और जटिल बना सकती हैं.'' चीन से इतनी हुई पाकिस्तान में हथियाराें की सप्लाई द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक तरफ जहां भारत ने अपने डिफेंस सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए फ्रांस, इजरायल और अमेरिका जैसे देशों से नए जमाने के कई मॉर्डन हथियार खरीदे. वहीं, दूसरी तरफ स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के मुताबिक, 2020 और 2024 के बीच पाकिस्तान के मंगाए 81 परसेंट हथियारों की सप्लाई अकेले चीन से हुई. इनमें फाइटर जेट, रडार, एयर डिफेंस सिस्टम और मिसाइलें शामिल हैं. SIPRI की ही डेटा के मुताबिक, 2014 और 2024 के बीच पाकिस्तान ने चीन से 9 बिलियन डॉलर से अधिक कीमत के हथियार खरीदे. यानी कि इस दौरान पाकिस्तान ने जितने हथियार खरीदे उनमें से ज्यादा चीन से खरीदे गए. इनमें पनडुब्बी, समुद्री जहाज, फाइटर जेट, टैंक, तोपें इत्यादि शामिल हैं.  ये भी पढ़ें: भारत-पाक के बीच सीजफायर के बाद अडानी-अंबानी हुए और मालामाल, एक ही दिन में कमा लिए 1000 करोड़ डॉलर

May 13, 2025 - 15:30
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अच्छा तो इस तरह से चीन करता है पाकिस्तान की मदद... सोशल मीडिया पर खुली पोल तो देने लगा सफाई

China-Pakistan: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत की गई सैन्य कार्रवाई से लिया. इससे पाकिस्तान इस कदर बौखला गया कि उसने LoC और अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पार भी मिसाइल व ड्रोन से हमले किए. हालांकि, भारत ने इनके हर नापाक मंसूबो को मात दिया. दोनों देशों के बीच इस तनाव के दौरान पाकिस्तान के चीनी हथियार इस्तेमाल किए जाने की भी खबरें सामने आई थीं.

भारत ने निकाली 'मेड इन चाइना' प्रोडक्ट्स की हवा

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, जंग के दौरान पाकिस्तान के इस्तेमाल किए गए चीनी HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम की भारत ने हवा निकाल दी थी. भारत की तरफ से किए गए मिसाइल हमलों को HQ-9 सिस्टम रोकने में नाकाम रहा. बीते कुछ सालों में पाकिस्तान ने चीन से अरबों डॉलर के हथियार खरीदे हैं. इसी के साथ चीन पाकिस्तान को हथियार मुहैया कराने वाला सबसे बड़ा देश बन गया है. 

पाकिस्तान को चीन ने भेजे हथियार

हालांकि, सोमवार को चीन ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया कि उसने अपने सबसे बड़े मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट Y-20 से हथियार भेजे हैं. दरअसल, सोशल मीडिया पर सामने आई इस खबर को चीनी सेना ने महज 'अफवाह' करार दिया और ऐसा करने वालों को कड़ी चेतावनी दी.

चीन के रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए बयान में कहा गया, इंटरनेट कानून से परे नहीं है! सेना से जुड़ी अफवाह बनाने वाले और इसे फैलाने वाले को कानूनी रूप से जिम्मेदार ठहराया जाएगा!

चीन पहले भी इस दावे को खारिज कर चुका है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भारत पर हमले के लिए पाकिस्तान ने चीनी फाइटर जेट का इस्तेमाल किया था. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था, ''चीन आतंकवाद के खिलाफ है. हम दोनों पक्षों से शांत रहने, संयम बरतने तथा ऐसी कार्रवाइयों से बचने का आग्रह करते हैं, जो स्थिति को और जटिल बना सकती हैं.''

चीन से इतनी हुई पाकिस्तान में हथियाराें की सप्लाई

द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक तरफ जहां भारत ने अपने डिफेंस सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए फ्रांस, इजरायल और अमेरिका जैसे देशों से नए जमाने के कई मॉर्डन हथियार खरीदे.

वहीं, दूसरी तरफ स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के मुताबिक, 2020 और 2024 के बीच पाकिस्तान के मंगाए 81 परसेंट हथियारों की सप्लाई अकेले चीन से हुई. इनमें फाइटर जेट, रडार, एयर डिफेंस सिस्टम और मिसाइलें शामिल हैं. SIPRI की ही डेटा के मुताबिक, 2014 और 2024 के बीच पाकिस्तान ने चीन से 9 बिलियन डॉलर से अधिक कीमत के हथियार खरीदे. यानी कि इस दौरान पाकिस्तान ने जितने हथियार खरीदे उनमें से ज्यादा चीन से खरीदे गए. इनमें पनडुब्बी, समुद्री जहाज, फाइटर जेट, टैंक, तोपें इत्यादि शामिल हैं. 

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भारत-पाक के बीच सीजफायर के बाद अडानी-अंबानी हुए और मालामाल, एक ही दिन में कमा लिए 1000 करोड़ डॉलर

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