महीने के इन दिनों में प्रेग्नेंसी रोकने की दवा भी नहीं करती है काम, धोखा खा जाते हैं लोग

असुर​क्षित यौन संबंध यानी प्रेग्नेंसी का खतरा. ऐसे में इसे रोकने के लिए महिलाएं गर्भ निरोधक गोलियों का सहारा लेती हैं, लेकिन इस दवा के बारे में आपको कुछ बातें जान लेना जरूरी है. जैसे कि फिजिकल रिलेशन बनाने के बाद यह गोली कब लेनी चाहिए? क्या दवा लेने के बाद भी प्रेग्नेंसी का खतरा हो सकता है? दवा किन हालात में बेअसर साबित हो सकती है? आइए कुछ ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशते हैं... यौन संबंध के बाद कब लें दवा? असुर​क्षित यौन संबंध बनाने के बाद प्रेग्नेंसी से बचने के लिए तीन दिन में यानी 72 घंटे के अंदर मॉर्निंग पिल ली जा सकती है, जिसे इमरजेंसी कॉन्‍ट्रासेप्टिव पिल (ईसीपी) भी कहा जाता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, यौन संबंध के बाद प्रेग्नेंसी रोकने के लिए इस पिल को 75 पर्सेंट तक कारगर माना जाता है. हालांकि, ये 100 पर्सेंट प्रभावी नहीं होती हैं. अगर आप पीरियड्स के दौरान इमरजेंसी कॉन्‍ट्रासेप्टिव पिल यूज करती हैं तो भी ये असरदार साबित नहीं होती हैं. दवा लेने के बाद भी प्रेग्नेंसी का खतरा दवा लेने के बाद भी प्रेग्नेंसी का खतरा हो सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर 100 महिलाएं सिर्फ एक बार असुरक्षित यौन संबंध बनाती हैं तो उनमें से आठ महिलाओं के गर्भवती होने के आसार रहते हैं. अगर ये महिलाएं इमरजेंसी कॉन्‍ट्रासेप्टिव पिल का सेवन करती हैं तो भी इनमें एक से तीन महिलाओं के प्रेगनेंट होने का चांस रहता है. ऐसे में असुर​​क्षित यौन संबंध के बाद जल्द से जल्द ईसीपी का सेवन करने की सलाह दी जाती है. कई बार इसे पांच दिन तक खाने की सलाह दी जाती है, लेकिन उस दौरान इसके असरदार होने के सबूत कम हैं. क्या डेली कर सकते हैं इस्तेमाल? क्या इमरजेंसी कॉन्‍ट्रासेप्टिव पिल का इस्तेमाल रोजाना किया जा सकता है? ये सवाल अक्सर महिलाओं के मन में उठता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो यह एक इमरजेंसी दवा है. असुर​क्षित यौन संबंध बनाने के दौरान प्रेग्नेंसी रोकने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए. एक महीने में दो से तीन बार से अ​धिक इसके सेवन से बचने की सलाह दी जाती है. इसका रेगुलर बर्थ कंट्रोल के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है. कैसे काम करती है ईसीपी? हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, इमरजेंसी कॉन्‍ट्रासेप्टिव पिल में एक हार्मोन होता है, जो प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के सिंथेटिक रूप में कार्य करता है. यह प्रेग्नेंसी को रोकने में मदद करता है. इससे ओवुलेशन में देरी या रोकथाम भी होती है.  क्या सेहत पर पड़ता है असर? हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, गर्भनिरोधक गोली महिलाओं में हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ सकती है. ये दवा ओव्यूलेशन और फर्टिलाइजेशन को रोक सकता है. इन पिल्‍स में हार्मोंस का स्‍तर बहुत ज्‍यादा होता है, जो अनियमित मासिक धर्म का कारण बन सकते हैं. इससे फ्यूचर में प्रेगनेंट होने में महिलाओं को दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है. ये भी पढ़ें: कितना खतरनाक होता है स्टेज 2 का लिवर कैंसर, इसमें जान बचने का चांस कितना? Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

May 28, 2025 - 16:30
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महीने के इन दिनों में प्रेग्नेंसी रोकने की दवा भी नहीं करती है काम, धोखा खा जाते हैं लोग

असुर​क्षित यौन संबंध यानी प्रेग्नेंसी का खतरा. ऐसे में इसे रोकने के लिए महिलाएं गर्भ निरोधक गोलियों का सहारा लेती हैं, लेकिन इस दवा के बारे में आपको कुछ बातें जान लेना जरूरी है. जैसे कि फिजिकल रिलेशन बनाने के बाद यह गोली कब लेनी चाहिए? क्या दवा लेने के बाद भी प्रेग्नेंसी का खतरा हो सकता है? दवा किन हालात में बेअसर साबित हो सकती है? आइए कुछ ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशते हैं...

यौन संबंध के बाद कब लें दवा?

असुर​क्षित यौन संबंध बनाने के बाद प्रेग्नेंसी से बचने के लिए तीन दिन में यानी 72 घंटे के अंदर मॉर्निंग पिल ली जा सकती है, जिसे इमरजेंसी कॉन्‍ट्रासेप्टिव पिल (ईसीपी) भी कहा जाता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, यौन संबंध के बाद प्रेग्नेंसी रोकने के लिए इस पिल को 75 पर्सेंट तक कारगर माना जाता है. हालांकि, ये 100 पर्सेंट प्रभावी नहीं होती हैं. अगर आप पीरियड्स के दौरान इमरजेंसी कॉन्‍ट्रासेप्टिव पिल यूज करती हैं तो भी ये असरदार साबित नहीं होती हैं.

दवा लेने के बाद भी प्रेग्नेंसी का खतरा

दवा लेने के बाद भी प्रेग्नेंसी का खतरा हो सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर 100 महिलाएं सिर्फ एक बार असुरक्षित यौन संबंध बनाती हैं तो उनमें से आठ महिलाओं के गर्भवती होने के आसार रहते हैं. अगर ये महिलाएं इमरजेंसी कॉन्‍ट्रासेप्टिव पिल का सेवन करती हैं तो भी इनमें एक से तीन महिलाओं के प्रेगनेंट होने का चांस रहता है. ऐसे में असुर​​क्षित यौन संबंध के बाद जल्द से जल्द ईसीपी का सेवन करने की सलाह दी जाती है. कई बार इसे पांच दिन तक खाने की सलाह दी जाती है, लेकिन उस दौरान इसके असरदार होने के सबूत कम हैं.

क्या डेली कर सकते हैं इस्तेमाल?

क्या इमरजेंसी कॉन्‍ट्रासेप्टिव पिल का इस्तेमाल रोजाना किया जा सकता है? ये सवाल अक्सर महिलाओं के मन में उठता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो यह एक इमरजेंसी दवा है. असुर​क्षित यौन संबंध बनाने के दौरान प्रेग्नेंसी रोकने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए. एक महीने में दो से तीन बार से अ​धिक इसके सेवन से बचने की सलाह दी जाती है. इसका रेगुलर बर्थ कंट्रोल के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है.

कैसे काम करती है ईसीपी?

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, इमरजेंसी कॉन्‍ट्रासेप्टिव पिल में एक हार्मोन होता है, जो प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के सिंथेटिक रूप में कार्य करता है. यह प्रेग्नेंसी को रोकने में मदद करता है. इससे ओवुलेशन में देरी या रोकथाम भी होती है. 

क्या सेहत पर पड़ता है असर?

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, गर्भनिरोधक गोली महिलाओं में हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ सकती है. ये दवा ओव्यूलेशन और फर्टिलाइजेशन को रोक सकता है. इन पिल्‍स में हार्मोंस का स्‍तर बहुत ज्‍यादा होता है, जो अनियमित मासिक धर्म का कारण बन सकते हैं. इससे फ्यूचर में प्रेगनेंट होने में महिलाओं को दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है.

ये भी पढ़ें: कितना खतरनाक होता है स्टेज 2 का लिवर कैंसर, इसमें जान बचने का चांस कितना?

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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