ड्रोन बनाना है? जानिए कैसे बन सकते हैं ड्रोन डेवलपर, कितनी होती है सैलरी और कहां मिलेगा कोर्स

ड्रोन आज के समय की सबसे तेजी से बढ़ती टेक्नोलॉजी में से एक है. यह न सिर्फ आर्मी और डिफेंस के काम आता है, बल्कि खेती, फिल्म, डिलीवरी, मैपिंग और सर्वे जैसे सेक्टरों में भी इसकी डिमांड तेजी से बढ़ी है. ऐसे में अगर आप टेक्नोलॉजी में करियर बनाना चाहते हैं, तो ड्रोन डेवलपर या ड्रोन पायलट बनना एक शानदार विकल्प हो सकता है. ड्रोन को आप एक छोटा उड़ने वाला रोबोट भी कह सकते हैं, जिसे कंप्यूटर या रिमोट कंट्रोल से उड़ाया जाता है. इसमें कैमरा, सेंसर और मोटर होते हैं, जो इसे उड़ने, फोटो-वीडियो लेने और डेटा इकट्ठा करने में मदद करते हैं. अब सवाल यह है कि ड्रोन बनाने या उड़ाने के लिए कौन सा कोर्स करें, कहां से करें और कितनी कमाई हो सकती है. करें ये पढ़ाई अगर आप ड्रोन डेवलपर बनना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको टेक्निकल पढ़ाई करनी होगी. इसके लिए बीटेक इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन या बीटेक इन एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग जैसे कोर्स किए जा सकते हैं. इन कोर्स की अवधि 4 साल होती है और इसमें ड्रोन के सेंसर, जीपीएस, कैमरा और डिजाइनिंग के बारे में पढ़ाया जाता है. अगर आप कम समय में कोर्स करना चाहते हैं तो 1 से 2 साल के डिप्लोमा या 3 से 6 महीने के सर्टिफिकेट कोर्स भी कर सकते हैं. भारत में ड्रोन टेक्नोलॉजी के लिए कई अच्छे संस्थान हैं जैसे आईआईटी (दिल्ली, कानपुर, बॉम्बे), IIAE देहरादून, IIST तिरुवनंतपुरम, NIELIT और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ड्रोन टेक्नोलॉजी. इन संस्थानों में आप ड्रोन डेवलपमेंट, पायलटिंग और प्रोग्रामिंग के कोर्स कर सकते हैं. कितनी होगी फीस? अगर फीस की बात करें तो सरकारी कॉलेजों में सालाना 50 हजार से 2 लाख रुपये और प्राइवेट कॉलेजों में 3 से 5 लाख रुपये तक फीस होती है. डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स की कुल फीस लगभग 30 हजार से 1 लाख रुपये तक होती है. ड्रोन डेवलपर बनने के बाद आपको कई सेक्टरों में काम मिल सकता है. जैसे रक्षा क्षेत्र (DRDO, भारतीय सेना), एग्रीकल्चर (DeHaat, Fasal), डिलीवरी कंपनियां (Amazon, Flipkart), फिल्म इंडस्ट्री और सर्वे एजेंसियां. इसके अलावा आप फ्रीलांसर के रूप में वेडिंग, इवेंट या रियल एस्टेट फोटोग्राफी में भी काम कर सकते हैं. सैलरी कितनी? शुरुआती सैलरी 3 से 6 लाख रुपये सालाना हो सकती है. वहीं अनुभवी लोग 10 से 20 लाख तक कमा सकते हैं. फ्रीलांसर एक प्रोजेक्ट के लिए 50 हजार से 2 लाख रुपये तक कमा सकते हैं. यह भी पढ़ें- फिनलैंड में पढ़ाई का सपना? वीजा इंटरव्यू में पूछे जाएंगे ये सवाल, खाते में होना चाहिए इतना पैसा!

Jul 28, 2025 - 17:30
 0
ड्रोन बनाना है? जानिए कैसे बन सकते हैं ड्रोन डेवलपर, कितनी होती है सैलरी और कहां मिलेगा कोर्स

ड्रोन आज के समय की सबसे तेजी से बढ़ती टेक्नोलॉजी में से एक है. यह न सिर्फ आर्मी और डिफेंस के काम आता है, बल्कि खेती, फिल्म, डिलीवरी, मैपिंग और सर्वे जैसे सेक्टरों में भी इसकी डिमांड तेजी से बढ़ी है. ऐसे में अगर आप टेक्नोलॉजी में करियर बनाना चाहते हैं, तो ड्रोन डेवलपर या ड्रोन पायलट बनना एक शानदार विकल्प हो सकता है.

ड्रोन को आप एक छोटा उड़ने वाला रोबोट भी कह सकते हैं, जिसे कंप्यूटर या रिमोट कंट्रोल से उड़ाया जाता है. इसमें कैमरा, सेंसर और मोटर होते हैं, जो इसे उड़ने, फोटो-वीडियो लेने और डेटा इकट्ठा करने में मदद करते हैं. अब सवाल यह है कि ड्रोन बनाने या उड़ाने के लिए कौन सा कोर्स करें, कहां से करें और कितनी कमाई हो सकती है.

करें ये पढ़ाई

अगर आप ड्रोन डेवलपर बनना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको टेक्निकल पढ़ाई करनी होगी. इसके लिए बीटेक इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन या बीटेक इन एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग जैसे कोर्स किए जा सकते हैं. इन कोर्स की अवधि 4 साल होती है और इसमें ड्रोन के सेंसर, जीपीएस, कैमरा और डिजाइनिंग के बारे में पढ़ाया जाता है. अगर आप कम समय में कोर्स करना चाहते हैं तो 1 से 2 साल के डिप्लोमा या 3 से 6 महीने के सर्टिफिकेट कोर्स भी कर सकते हैं.

भारत में ड्रोन टेक्नोलॉजी के लिए कई अच्छे संस्थान हैं जैसे आईआईटी (दिल्ली, कानपुर, बॉम्बे), IIAE देहरादून, IIST तिरुवनंतपुरम, NIELIT और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ड्रोन टेक्नोलॉजी. इन संस्थानों में आप ड्रोन डेवलपमेंट, पायलटिंग और प्रोग्रामिंग के कोर्स कर सकते हैं.

कितनी होगी फीस?

अगर फीस की बात करें तो सरकारी कॉलेजों में सालाना 50 हजार से 2 लाख रुपये और प्राइवेट कॉलेजों में 3 से 5 लाख रुपये तक फीस होती है. डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स की कुल फीस लगभग 30 हजार से 1 लाख रुपये तक होती है.

ड्रोन डेवलपर बनने के बाद आपको कई सेक्टरों में काम मिल सकता है. जैसे रक्षा क्षेत्र (DRDO, भारतीय सेना), एग्रीकल्चर (DeHaat, Fasal), डिलीवरी कंपनियां (Amazon, Flipkart), फिल्म इंडस्ट्री और सर्वे एजेंसियां. इसके अलावा आप फ्रीलांसर के रूप में वेडिंग, इवेंट या रियल एस्टेट फोटोग्राफी में भी काम कर सकते हैं.

सैलरी कितनी?

शुरुआती सैलरी 3 से 6 लाख रुपये सालाना हो सकती है. वहीं अनुभवी लोग 10 से 20 लाख तक कमा सकते हैं. फ्रीलांसर एक प्रोजेक्ट के लिए 50 हजार से 2 लाख रुपये तक कमा सकते हैं.

यह भी पढ़ें- फिनलैंड में पढ़ाई का सपना? वीजा इंटरव्यू में पूछे जाएंगे ये सवाल, खाते में होना चाहिए इतना पैसा!

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow