India UK FTA: 'परेशान मत होइए आप बीच में अंग्रेजी शब्दों का इस्तेमाल...' जानें PM मोदी ने किसकी बढ़ाई हिम्मत
भारत और यूके के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर साइन हो गए हैं. इस ऐतिहासिक मौके पर संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक अलग ही नजारा देखने को मिला, जब ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के भाषण के दौरान एक हिंदी ट्रांसलेटर लड़खड़ाने लगा. हालांकि तभी प्रधानमंत्री ने स्नेहपूर्वक कहा कि परेशान मत होइए. आप बीच में अंग्रेज़ी शब्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसकी चिंता मत कीजिए. इस पर अनुवादक ने जवाब दिया, "माफ कीजिए, महामहिम, मेरा भाषण छूट गया." इससे पहले भारत और ब्रिटेन ने गुरुवार (24 जुलाई 2025) को एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर किए. यह यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के बाद से लंदन की तरफ से किसी देश के साथ किया गया सबसे बड़ा समझौता है और इससे द्विपक्षीय व्यापार को सालाना 34 अरब अमेरिकी डॉलर का बढ़ावा मिलेगा. 99 प्रतिशत भारतीय निर्यात पर शुल्क समाप्त FTA समझौते से 99 प्रतिशत भारतीय निर्यात पर शुल्क समाप्त होने के साथ ब्रिटिश व्हिस्की, कारों एवं कई अन्य वस्तुओं पर लगने वाले शुल्क में भी कटौती होगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की उपस्थिति में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और उनके ब्रिटिश समकक्ष जोनाथन रेनॉल्ड ने इस पर हस्ताक्षर किए. समझौते के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत-ब्रिटेन संबंधों का ऐतिहासिक दिन है. उन्होंने कहा कि कई वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद भारत और ब्रिटेन के बीच एक व्यापक आर्थिक एवं व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं. भारतीय उद्योग को मिलेगी मददप्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियां आर्थिक अपराधियों के प्रत्यर्पण जैसे मामलों पर सहयोग और समन्वय जारी रखेंगी. मुक्त व्यापार समझौते पर मोदी ने कहा कि इससे भारत के कृषि उत्पादों और प्रसंस्कृत खाद्य उद्योग के लिए ब्रिटिश बाजार में नये अवसर पैदा होंगे और यह विशेष रूप से भारत के युवाओं, किसानों, मछुआरों और एमएसएमई क्षेत्र के लिए लाभकारी होगा. उन्होंने कहा कि भारतीय कपड़ा उद्योग, जूते, रत्न एवं आभूषण, समुद्री भोजन और इंजीनियरिंग वस्तुओं को ब्रिटेन में बेहतर बाजार पहुंच मिलेगी. ये भी पढ़ें: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच भयंकर जंग, आसमान से बरस रहे बम, जानें क्या है पूरा मामला

भारत और यूके के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर साइन हो गए हैं. इस ऐतिहासिक मौके पर संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक अलग ही नजारा देखने को मिला, जब ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के भाषण के दौरान एक हिंदी ट्रांसलेटर लड़खड़ाने लगा. हालांकि तभी प्रधानमंत्री ने स्नेहपूर्वक कहा कि परेशान मत होइए. आप बीच में अंग्रेज़ी शब्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसकी चिंता मत कीजिए. इस पर अनुवादक ने जवाब दिया, "माफ कीजिए, महामहिम, मेरा भाषण छूट गया."
इससे पहले भारत और ब्रिटेन ने गुरुवार (24 जुलाई 2025) को एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर किए. यह यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के बाद से लंदन की तरफ से किसी देश के साथ किया गया सबसे बड़ा समझौता है और इससे द्विपक्षीय व्यापार को सालाना 34 अरब अमेरिकी डॉलर का बढ़ावा मिलेगा.
99 प्रतिशत भारतीय निर्यात पर शुल्क समाप्त
FTA समझौते से 99 प्रतिशत भारतीय निर्यात पर शुल्क समाप्त होने के साथ ब्रिटिश व्हिस्की, कारों एवं कई अन्य वस्तुओं पर लगने वाले शुल्क में भी कटौती होगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की उपस्थिति में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और उनके ब्रिटिश समकक्ष जोनाथन रेनॉल्ड ने इस पर हस्ताक्षर किए. समझौते के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत-ब्रिटेन संबंधों का ऐतिहासिक दिन है. उन्होंने कहा कि कई वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद भारत और ब्रिटेन के बीच एक व्यापक आर्थिक एवं व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं.
भारतीय उद्योग को मिलेगी मदद
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियां आर्थिक अपराधियों के प्रत्यर्पण जैसे मामलों पर सहयोग और समन्वय जारी रखेंगी. मुक्त व्यापार समझौते पर मोदी ने कहा कि इससे भारत के कृषि उत्पादों और प्रसंस्कृत खाद्य उद्योग के लिए ब्रिटिश बाजार में नये अवसर पैदा होंगे और यह विशेष रूप से भारत के युवाओं, किसानों, मछुआरों और एमएसएमई क्षेत्र के लिए लाभकारी होगा. उन्होंने कहा कि भारतीय कपड़ा उद्योग, जूते, रत्न एवं आभूषण, समुद्री भोजन और इंजीनियरिंग वस्तुओं को ब्रिटेन में बेहतर बाजार पहुंच मिलेगी.
ये भी पढ़ें: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच भयंकर जंग, आसमान से बरस रहे बम, जानें क्या है पूरा मामला
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