देश के नाम पीएम मोदी के संबोधन के बाद रॉकेट की तरह भागे इन सरकारी कंपनियों के शेयर
Defence Stocks Surge: भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 मई को राष्ट्र के नाम संबोधन में जहां एक तरफ पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला तो वहीं दूसरी तरफ सैन्य उपकरणों में मेड इन इंडिया के बने हथियारों पर जोर दिया. उनके इस संबोधन के अगले ही दिन 13 मई को सैन्य साजो-सामान बनाने वाली सरकारी कंपनियों के शेयरों ने जबरदस्त छलांग लगाई. निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स करीब 4 प्रतिशत उछलकर 7,416 पर पहुंच गया. भारत डायनामिक्स (बीडीएल) के शेयर सबसे ज्यादा फायदे में रहे, जो 7 प्रतिशत उछलकर 1,683.90 पर आ गए. भारत डायनामिक्स प्राइवेट सेक्टर की कंपनी है, लेकिन इसने आकाश मिसाइल सिस्टम को बनाने ऑर्डर मिला है. रक्षा कंपनियों के उछले शेयर ऐसे में आकाश मिसाइल को लेकर ताजा टिप्पणी ने इस कंपनी के शेयर में नया जोश ला दिया है. इसी तरह बीईएमएल, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स (HAL) के शेयरों में 4.3 प्रतिशत की बढ़त देखी गई. जेन टेक्नोलॉजिज और कोचिन शिपयार्ड के शेयर भी करीब 4 प्रतिशत ऊपर आए, जबकि मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के शेयर 3.6 प्रतिशत की छलांग लगाई. GRSE के शेयर भी 3 प्रतिशत ऊपर उछले जबकि पारस डिफेंस 2.7 प्रतिशत ऊपर आया. पीएम के संबोधन से उछले सरकारी कंपनियों के शेयर ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय सेना ने अपने मिशन से पूरी दुनिया को ताकत का एहसास करा दिया है. उन्होंने नए युद्ध काल में हमारी सुपिरियरिटी भी साबित कर दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि इस ऑपरेशन के दौरान मेड इन इंडिया हथियारों ने भी खुद को साबित किया. आज पूरी दुनिया 21वीं सदी में इस बात की गवाह है कि रक्षा उपकरणों में मेड इन इंडिया का अब वक्त आ गया है. एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि सभी सेना की छावनी और सिस्टम्स पूरी तरह से ऑपरेशनल है. हम भविष्य में किसी भी तरह की चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. गौरतलब है कि भारत का रक्षा निर्यात वित्त वर्ष 2025 में रिकॉर्ड 23,622 करोड़ का रहा, जो पिछले साल के मुकाबले 12 प्रतिशत ज्यादा है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहले ही कह चुके हैं कि रक्षा निर्यात 2029 तरक बढ़ाकर 50,000 करोड़ का किया जाएगा. ये भी पढ़ें: अमेरिका के साथ जैसे को तैसा वाला सलूक..., अब बादाम, नाशपाती, अखरोट पर भारत लगाएगा जवाबी शुल्क डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

Defence Stocks Surge: भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 मई को राष्ट्र के नाम संबोधन में जहां एक तरफ पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला तो वहीं दूसरी तरफ सैन्य उपकरणों में मेड इन इंडिया के बने हथियारों पर जोर दिया. उनके इस संबोधन के अगले ही दिन 13 मई को सैन्य साजो-सामान बनाने वाली सरकारी कंपनियों के शेयरों ने जबरदस्त छलांग लगाई.
निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स करीब 4 प्रतिशत उछलकर 7,416 पर पहुंच गया. भारत डायनामिक्स (बीडीएल) के शेयर सबसे ज्यादा फायदे में रहे, जो 7 प्रतिशत उछलकर 1,683.90 पर आ गए. भारत डायनामिक्स प्राइवेट सेक्टर की कंपनी है, लेकिन इसने आकाश मिसाइल सिस्टम को बनाने ऑर्डर मिला है.
रक्षा कंपनियों के उछले शेयर
ऐसे में आकाश मिसाइल को लेकर ताजा टिप्पणी ने इस कंपनी के शेयर में नया जोश ला दिया है. इसी तरह बीईएमएल, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स (HAL) के शेयरों में 4.3 प्रतिशत की बढ़त देखी गई. जेन टेक्नोलॉजिज और कोचिन शिपयार्ड के शेयर भी करीब 4 प्रतिशत ऊपर आए, जबकि मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के शेयर 3.6 प्रतिशत की छलांग लगाई. GRSE के शेयर भी 3 प्रतिशत ऊपर उछले जबकि पारस डिफेंस 2.7 प्रतिशत ऊपर आया.
पीएम के संबोधन से उछले सरकारी कंपनियों के शेयर
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय सेना ने अपने मिशन से पूरी दुनिया को ताकत का एहसास करा दिया है. उन्होंने नए युद्ध काल में हमारी सुपिरियरिटी भी साबित कर दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि इस ऑपरेशन के दौरान मेड इन इंडिया हथियारों ने भी खुद को साबित किया. आज पूरी दुनिया 21वीं सदी में इस बात की गवाह है कि रक्षा उपकरणों में मेड इन इंडिया का अब वक्त आ गया है.
एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि सभी सेना की छावनी और सिस्टम्स पूरी तरह से ऑपरेशनल है. हम भविष्य में किसी भी तरह की चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. गौरतलब है कि भारत का रक्षा निर्यात वित्त वर्ष 2025 में रिकॉर्ड 23,622 करोड़ का रहा, जो पिछले साल के मुकाबले 12 प्रतिशत ज्यादा है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहले ही कह चुके हैं कि रक्षा निर्यात 2029 तरक बढ़ाकर 50,000 करोड़ का किया जाएगा.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
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