IND vs ENG: कौन जीतेगा भारत-इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट? किसका पलड़ा भारी? आंकड़ों में छिपा है जवाब
भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट मैच 23 जुलाई (IND vs ENG 4th Test Date) से मैंचेस्टर स्थित ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान में खेला जाएगा. तीन मुकाबले संपन्न होने के बाद इंग्लैंड सीरीज में 2-1 से आगे चल रहा है. यह टीम इंडिया के लिए करो या मरो का मैच होगा, क्योंकि इसमें हार या ड्रॉ से भी उसका सीरीज जीत पाना नामुमकिन हो जाएगा. इससे पहले चौथा टेस्ट शुरू हो, आइए जान लेते हैं कि मैंचेस्टर के मैदान पर भारत या इंग्लैंड, किसका पलड़ा भारी है? सबसे पहले जान लेते हैं कि भारत और इंग्लैंड का टेस्ट क्रिकेट में हेड-टू-हेड रिकॉर्ड कैसा है? दोनों देशों के बीच अब तक कुल 139 टेस्ट मैच खेले गए हैं, जिनमें 53 बार इंग्लैंड और 36 मौकों पर टीम इंडिया विजयी रही है. वहीं भारत-इंग्लैंड 50 टेस्ट मैच ड्रॉ पर छूटे हैं. मैंचेस्टर में कैसा है दोनों का रिकॉर्ड? मैंचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान की बात करें तो अब तक यहां भारत और इंग्लैंड के बीच 9 टेस्ट मैच खेले गए हैं, जिनमें चार बार इंग्लैंड की टीम विजयी रही है और अन्य पांच मैच ड्रॉ पर छूटे हैं. टीम इंडिया को अब तक के इतिहास में ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर कभी किसी टेस्ट मैच में जीत नहीं मिली है. इस मैदान पर भारत जीत के सबसे करीब साल 1974 में आया था, जब उसे इंग्लैंड के हाथों 113 रनों से हार मिली थी. भारत और इंग्लैंड इस मैदान पर आखिरी बार 2014 में भिड़े थे. उस मैच में इंग्लैंड ने एक पारी में 367 रन बनाए थे. इसके जवाब में भारतीय टीम की ऐसी नैया डूबी कि वो दोनों पारियों में मिलाकर भी 367 रन नहीं बना पाई थी. अंततः टीम इंडिया वह मैच पारी और 54 रनों के अंतर से हार गई थी. मैंचेस्टर में भारतीय बल्लेबाजों का बुरा हाल मौजूदा टीम के अधिकांश क्रिकेटर तो ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर कभी टेस्ट मैच खेले ही नहीं हैं. इस मैदान पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर रहे, जिन्होंने यहां पांच पारियों में 242 रन बनाए थे. 21वीं सदी में डेब्यू करने वाला कोई भारतीय बल्लेबाज यहां टेस्ट मैचों में 200 रनों का आंकड़ा नहीं छू पाया है. ये आंकड़े कहीं ना कहीं साबित कर रहे हैं कि टीम इंडिया के लिए मैंचेस्टर में जीतना बहुत मुश्किल भरा काम होने वाला है. यह भी पढ़ें: किन-किन क्रिकेटरों को मिलती है पेंशन? क्या भारत के लिए एक मैच खेलने वाला भी बन जाता है दावेदार?

भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट मैच 23 जुलाई (IND vs ENG 4th Test Date) से मैंचेस्टर स्थित ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान में खेला जाएगा. तीन मुकाबले संपन्न होने के बाद इंग्लैंड सीरीज में 2-1 से आगे चल रहा है. यह टीम इंडिया के लिए करो या मरो का मैच होगा, क्योंकि इसमें हार या ड्रॉ से भी उसका सीरीज जीत पाना नामुमकिन हो जाएगा. इससे पहले चौथा टेस्ट शुरू हो, आइए जान लेते हैं कि मैंचेस्टर के मैदान पर भारत या इंग्लैंड, किसका पलड़ा भारी है?
सबसे पहले जान लेते हैं कि भारत और इंग्लैंड का टेस्ट क्रिकेट में हेड-टू-हेड रिकॉर्ड कैसा है? दोनों देशों के बीच अब तक कुल 139 टेस्ट मैच खेले गए हैं, जिनमें 53 बार इंग्लैंड और 36 मौकों पर टीम इंडिया विजयी रही है. वहीं भारत-इंग्लैंड 50 टेस्ट मैच ड्रॉ पर छूटे हैं.
मैंचेस्टर में कैसा है दोनों का रिकॉर्ड?
मैंचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान की बात करें तो अब तक यहां भारत और इंग्लैंड के बीच 9 टेस्ट मैच खेले गए हैं, जिनमें चार बार इंग्लैंड की टीम विजयी रही है और अन्य पांच मैच ड्रॉ पर छूटे हैं. टीम इंडिया को अब तक के इतिहास में ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर कभी किसी टेस्ट मैच में जीत नहीं मिली है. इस मैदान पर भारत जीत के सबसे करीब साल 1974 में आया था, जब उसे इंग्लैंड के हाथों 113 रनों से हार मिली थी.
भारत और इंग्लैंड इस मैदान पर आखिरी बार 2014 में भिड़े थे. उस मैच में इंग्लैंड ने एक पारी में 367 रन बनाए थे. इसके जवाब में भारतीय टीम की ऐसी नैया डूबी कि वो दोनों पारियों में मिलाकर भी 367 रन नहीं बना पाई थी. अंततः टीम इंडिया वह मैच पारी और 54 रनों के अंतर से हार गई थी.
मैंचेस्टर में भारतीय बल्लेबाजों का बुरा हाल
मौजूदा टीम के अधिकांश क्रिकेटर तो ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर कभी टेस्ट मैच खेले ही नहीं हैं. इस मैदान पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर रहे, जिन्होंने यहां पांच पारियों में 242 रन बनाए थे. 21वीं सदी में डेब्यू करने वाला कोई भारतीय बल्लेबाज यहां टेस्ट मैचों में 200 रनों का आंकड़ा नहीं छू पाया है. ये आंकड़े कहीं ना कहीं साबित कर रहे हैं कि टीम इंडिया के लिए मैंचेस्टर में जीतना बहुत मुश्किल भरा काम होने वाला है.
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किन-किन क्रिकेटरों को मिलती है पेंशन? क्या भारत के लिए एक मैच खेलने वाला भी बन जाता है दावेदार?
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