'जसप्रीत बुमराह टीम में हों या नहीं...', ग्रेग चैपल ने इस खिलाड़ी की तारीफ करते हुए ये क्या कह दिया

भारत के पूर्व कोच और आस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर ग्रेग चैपल ने मंगलवार को कहा कि मोहम्मद सिराज भारतीय गेंदबाजी आक्रमण का ‘वास्तविक और आत्मिक’ अगुआ बनने के लिये तैयार हैं, भले ही जसप्रीत बुमराह टीम में हों या नहीं. इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और आखिरी टेस्ट में भारत को छह रन से जीत दिलाकर श्रृंखला 2 . 2 से ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाने वाले सिराज ने आखिरी मैच में नौ और श्रृंखला में 23 विकेट लिये. उन्होंने पांच टेस्ट में 185 . 3 ओवर डाले. चैपल ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो के लिये अपने कॉलम में लिखा ,‘‘ सच कहूं तो उसने पहले भी कई शानदार प्रदर्शन किये हैं. एमसीजी पर, गाबा पर, पर्थ, लॉडर्स, केपटाउन और बर्मिंघम लेकिन ओवल पर जो किया, वह अद्भुत था. बुमराह के साथ या उसके बिना वह गिल के गेंदबाजी आक्रमण का आत्मिक और वास्तविक अगुआ बनने के लिये तैयार है.’’ भारतीय बल्लेबाजों ने पांच टेस्ट में 12 शतक लगाये लेकिन सिराज की गेंदबाजी सब पर भारी पड़ गई. चैपल ने लिखा ,‘‘ ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि इतने शानदार बल्लेबाजी प्रयासों के बावजूद भारतीय टीम के श्रृंखला में प्रतिस्पर्धी होने का मुख्य कारण सिराज था.’’ उन्होंने कहा ,‘‘ उसके प्रयासों से ज्यादा मुझे उसके भीतर एक गेंदबाज के तौर पर आये बदलाव ने प्रभावित किया. उसने एक जुनूनी गेंदबाज के रूप में शुरूआत की थी लेकिन अब वह ऐसी जुनूनी गेंदबाज है जिसके पास मकसद भी है. एक खिलाड़ी और एक अगुआ में यही फर्क होता है.’’

Aug 6, 2025 - 08:30
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'जसप्रीत बुमराह टीम में हों या नहीं...', ग्रेग चैपल ने इस खिलाड़ी की तारीफ करते हुए ये क्या कह दिया

भारत के पूर्व कोच और आस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर ग्रेग चैपल ने मंगलवार को कहा कि मोहम्मद सिराज भारतीय गेंदबाजी आक्रमण का ‘वास्तविक और आत्मिक’ अगुआ बनने के लिये तैयार हैं, भले ही जसप्रीत बुमराह टीम में हों या नहीं.

इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और आखिरी टेस्ट में भारत को छह रन से जीत दिलाकर श्रृंखला 2 . 2 से ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाने वाले सिराज ने आखिरी मैच में नौ और श्रृंखला में 23 विकेट लिये. उन्होंने पांच टेस्ट में 185 . 3 ओवर डाले.

चैपल ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो के लिये अपने कॉलम में लिखा ,‘‘ सच कहूं तो उसने पहले भी कई शानदार प्रदर्शन किये हैं. एमसीजी पर, गाबा पर, पर्थ, लॉडर्स, केपटाउन और बर्मिंघम लेकिन ओवल पर जो किया, वह अद्भुत था. बुमराह के साथ या उसके बिना वह गिल के गेंदबाजी आक्रमण का आत्मिक और वास्तविक अगुआ बनने के लिये तैयार है.’’

भारतीय बल्लेबाजों ने पांच टेस्ट में 12 शतक लगाये लेकिन सिराज की गेंदबाजी सब पर भारी पड़ गई.

चैपल ने लिखा ,‘‘ ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि इतने शानदार बल्लेबाजी प्रयासों के बावजूद भारतीय टीम के श्रृंखला में प्रतिस्पर्धी होने का मुख्य कारण सिराज था.’’ उन्होंने कहा ,‘‘ उसके प्रयासों से ज्यादा मुझे उसके भीतर एक गेंदबाज के तौर पर आये बदलाव ने प्रभावित किया. उसने एक जुनूनी गेंदबाज के रूप में शुरूआत की थी लेकिन अब वह ऐसी जुनूनी गेंदबाज है जिसके पास मकसद भी है. एक खिलाड़ी और एक अगुआ में यही फर्क होता है.’’

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