रेवंत रेड्डी के उस्मानिया कॉलेज दौरे से पहले तनाव, छात्र नेता नजरबंद, तेलंगाना सीएम बोले- 'अगली बार कोई गिरफ्तारी नहीं'
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के उस्मानिया विश्वविद्यालय दौरे के मद्देनजर विश्वविद्यालय परिसर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. इस दौरान पुलिस ने बीआरएसवी के नेताओं और छात्र नेताओं को हाउस अरेस्ट कर दिया, जिससे तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. बीआरएसवी के राज्य अध्यक्ष गेल्लू श्रीनिवास यादव को भी उनके हिमायत नगर स्थित निवास पर नजरबंद किया गया. इस कार्रवाई के खिलाफ छात्रों और बेरोजगार युवाओं में भारी आक्रोश देखा जा रहा है. मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने उस्मानिया विश्वविद्यालय के अपने आगामी दौरे को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जब वह दोबारा विश्वविद्यालय आएंगे तो किसी भी छात्र या प्रदर्शनकारी को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा. कॉलेज में बैठक आयोजित करने की प्रतिबद्धता रेड्डी ने पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिए कि आर्ट्स कॉलेज कैंपस के अंदर एक भी पुलिसकर्मी तैनात नहीं होना चाहिए, ताकि छात्रों को पूर्ण स्वतंत्रता मिले. उन्होंने जोर देकर कहा कि छात्रों को अपनी किसी भी मांग या नाराजगी को शांतिपूर्ण ढंग से व्यक्त करने की पूरी छूट दी जाएगी. साथ ही, मुख्यमंत्री ने आर्ट्स कॉलेज के सामने एक बैठक आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई, जिसमें छात्रों की समस्याओं पर चर्चा की जाएगी. इस बयान से विश्वविद्यालय के छात्रों और बेरोजगार युवाओं के बीच उम्मीद जगी है, हालांकि सरकार के पिछले वादों पर अमल को लेकर सवाल उठ रहे हैं. बीआरएसवी ने सीएम रेड्डी पर उठाए सवाल बीआरएसवी नेता गेल्लू श्रीनिवास ने मुख्यमंत्री के दौरे पर सवाल उठाए. उन्होंने पूछा कि क्या रेड्डी ने दो लाख सरकारी नौकरियां भर्ती करने, छात्रों को फीस प्रतिपूर्ति बकाया राशि जारी करने, 18 वर्ष से अधिक उम्र की छात्राओं को स्कूटी देने, पांच लाख रुपये का शिक्षा भरोसा कार्ड प्रदान करने या नौकरी कैलेंडर लागू करने जैसे वादों को पूरा किया है? श्रीनिवास ने आरोप लगाया कि सरकार ने अपने वादों को नजरअंदाज किया है और बिना इन मांगों को पूरा किए विश्वविद्यालय आने का कोई औचित्य नहीं है. उन्होंने मांग की है कि सरकार तत्काल नौकरियों के लिए अधिसूचना जारी करे और छात्रों के हित में किए गए वादों को लागू करे. सरकार के खिलाफ आंदोलन की तैयारी बीआरएसवी ने चेतावनी दी कि यदि सरकार इन मांगों को पूरा करने में विफल रही तो वह छात्रों और बेरोजगार युवाओं को एकजुट कर सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू करेगी. संगठन ने स्पष्ट किया कि वह हमेशा छात्रों और बेरोजगारों के साथ खड़ा रहेगा. ये भी पढ़ें:- बढ़ने वाली है आसिम मुनीर की धुकधुकी! भारतीय नौसेना में आए सुपरसोनिक मिसाइलों से लैस जंगी जहाज

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के उस्मानिया विश्वविद्यालय दौरे के मद्देनजर विश्वविद्यालय परिसर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. इस दौरान पुलिस ने बीआरएसवी के नेताओं और छात्र नेताओं को हाउस अरेस्ट कर दिया, जिससे तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. बीआरएसवी के राज्य अध्यक्ष गेल्लू श्रीनिवास यादव को भी उनके हिमायत नगर स्थित निवास पर नजरबंद किया गया.
इस कार्रवाई के खिलाफ छात्रों और बेरोजगार युवाओं में भारी आक्रोश देखा जा रहा है. मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने उस्मानिया विश्वविद्यालय के अपने आगामी दौरे को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जब वह दोबारा विश्वविद्यालय आएंगे तो किसी भी छात्र या प्रदर्शनकारी को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा.
कॉलेज में बैठक आयोजित करने की प्रतिबद्धता
रेड्डी ने पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिए कि आर्ट्स कॉलेज कैंपस के अंदर एक भी पुलिसकर्मी तैनात नहीं होना चाहिए, ताकि छात्रों को पूर्ण स्वतंत्रता मिले. उन्होंने जोर देकर कहा कि छात्रों को अपनी किसी भी मांग या नाराजगी को शांतिपूर्ण ढंग से व्यक्त करने की पूरी छूट दी जाएगी.
साथ ही, मुख्यमंत्री ने आर्ट्स कॉलेज के सामने एक बैठक आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई, जिसमें छात्रों की समस्याओं पर चर्चा की जाएगी. इस बयान से विश्वविद्यालय के छात्रों और बेरोजगार युवाओं के बीच उम्मीद जगी है, हालांकि सरकार के पिछले वादों पर अमल को लेकर सवाल उठ रहे हैं.
बीआरएसवी ने सीएम रेड्डी पर उठाए सवाल
बीआरएसवी नेता गेल्लू श्रीनिवास ने मुख्यमंत्री के दौरे पर सवाल उठाए. उन्होंने पूछा कि क्या रेड्डी ने दो लाख सरकारी नौकरियां भर्ती करने, छात्रों को फीस प्रतिपूर्ति बकाया राशि जारी करने, 18 वर्ष से अधिक उम्र की छात्राओं को स्कूटी देने, पांच लाख रुपये का शिक्षा भरोसा कार्ड प्रदान करने या नौकरी कैलेंडर लागू करने जैसे वादों को पूरा किया है?
श्रीनिवास ने आरोप लगाया कि सरकार ने अपने वादों को नजरअंदाज किया है और बिना इन मांगों को पूरा किए विश्वविद्यालय आने का कोई औचित्य नहीं है. उन्होंने मांग की है कि सरकार तत्काल नौकरियों के लिए अधिसूचना जारी करे और छात्रों के हित में किए गए वादों को लागू करे.
सरकार के खिलाफ आंदोलन की तैयारी
बीआरएसवी ने चेतावनी दी कि यदि सरकार इन मांगों को पूरा करने में विफल रही तो वह छात्रों और बेरोजगार युवाओं को एकजुट कर सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू करेगी. संगठन ने स्पष्ट किया कि वह हमेशा छात्रों और बेरोजगारों के साथ खड़ा रहेगा.
ये भी पढ़ें:- बढ़ने वाली है आसिम मुनीर की धुकधुकी! भारतीय नौसेना में आए सुपरसोनिक मिसाइलों से लैस जंगी जहाज
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