क्या आपको हो गई दिल की बीमारी, कैसे पहचानें इसके लक्षण और डॉक्टर से कब करें संपर्क?

Heart Disease Symptoms: हम अक्सर अपने दिल को सिर्फ़ प्यार और भावनाओं से जोड़ते हैं, लेकिन असलियत में यह हमारी जिंदगी की सबसे अहम मशीन है. अगर यह सही से काम करना बंद कर दे तो पूरी बॉडी पर असर पड़ता है. इस पर डॉ. वी.के. मिश्रा का कहना है कि दिल की बीमारी (Heart Disease) धीरे-धीरे पनपती है और कई बार लोग इसके शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज़ कर देते हैं. समय रहते पहचान कर ली जाए तो बड़ी समस्या से बचा जा सकता है. दिल की बीमारी के आम लक्षण दिल की परेशानी सिर्फ़ छाती के दर्द तक सीमित नहीं होती, बल्कि इसके कई और संकेत भी होते हैं, जिन्हें हमें नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए. छाती में दर्द या दबाव: खासकर तब जब आप काम कर रहे हों या तनाव में हों. सांस लेने में तकलीफ: हल्की सी मेहनत पर भी सांस फूलना. अत्यधिक थकान: रोजमर्रा के काम करते हुए जल्दी थक जाना. दिल की धड़कन का अनियमित होना: धड़कन बहुत तेज़ या बहुत धीमी लगना. पैरों या टखनों में सूजन: हार्ट प्रॉब्लम का छुपा संकेत हो सकता है. ये भी पढ़े- किन लोगों को ज्यादा परेशान करती है हवा में मौजूद मरकरी, इससे कौन-सी बीमारियां होती हैं? कब लें डॉक्टर की सलाह? अगर आप बार-बार Chest Pain, Shortness of breath या Uneven heartbeat महसूस करते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. लगातार छाती में दर्द हो. चक्कर आना या बेहोशी जैसा महसूस हो. हल्की गतिविधि पर भी बहुत थकान या सांस फूल जाए. फैमिली हिस्ट्री में दिल की बीमारी हो. ऐसे हालात में तुरंत डॉक्टर को दिखाना जरूरी है क्योंकि देरी करना जानलेवा हो सकता है. दिल को स्वस्थ रखने के आसान उपाय दिल की बीमारी को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता, लेकिन सही Lifestyle Changes से इसे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है. हेल्दी डाइट लें: कम तेल, कम नमक और हरी सब्ज़ियों पर ध्यान दें. एसरसाइज करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट वॉक या योग. स्ट्रेस को दूर करें: मेडिटेशन और पर्याप्त नींद लें. सिगरेट और शराब से दूरी बनाएं. दिल की बीमारी चुपचाप शरीर को नुकसान पहुंचाती है, लेकिन अगर आप इसके संकेतों को पहचान लें और समय रहते डॉक्टर से मिलें, तो गंभीर स्थितियों से बच सकते हैं. डॉ. वी.के. मिश्रा के अनुसार “दिल को स्वस्थ रखने का राज है संतुलित खानपान, नियमित व्यायाम और समय पर चेकअप. इसे भी पढ़ें- 6 साल की उम्र में मोटापा और 10 साल की उम्र में डायबिटीज, छोटे-छोटे बच्चों को क्यों हो रहीं लाइफस्टाइल वाली बीमारियां? Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Sep 9, 2025 - 09:30
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क्या आपको हो गई दिल की बीमारी, कैसे पहचानें इसके लक्षण और डॉक्टर से कब करें संपर्क?

Heart Disease Symptoms: हम अक्सर अपने दिल को सिर्फ़ प्यार और भावनाओं से जोड़ते हैं, लेकिन असलियत में यह हमारी जिंदगी की सबसे अहम मशीन है. अगर यह सही से काम करना बंद कर दे तो पूरी बॉडी पर असर पड़ता है. इस पर डॉ. वी.के. मिश्रा का कहना है कि दिल की बीमारी (Heart Disease) धीरे-धीरे पनपती है और कई बार लोग इसके शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज़ कर देते हैं. समय रहते पहचान कर ली जाए तो बड़ी समस्या से बचा जा सकता है.

दिल की बीमारी के आम लक्षण

दिल की परेशानी सिर्फ़ छाती के दर्द तक सीमित नहीं होती, बल्कि इसके कई और संकेत भी होते हैं, जिन्हें हमें नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए.

  • छाती में दर्द या दबाव: खासकर तब जब आप काम कर रहे हों या तनाव में हों.
  • सांस लेने में तकलीफ: हल्की सी मेहनत पर भी सांस फूलना.
  • अत्यधिक थकान: रोजमर्रा के काम करते हुए जल्दी थक जाना.
  • दिल की धड़कन का अनियमित होना: धड़कन बहुत तेज़ या बहुत धीमी लगना.
  • पैरों या टखनों में सूजन: हार्ट प्रॉब्लम का छुपा संकेत हो सकता है.

ये भी पढ़े- किन लोगों को ज्यादा परेशान करती है हवा में मौजूद मरकरी, इससे कौन-सी बीमारियां होती हैं?

कब लें डॉक्टर की सलाह?

अगर आप बार-बार Chest Pain, Shortness of breath या Uneven heartbeat महसूस करते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.

  • लगातार छाती में दर्द हो.
  • चक्कर आना या बेहोशी जैसा महसूस हो.
  • हल्की गतिविधि पर भी बहुत थकान या सांस फूल जाए.
  • फैमिली हिस्ट्री में दिल की बीमारी हो.
  • ऐसे हालात में तुरंत डॉक्टर को दिखाना जरूरी है क्योंकि देरी करना जानलेवा हो सकता है.

दिल को स्वस्थ रखने के आसान उपाय

दिल की बीमारी को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता, लेकिन सही Lifestyle Changes से इसे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है.

  • हेल्दी डाइट लें: कम तेल, कम नमक और हरी सब्ज़ियों पर ध्यान दें.
  • एसरसाइज करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट वॉक या योग.
  • स्ट्रेस को दूर करें: मेडिटेशन और पर्याप्त नींद लें.
  • सिगरेट और शराब से दूरी बनाएं.

दिल की बीमारी चुपचाप शरीर को नुकसान पहुंचाती है, लेकिन अगर आप इसके संकेतों को पहचान लें और समय रहते डॉक्टर से मिलें, तो गंभीर स्थितियों से बच सकते हैं. डॉ. वी.के. मिश्रा के अनुसारदिल को स्वस्थ रखने का राज है संतुलित खानपान, नियमित व्यायाम और समय पर चेकअप.

इसे भी पढ़ें- 6 साल की उम्र में मोटापा और 10 साल की उम्र में डायबिटीज, छोटे-छोटे बच्चों को क्यों हो रहीं लाइफस्टाइल वाली बीमारियां?

Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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