अखिलेश यादव या डिंपल...दोनों में कौन ज्यादा पढ़ा-लिखा, कहां से हुई है पढ़ाई?

समाजवादी पार्टी की नेता डिंपल यादव के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. मौलाना साजिद रशीदी द्वारा की गई इस टिप्पणी की चौतरफा निंदा हो रही है. संसद भवन में एनडीए के सांसदों ने इस बयान को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और महिला सम्मान के मुद्दे को मजबूती से उठाया है. उत्तर प्रदेश की राजनीति में यादव परिवार की भूमिका हमेशा से अहम रही है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जहां अपनी सधी हुई राजनीति के लिए जाने जाते हैं, वहीं उनकी पत्नी डिंपल यादव भी एक सशक्त और शिक्षित महिला के रूप में जानी जाती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एजुकेशन के मामले में इनमें से कौन ज्यादा पढ़ा-लिखा है? आइए जानते हैं दोनों के एजुकेशन बैकग्राउंड और करियर सफर के बारे में. अखिलेश यादव की पढ़ाई का सफर अखिलेश यादव का जन्म 1 जुलाई 1973 को उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में हुआ था. उनकी शुरुआती पढ़ाई सेंट मैरी स्कूल, इटावा से हुई. इसके बाद वह राजस्थान के धौलपुर मिलिट्री स्कूल में पढ़ने चले गए. स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद अखिलेश ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया. इसके बाद उन्होंने मैसूर यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया. पढ़ाई का यह सफर यहीं नहीं रुका, वे ऑस्ट्रेलिया गए और वहां के सिडनी यूनिवर्सिटी से पर्यावरण इंजीनियरिंग (Environmental Engineering) में मास्टर डिग्री हासिल की. यानी कुल मिलाकर अखिलेश यादव एक इंजीनियर और पर्यावरण विशेषज्ञ भी हैं. डिंपल यादव की शिक्षा डिंपल यादव का जन्म 15 जनवरी 1978 को महाराष्ट्र के पुणे शहर में हुआ. उनके पिता रिटायर्ड कर्नल आरएस रावत और मां का नाम चंपा रावत है. डिंपल की परवरिश सैन्य माहौल में हुई. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई लखनऊ के आर्मी स्कूल से की. 1993 में हाईस्कूल और 1995 में 12वीं की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से बीकॉम (B.Com) की डिग्री हासिल की. 2009 में डिंपल ने राजनीति में एंट्री की, जब उन्होंने फिरोजाबाद लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी की ओर से चुनाव लड़ा. हालांकि उस समय उन्हें हार का सामना करना पड़ा. साल 2012 में डिंपल यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट से निर्विरोध जीत हासिल की और संसद पहुंचीं. 2014 में वह फिर से सांसद चुनी गईं, लेकिन 2019 में चुनाव हार गईं. यह भी पढ़ें- फिनलैंड में पढ़ाई का सपना? वीजा इंटरव्यू में पूछे जाएंगे ये सवाल, खाते में होना चाहिए इतना पैसा!

Jul 28, 2025 - 17:30
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अखिलेश यादव या डिंपल...दोनों में कौन ज्यादा पढ़ा-लिखा, कहां से हुई है पढ़ाई?

समाजवादी पार्टी की नेता डिंपल यादव के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. मौलाना साजिद रशीदी द्वारा की गई इस टिप्पणी की चौतरफा निंदा हो रही है. संसद भवन में एनडीए के सांसदों ने इस बयान को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और महिला सम्मान के मुद्दे को मजबूती से उठाया है.

उत्तर प्रदेश की राजनीति में यादव परिवार की भूमिका हमेशा से अहम रही है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जहां अपनी सधी हुई राजनीति के लिए जाने जाते हैं, वहीं उनकी पत्नी डिंपल यादव भी एक सशक्त और शिक्षित महिला के रूप में जानी जाती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एजुकेशन के मामले में इनमें से कौन ज्यादा पढ़ा-लिखा है? आइए जानते हैं दोनों के एजुकेशन बैकग्राउंड और करियर सफर के बारे में.

अखिलेश यादव की पढ़ाई का सफर

अखिलेश यादव का जन्म 1 जुलाई 1973 को उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में हुआ था. उनकी शुरुआती पढ़ाई सेंट मैरी स्कूल, इटावा से हुई. इसके बाद वह राजस्थान के धौलपुर मिलिट्री स्कूल में पढ़ने चले गए. स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद अखिलेश ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया.

इसके बाद उन्होंने मैसूर यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया. पढ़ाई का यह सफर यहीं नहीं रुका, वे ऑस्ट्रेलिया गए और वहां के सिडनी यूनिवर्सिटी से पर्यावरण इंजीनियरिंग (Environmental Engineering) में मास्टर डिग्री हासिल की. यानी कुल मिलाकर अखिलेश यादव एक इंजीनियर और पर्यावरण विशेषज्ञ भी हैं.

डिंपल यादव की शिक्षा

डिंपल यादव का जन्म 15 जनवरी 1978 को महाराष्ट्र के पुणे शहर में हुआ. उनके पिता रिटायर्ड कर्नल आरएस रावत और मां का नाम चंपा रावत है. डिंपल की परवरिश सैन्य माहौल में हुई. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई लखनऊ के आर्मी स्कूल से की. 1993 में हाईस्कूल और 1995 में 12वीं की पढ़ाई पूरी की.

इसके बाद उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से बीकॉम (B.Com) की डिग्री हासिल की. 2009 में डिंपल ने राजनीति में एंट्री की, जब उन्होंने फिरोजाबाद लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी की ओर से चुनाव लड़ा. हालांकि उस समय उन्हें हार का सामना करना पड़ा.

साल 2012 में डिंपल यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट से निर्विरोध जीत हासिल की और संसद पहुंचीं. 2014 में वह फिर से सांसद चुनी गईं, लेकिन 2019 में चुनाव हार गईं.

यह भी पढ़ें- फिनलैंड में पढ़ाई का सपना? वीजा इंटरव्यू में पूछे जाएंगे ये सवाल, खाते में होना चाहिए इतना पैसा!

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