नागर कर्नूल में स्कूल बस हादसा: मासूमों की जान पर बन आई आफत, खेत में पलटी स्कूली बस
नागर कर्नूल मंडल के गन्यावुल गांव के पास एक दिल दहलाने वाला हादसा हुआ, जब ऑल सेंट्स मॉडल स्कूल की बस अनियंत्रित होकर खेतों में जा पलटी. इस भयावह घटना ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी. बस में सवार करीब 20 मासूम बच्चे उस वक्त मौत के मुंह में जाने से बाल-बाल बचे. यह हादसा उस समय हुआ, जब बस चालक ने सामने से आ रहे एक दुपहिया वाहन को बचाने की कोशिश की, लेकिन नियंत्रण खोने के कारण बस सड़क से उतरकर पास के खेतों में जा गिरी और पलट गई. मजदूरों की सूझबूझ से हादसा टला बच्चों की चीख-पुकार से आसपास का माहौल गमगीन हो गया. पास के खेतों में धान की रोपाई कर रहे मजदूरों ने तुरंत हादसे को देखा और दौड़कर बच्चों की मदद के लिए आगे आए. इन मजदूरों की सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई ने एक बड़ी त्रासदी को टाल दिया. बच्चों को बस से सुरक्षित निकाल लिया गया, हालांकि कुछ बच्चों को मामूली चोटें आईं. यह नजारा देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं, क्योंकि मासूमों की जान जोखिम में थी. स्थानीय ग्रामीणों और स्कूल कर्मचारियों ने तुरंत बच्चों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की. स्कूल प्रशासन पर उठे सवाल हादसे की खबर सुनकर अभिभावकों में दहशत फैल गई और वे स्कूल प्रशासन पर सवाल उठाने लगे. इस घटना ने स्कूल बसों की सुरक्षा और चालकों की ट्रेनिंग पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अगर मजदूरों ने समय रहते हस्तक्षेप न किया होता तो यह हादसा और भी भयानक हो सकता था. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और चालक से पूछताछ की जा रही है. इस हादसे ने एक बार फिर स्कूल वाहनों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया है. मासूमों की जान से खिलवाड़ करने वाली ऐसी घटनाएं हर किसी के लिए चेतावनी हैं. ये भी पढ़ें:- 'भारतीय नागरिक बनने से पहले वोटर लिस्ट में जोड़ा गया सोनिया गांधी का नाम', BJP ने आरोप लगाकर मचा दिया बवाल

नागर कर्नूल मंडल के गन्यावुल गांव के पास एक दिल दहलाने वाला हादसा हुआ, जब ऑल सेंट्स मॉडल स्कूल की बस अनियंत्रित होकर खेतों में जा पलटी. इस भयावह घटना ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी. बस में सवार करीब 20 मासूम बच्चे उस वक्त मौत के मुंह में जाने से बाल-बाल बचे. यह हादसा उस समय हुआ, जब बस चालक ने सामने से आ रहे एक दुपहिया वाहन को बचाने की कोशिश की, लेकिन नियंत्रण खोने के कारण बस सड़क से उतरकर पास के खेतों में जा गिरी और पलट गई.
मजदूरों की सूझबूझ से हादसा टला
बच्चों की चीख-पुकार से आसपास का माहौल गमगीन हो गया. पास के खेतों में धान की रोपाई कर रहे मजदूरों ने तुरंत हादसे को देखा और दौड़कर बच्चों की मदद के लिए आगे आए. इन मजदूरों की सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई ने एक बड़ी त्रासदी को टाल दिया.
बच्चों को बस से सुरक्षित निकाल लिया गया, हालांकि कुछ बच्चों को मामूली चोटें आईं. यह नजारा देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं, क्योंकि मासूमों की जान जोखिम में थी. स्थानीय ग्रामीणों और स्कूल कर्मचारियों ने तुरंत बच्चों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की.
स्कूल प्रशासन पर उठे सवाल
हादसे की खबर सुनकर अभिभावकों में दहशत फैल गई और वे स्कूल प्रशासन पर सवाल उठाने लगे. इस घटना ने स्कूल बसों की सुरक्षा और चालकों की ट्रेनिंग पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अगर मजदूरों ने समय रहते हस्तक्षेप न किया होता तो यह हादसा और भी भयानक हो सकता था.
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और चालक से पूछताछ की जा रही है. इस हादसे ने एक बार फिर स्कूल वाहनों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया है. मासूमों की जान से खिलवाड़ करने वाली ऐसी घटनाएं हर किसी के लिए चेतावनी हैं.
ये भी पढ़ें:- 'भारतीय नागरिक बनने से पहले वोटर लिस्ट में जोड़ा गया सोनिया गांधी का नाम', BJP ने आरोप लगाकर मचा दिया बवाल
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