कुछ बड़ा होने वाला है? ट्रंप-पुतिन की मीटिंग के बाद रूस जाएंगे जयशंकर, NSA डोभाल पहले ही सेट कर चुके हैं 'खेला'
अमेरिकी की ओर से 50 फीसदी टैरिफ लगाने के बाद भारत और रूस एक-दूसरे के और भी करीब आ गए हैं. हाल ही में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने रूस का दौरा किया और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. अब विदेश मंत्री एस जयशंकर रूस दौरे पर जाएंगे जहां वे रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावारोव से मुलाकात करेंगे. रूसी विदेश मंत्री के साथ करेंगे मीटिंग रूसी विदेश मंत्रालय के मुताबिक 21 अगस्त 2025 को एस जयशंकर मॉस्को में सर्गेई लावारोव के साथ मीटिंग करेंगे. पिछले हफ्ते एनएसए अजीत डोभाल ने कहा था कि पुतिन जल्द ही भारत का दौरा करेंगे. ट्रंप की ओर से भारत पर अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ लगाने के एक दिन बार अजीत डोभाल ने पुतिन से मुलाकात की थी. रूस से कच्चा तेल खरीदने की वजह से अमेरिका ने भारत पर टैरिफ लगाया है. ट्रंप-पुतिन की मुलाकात के बाद रूस जाएंगे जयशंकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की शुक्रवार (15 अगस्त 2025) को मुलाकात होनी है. इसके बाद एस जयशंकर रूस जाएंगे. इस लिहाज से भी इस दौरे को काफी अहम माना जा रहा है. दोनों नेताओं की मुलाकात अलास्का में होनी वाली है, जो कभी रूस का हिस्सा हुआ करता था. रूस पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने की धमकी के बीच ट्रंप पुतिन से मिलेंगे. डोभाल के साथ बैठक में इन मुद्दों पर हुई बात रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार (7 अगस्त 2025) को क्रेमलिन में अजीत डोभाल से मुलाकात की थी. इस बैठक में रूस के वरिष्ठ अधिकारियों, जिनमें सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु और राष्ट्रपति के सहयोगी यूरी उशाकोव ने हिस्सा लिया था. इस बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा, रक्षा सहयोग और आगामी नेतृत्व-स्तर की बैठक की तैयारियों पर ध्यान केंद्रित किया गया. रूस की इंटरफैक्स न्यूज एजेंसी के अनुसार, एनएसए डोभाल ने शोइगु के साथ अपनी बैठक में कहा, "हमारे बीच अब बहुत अच्छे संबंध स्थापित हो चुके हैं, जिन्हें हम बहुत महत्व देते हैं. हमारे देशों के बीच एक रणनीतिक साझेदारी है." इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन के सहयोगी उशाकोव ने कहा कि हमारे नेताओं के बीच हर साल मुलाकात करने का समझौता हुआ है और अब इस बार हमारी बारी है. ट्रंप ने पुतिन को दी ये सलाह ट्रंप ने सोमवार (11 अगस्त 2025) को कहा कि रूसी तेल खरीदने के लिए भारत पर लगाए गए अमेरिकी शुल्क की वजह से पहले से ही खराब चल रही मास्को की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा है. ट्रंप ने भारत को रूस का सबसे बड़ा या दूसरा सबसे बड़ा तेल खरीदार बताया. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि रूस को अपने देश के निर्माण में फिर से जुट जाना चाहिए. यह एक विशाल देश है... रूस में अच्छा प्रदर्शन करने की अपार क्षमता है. वे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं. उनकी अर्थव्यवस्था इस समय अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही है क्योंकि इससे वह बुरी तरह प्रभावित हुई है." ये भी पढ़ें : 'रिश्तों को नहीं बदल सकते...', अमेरिका-पाकिस्तान की बढ़ती नजदीकी पर क्या बोला व्हाइट हाउस

अमेरिकी की ओर से 50 फीसदी टैरिफ लगाने के बाद भारत और रूस एक-दूसरे के और भी करीब आ गए हैं. हाल ही में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने रूस का दौरा किया और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. अब विदेश मंत्री एस जयशंकर रूस दौरे पर जाएंगे जहां वे रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावारोव से मुलाकात करेंगे.
रूसी विदेश मंत्री के साथ करेंगे मीटिंग
रूसी विदेश मंत्रालय के मुताबिक 21 अगस्त 2025 को एस जयशंकर मॉस्को में सर्गेई लावारोव के साथ मीटिंग करेंगे. पिछले हफ्ते एनएसए अजीत डोभाल ने कहा था कि पुतिन जल्द ही भारत का दौरा करेंगे. ट्रंप की ओर से भारत पर अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ लगाने के एक दिन बार अजीत डोभाल ने पुतिन से मुलाकात की थी. रूस से कच्चा तेल खरीदने की वजह से अमेरिका ने भारत पर टैरिफ लगाया है.
ट्रंप-पुतिन की मुलाकात के बाद रूस जाएंगे जयशंकर
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की शुक्रवार (15 अगस्त 2025) को मुलाकात होनी है. इसके बाद एस जयशंकर रूस जाएंगे. इस लिहाज से भी इस दौरे को काफी अहम माना जा रहा है. दोनों नेताओं की मुलाकात अलास्का में होनी वाली है, जो कभी रूस का हिस्सा हुआ करता था. रूस पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने की धमकी के बीच ट्रंप पुतिन से मिलेंगे.
डोभाल के साथ बैठक में इन मुद्दों पर हुई बात
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार (7 अगस्त 2025) को क्रेमलिन में अजीत डोभाल से मुलाकात की थी. इस बैठक में रूस के वरिष्ठ अधिकारियों, जिनमें सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु और राष्ट्रपति के सहयोगी यूरी उशाकोव ने हिस्सा लिया था. इस बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा, रक्षा सहयोग और आगामी नेतृत्व-स्तर की बैठक की तैयारियों पर ध्यान केंद्रित किया गया.
रूस की इंटरफैक्स न्यूज एजेंसी के अनुसार, एनएसए डोभाल ने शोइगु के साथ अपनी बैठक में कहा, "हमारे बीच अब बहुत अच्छे संबंध स्थापित हो चुके हैं, जिन्हें हम बहुत महत्व देते हैं. हमारे देशों के बीच एक रणनीतिक साझेदारी है." इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन के सहयोगी उशाकोव ने कहा कि हमारे नेताओं के बीच हर साल मुलाकात करने का समझौता हुआ है और अब इस बार हमारी बारी है.
ट्रंप ने पुतिन को दी ये सलाह
ट्रंप ने सोमवार (11 अगस्त 2025) को कहा कि रूसी तेल खरीदने के लिए भारत पर लगाए गए अमेरिकी शुल्क की वजह से पहले से ही खराब चल रही मास्को की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा है. ट्रंप ने भारत को रूस का सबसे बड़ा या दूसरा सबसे बड़ा तेल खरीदार बताया.
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि रूस को अपने देश के निर्माण में फिर से जुट जाना चाहिए. यह एक विशाल देश है... रूस में अच्छा प्रदर्शन करने की अपार क्षमता है. वे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं. उनकी अर्थव्यवस्था इस समय अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही है क्योंकि इससे वह बुरी तरह प्रभावित हुई है."
ये भी पढ़ें : 'रिश्तों को नहीं बदल सकते...', अमेरिका-पाकिस्तान की बढ़ती नजदीकी पर क्या बोला व्हाइट हाउस
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