IND vs ENG First Test : पांच शतक, 835 रन और फिर भी हार गई टीम इंडिया, जानिए लीड्स टेस्ट में क्यों चूकी गिल और गंभीर की रणनीति?

IND vs ENG First Test : इंग्लैंड के खिलाफ शुभमन गिल के कप्तानी युग की शुरुआत हेंडिग्ले के लीड्स टेस्ट में हार के साथ हुई. पांच दिन चला यह मुकाबला किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं था. इस मुकाबले में भारत ने कई रिकॉर्ड तोड़कर ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की. अंत में भारतीय टीम 5 विकेट से हार गई और इंग्लिश टीम ने ये मुकाबला अपने नाम कर लिया. मैच का हर सेशन रोमांच से भरपूर रहा और मैच भारत के पक्ष में आता लग रहा था लेकिन फिर भी भारत अंतिम पलों में बाजी हार गया. सीनियर खिलाड़ियों विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन के टेस्ट में संन्यास के बाद टीम इंडिया का यह पहला टेस्ट था. इस युवा टीम ने जिस तरह का खेल दिखाया, उसने यह संकेत दे दिया कि नई पीढ़ी भी मुकाबलें के लिए पूरी तरह से तैयार है,लेकिन कुछ रणनीतिक और तकनीकी गलतियों ने भारत से यह मैच छीन लिया. भारत को रणनीति में चूक के चलते करना पड़ा हार का सामना भारतीय टीम ने पूरे मुकाबले में बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया. टीम के बल्लेबाजों ने दोनों पारियों में मिलाकर 835 रन बनाए. पहली बार टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारतीय बल्लेबाजों ने एक ही मैच में पांच शतक जड़े. भारत की ओर से यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, और केएल राहुल ने लाजवाब पारियां खेलते हुए शानदार शतक लगाया. वहीं ऋषभ पंत ने भी दो बार शतक लगाकर इतिहार रच दिया. इसके बावजूद भारतीय टीम जीत का स्वाद चखने में नाकाम रही. मैच को देखते हुए कोच गौतम गंभीर और कप्तान गिल की रणनीति साफ थी की टीम एक बड़ा स्कोर बनाकर चौथी पारी में इंग्लैंड को दबाव में ले आए. दूसरी पारी में टीम ने 364 रन बनाकर 371 का लक्ष्य इंग्लिश टीम के सामने रखा, जो लीड्स के मैदान में इतिहास का अब तक का दूसरा सबसे बड़ा टारगेट था, लेकिन चौथी पारी में भारत के सबसे अनुभवी तेज़ गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज एक भी विकेट नहीं निकाल पाए. इसके साथ ही टीम की फील्डिंग भी बेहद खराब और निराशाजनक रही. खिलाड़ियों ने कई अहम कैच छोड़े, जिससे इंग्लैंड की टीम को गेम में वापसी करने का मौका मिल गया. भारतीय टीम में परिपक्वता देखने के नहीं मिली. पहली पारी में भारत के आखिरी सात विकेट 41 रन पर और दूसरी पारी में आखिरी छह विकेट 31 रन पर गिर गए, जो मैच का निर्णायक मोड़ साबित हुए. यही कारण रहा कि मुकाबलें में इंग्लैंड पर पूरी तरह हावी रहने के बावजूद भारत मैच हार गया. अब टीम इंडिया के सामने बर्मिंघम में 2 जुलाई से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में वापसी करने का शानदार मौका है और यह दूसरा टेस्ट जीतना एक बड़ी चुनौती भी है. पहले टेस्ट में मिली हार के बाद कप्तान गिल और कोच गंभीर पर सवाल उठ रहे हैं की क्या वे रणनीति को और प्रभावी बना पाएंगे या यह हार लंबे समय तक पीछा करेगी?

Jun 25, 2025 - 09:30
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IND vs ENG First Test : पांच शतक, 835 रन और फिर भी हार गई टीम इंडिया, जानिए लीड्स टेस्ट में क्यों चूकी गिल और गंभीर की रणनीति?

IND vs ENG First Test : इंग्लैंड के खिलाफ शुभमन गिल के कप्तानी युग की शुरुआत हेंडिग्ले के लीड्स टेस्ट में हार के साथ हुई. पांच दिन चला यह मुकाबला किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं था. इस मुकाबले में भारत ने कई रिकॉर्ड तोड़कर ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की. अंत में भारतीय टीम 5 विकेट से हार गई और इंग्लिश टीम ने ये मुकाबला अपने नाम कर लिया. मैच का हर सेशन रोमांच से भरपूर रहा और मैच भारत के पक्ष में आता लग रहा था लेकिन फिर भी भारत अंतिम पलों में बाजी हार गया.

सीनियर खिलाड़ियों विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन के टेस्ट में संन्यास के बाद टीम इंडिया का यह पहला टेस्ट था. इस युवा टीम ने जिस तरह का खेल दिखाया, उसने यह संकेत दे दिया कि नई पीढ़ी भी मुकाबलें के लिए पूरी तरह से तैयार है,लेकिन कुछ रणनीतिक और तकनीकी गलतियों ने भारत से यह मैच छीन लिया.

भारत को रणनीति में चूक के चलते करना पड़ा हार का सामना

भारतीय टीम ने पूरे मुकाबले में बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया. टीम के बल्लेबाजों ने दोनों पारियों में मिलाकर 835 रन बनाए. पहली बार टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारतीय बल्लेबाजों ने एक ही मैच में पांच शतक जड़े. भारत की ओर से यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, और केएल राहुल ने लाजवाब पारियां खेलते हुए शानदार शतक लगाया. वहीं ऋषभ पंत ने भी दो बार शतक लगाकर इतिहार रच दिया. इसके बावजूद भारतीय टीम जीत का स्वाद चखने में नाकाम रही.

मैच को देखते हुए कोच गौतम गंभीर और कप्तान गिल की रणनीति साफ थी की टीम एक बड़ा स्कोर बनाकर चौथी पारी में इंग्लैंड को दबाव में ले आए. दूसरी पारी में टीम ने 364 रन बनाकर 371 का लक्ष्य इंग्लिश टीम के सामने रखा, जो लीड्स के मैदान में इतिहास का अब तक का दूसरा सबसे बड़ा टारगेट था, लेकिन चौथी पारी में भारत के सबसे अनुभवी तेज़ गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज एक भी विकेट नहीं निकाल पाए. इसके साथ ही टीम की फील्डिंग भी बेहद खराब और निराशाजनक रही. खिलाड़ियों ने कई अहम कैच छोड़े, जिससे इंग्लैंड की टीम को गेम में वापसी करने का मौका मिल गया.

भारतीय टीम में परिपक्वता देखने के नहीं मिली. पहली पारी में भारत के आखिरी सात विकेट 41 रन पर और दूसरी पारी में आखिरी छह विकेट 31 रन पर गिर गए, जो मैच का निर्णायक मोड़ साबित हुए. यही कारण रहा कि मुकाबलें में इंग्लैंड पर पूरी तरह हावी रहने के बावजूद भारत मैच हार गया.

अब टीम इंडिया के सामने बर्मिंघम में 2 जुलाई से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में वापसी करने का शानदार मौका है और यह दूसरा टेस्ट जीतना एक बड़ी चुनौती भी है. पहले टेस्ट में मिली हार के बाद कप्तान गिल और कोच गंभीर पर सवाल उठ रहे हैं की क्या वे रणनीति को और प्रभावी बना पाएंगे या यह हार लंबे समय तक पीछा करेगी?

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