'मैंने ऑनलाइन गेम का प्रचार किया था, सट्टेबाजी का नहीं', ED पूछताछ में बोले विजय देवरकोंडा
दक्षिण भारतीय सिनेमा के लोकप्रिय अभिनेता विजय देवरकोंडा बुधवार (6 अगस्त, 2025) को अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स के प्रचार से जुड़े एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए. उन्होंने सुबह करीब 11 बजे हैदराबाद के बशीरबाग स्थित ईडी कार्यालय में प्रवेश किया. यह जांच मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत चल रही है और तेलंगाना व आंध्र प्रदेश में दर्ज पांच प्राथमिकियों (एफआईआर) पर आधारित है. ईडी की पूछताछ में विजय देवरकोंडा ने दिया जवाब ईडी ने विजय से उन सट्टेबाजी ऐप्स के साथ उनके संबंधों और इनके प्रचार के लिए प्राप्त भुगतानों के बारे में पूछताछ कर रही है. सूत्रों के अनुसार, जांच का उद्देश्य इन ऐप्स के जरिए अवैध धन के लेन-देन और मनी लॉन्ड्रिंग की संभावनाओं का पता लगाना है. विजय ने स्पष्ट किया कि उन्होंने केवल गेमिंग ऐप का समर्थन किया था, न कि सट्टेबाजी ऐप का. उन्होंने कहा, “गेमिंग और सट्टेबाजी ऐप में बहुत बड़ा अंतर है. मैंने जो ऐप प्रचारित किया, वह गेमिंग से संबंधित था और गेमिंग का प्रचार करना कोई अपराध नहीं है.” विजय ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी मंशा किसी भी गैर-कानूनी गतिविधि से नहीं जुड़ी थी. सट्टेबाजी ऐप्स की जांच के दौरान विजय देवरकोंडा के अलावा 29 लोगों का जारी किया समन इस मामले में विजय अकेले नहीं हैं. ईडी ने 29 अन्य हस्तियों, जिनमें अभिनेता, यूट्यूबर और प्रभावशाली लोग शामिल हैं, को भी समन जारी किया है. इनमें प्रकाश राज, राणा दग्गुबाती और लक्ष्मी मंचू जैसे नाम शामिल हैं. प्रकाश राज 30 जुलाई को ईडी के समक्ष पेश हो चुके हैं और उन्होंने बताया कि उन्होंने 2016 में एक गेमिंग ऐप का विज्ञापन किया था, लेकिन नैतिक आधार पर भुगतान स्वीकार नहीं किया. जांच में यह भी सामने आया कि कुछ हस्तियों ने अनजाने में सट्टेबाजी ऐप्स का प्रचार किया, जिन्हें वे मनोरंजन या कौशल-आधारित गेमिंग समझते थे. ईडी अब इन हस्तियों के बयानों को सत्यापित कर रही है और वित्तीय लेन-देन की जांच कर रही है ताकि अवैध सट्टेबाजी से उत्पन्न धन के प्रवाह का पता लगाया जा सके. यह मामला युवाओं को प्रभावित करने वाले ऑनलाइन सट्टेबाजी के खतरों को उजागर करता है. यह भी पढ़ेंः Uttarkashi Cloudburst: धराली में बादल फटने के बाद मची तबाही, अब तक 5 की मौत, केरल के भी 28 टूरिस्ट लापता

दक्षिण भारतीय सिनेमा के लोकप्रिय अभिनेता विजय देवरकोंडा बुधवार (6 अगस्त, 2025) को अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स के प्रचार से जुड़े एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए. उन्होंने सुबह करीब 11 बजे हैदराबाद के बशीरबाग स्थित ईडी कार्यालय में प्रवेश किया. यह जांच मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत चल रही है और तेलंगाना व आंध्र प्रदेश में दर्ज पांच प्राथमिकियों (एफआईआर) पर आधारित है.
ईडी की पूछताछ में विजय देवरकोंडा ने दिया जवाब
ईडी ने विजय से उन सट्टेबाजी ऐप्स के साथ उनके संबंधों और इनके प्रचार के लिए प्राप्त भुगतानों के बारे में पूछताछ कर रही है. सूत्रों के अनुसार, जांच का उद्देश्य इन ऐप्स के जरिए अवैध धन के लेन-देन और मनी लॉन्ड्रिंग की संभावनाओं का पता लगाना है. विजय ने स्पष्ट किया कि उन्होंने केवल गेमिंग ऐप का समर्थन किया था, न कि सट्टेबाजी ऐप का. उन्होंने कहा, “गेमिंग और सट्टेबाजी ऐप में बहुत बड़ा अंतर है. मैंने जो ऐप प्रचारित किया, वह गेमिंग से संबंधित था और गेमिंग का प्रचार करना कोई अपराध नहीं है.” विजय ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी मंशा किसी भी गैर-कानूनी गतिविधि से नहीं जुड़ी थी.
सट्टेबाजी ऐप्स की जांच के दौरान विजय देवरकोंडा के अलावा 29 लोगों का जारी किया समन
इस मामले में विजय अकेले नहीं हैं. ईडी ने 29 अन्य हस्तियों, जिनमें अभिनेता, यूट्यूबर और प्रभावशाली लोग शामिल हैं, को भी समन जारी किया है. इनमें प्रकाश राज, राणा दग्गुबाती और लक्ष्मी मंचू जैसे नाम शामिल हैं. प्रकाश राज 30 जुलाई को ईडी के समक्ष पेश हो चुके हैं और उन्होंने बताया कि उन्होंने 2016 में एक गेमिंग ऐप का विज्ञापन किया था, लेकिन नैतिक आधार पर भुगतान स्वीकार नहीं किया. जांच में यह भी सामने आया कि कुछ हस्तियों ने अनजाने में सट्टेबाजी ऐप्स का प्रचार किया, जिन्हें वे मनोरंजन या कौशल-आधारित गेमिंग समझते थे.
ईडी अब इन हस्तियों के बयानों को सत्यापित कर रही है और वित्तीय लेन-देन की जांच कर रही है ताकि अवैध सट्टेबाजी से उत्पन्न धन के प्रवाह का पता लगाया जा सके. यह मामला युवाओं को प्रभावित करने वाले ऑनलाइन सट्टेबाजी के खतरों को उजागर करता है.
यह भी पढ़ेंः Uttarkashi Cloudburst: धराली में बादल फटने के बाद मची तबाही, अब तक 5 की मौत, केरल के भी 28 टूरिस्ट लापता
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