स्टॉक मार्केट में उछाल के बीच आईपीओ की बहार, एक लाख करोड़ से ज्यादा जुटाएंगे ये कंपनियां
पिछले दिनों भारत और पाकिस्तान तनाव, ट्रंप टैरिफ की वजह से भारतीय शेयर बाजार में जो हलचल देखने को मिली थी, वो दिन अब निकल चुके हैं. अब बाजार में रौनक आने की उम्मीद है. ऐसा कहा जा रहा है कि करीब 60 से भी अधिक कंपनियां इस समय आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेबी की तरफ से 66 कंपनियों को एक लाख करोड़ से ज्यादा रकम की आईपीओ की मंजूरी दी जा चुकी है, जिनमें वेरिटास फाइनेंस, नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी, जेएसडब्ल्यू सीमेंट, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी कंपनियां प्रमुख हैं और लिस्टेड कंपनियों की सूची में आने के लिए इंतजार कर रही है. छह महीने में IPO की बहार एक्सपर्ट का तो यहां तक कहना है कि अगर भारतीय स्टॉक मार्केट की स्थिति इसी तरह से बेहतर रही तो अगले एक छमाही के दौरान बड़ा सुधार देखा जा सकता है. शेयर बाजार में सेंसेक्स अप्रैल के निचले स्तर से 13 प्रतिशत और निफ्टी 50 अपने निचले स्तरों से करीब 13.6 प्रतिशत सुधार दर्ज किया है. इसी तरह से निफ्टी मिडकैप में इसी समय के दौरान 18.6 प्रतिशत और निफ्टी स्मॉल कैपट सूचकांकों में 20.8 प्रतिशत की भी तेजी दिखी है. जनवरी और फरवरी में 10 IPO इस साल के शुरुआती 2 महीने में 10 आईपीओ बाजार में आए. हालांकि, उसके बाद मार्च में कोई भी आईपीओ नहीं आया था. लेकिन, अप्रैल में एक कंपनी अपना आईपीओ लेकर आयी, वो कंपनी है- एथर एनर्जी. हालांकि, जरूर मई में दो बड़े आईपीओ आए, ये हैं- बेलराइज इंडस्ट्रीज और बोराना वीव्स. इसका इन्वेस्टर्स की तरफ से जोरदार स्वागत भी किया गया. एक्सपर्ट की मानें तो बाजार में आईपीओ के बहार के पीछे की बड़ी वजह ये है कि भारत और पाकिस्तान में पहलगाम की घटना के बाद बढ़े तनाव की वजह से कई कंपनियों ने अपनी पूंजी को होल्ड कर दिया ता. लेकिन, अब जबकि दोनों देशों के बीच सीमा पर संघर्ष विराम का ऐलान किया जा चुका है, उसके बाद कंपनियां फिर से पैसा लगाना शुरू कर रही है. इस हफ्ते चार आईपीओ जो बाजार में आने वाले हैं, वो है- स्कोडा ट्यूब्स, श्लॉस बेंगलुरू, प्रोस्टार्म इन्फो सिस्टम्स और एजिस वोपैक. साथ ही, एचडीबी फाइनेंशियल सर्वेसेज, टाटा कैपिटल और फिजिक्सवाला समेत करीब 60 से ज्यादा कंपनियों ने सेबी को डॉक्यूमेंडट्स सौंपे हैं और वे मंजूरी की इंतजाकर कर रहे हैं. ये भी पढ़ें: ITC के स्टॉक में उछाल, डिविडेंड भी दे रही कंपनी, जानिए क्या आगे भी दिखेगी तेजी?

पिछले दिनों भारत और पाकिस्तान तनाव, ट्रंप टैरिफ की वजह से भारतीय शेयर बाजार में जो हलचल देखने को मिली थी, वो दिन अब निकल चुके हैं. अब बाजार में रौनक आने की उम्मीद है. ऐसा कहा जा रहा है कि करीब 60 से भी अधिक कंपनियां इस समय आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेबी की तरफ से 66 कंपनियों को एक लाख करोड़ से ज्यादा रकम की आईपीओ की मंजूरी दी जा चुकी है, जिनमें वेरिटास फाइनेंस, नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी, जेएसडब्ल्यू सीमेंट, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी कंपनियां प्रमुख हैं और लिस्टेड कंपनियों की सूची में आने के लिए इंतजार कर रही है.
छह महीने में IPO की बहार
एक्सपर्ट का तो यहां तक कहना है कि अगर भारतीय स्टॉक मार्केट की स्थिति इसी तरह से बेहतर रही तो अगले एक छमाही के दौरान बड़ा सुधार देखा जा सकता है. शेयर बाजार में सेंसेक्स अप्रैल के निचले स्तर से 13 प्रतिशत और निफ्टी 50 अपने निचले स्तरों से करीब 13.6 प्रतिशत सुधार दर्ज किया है. इसी तरह से निफ्टी मिडकैप में इसी समय के दौरान 18.6 प्रतिशत और निफ्टी स्मॉल कैपट सूचकांकों में 20.8 प्रतिशत की भी तेजी दिखी है.
जनवरी और फरवरी में 10 IPO
इस साल के शुरुआती 2 महीने में 10 आईपीओ बाजार में आए. हालांकि, उसके बाद मार्च में कोई भी आईपीओ नहीं आया था. लेकिन, अप्रैल में एक कंपनी अपना आईपीओ लेकर आयी, वो कंपनी है- एथर एनर्जी. हालांकि, जरूर मई में दो बड़े आईपीओ आए, ये हैं- बेलराइज इंडस्ट्रीज और बोराना वीव्स. इसका इन्वेस्टर्स की तरफ से जोरदार स्वागत भी किया गया.
एक्सपर्ट की मानें तो बाजार में आईपीओ के बहार के पीछे की बड़ी वजह ये है कि भारत और पाकिस्तान में पहलगाम की घटना के बाद बढ़े तनाव की वजह से कई कंपनियों ने अपनी पूंजी को होल्ड कर दिया ता. लेकिन, अब जबकि दोनों देशों के बीच सीमा पर संघर्ष विराम का ऐलान किया जा चुका है, उसके बाद कंपनियां फिर से पैसा लगाना शुरू कर रही है.
इस हफ्ते चार आईपीओ जो बाजार में आने वाले हैं, वो है- स्कोडा ट्यूब्स, श्लॉस बेंगलुरू, प्रोस्टार्म इन्फो सिस्टम्स और एजिस वोपैक. साथ ही, एचडीबी फाइनेंशियल सर्वेसेज, टाटा कैपिटल और फिजिक्सवाला समेत करीब 60 से ज्यादा कंपनियों ने सेबी को डॉक्यूमेंडट्स सौंपे हैं और वे मंजूरी की इंतजाकर कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें: ITC के स्टॉक में उछाल, डिविडेंड भी दे रही कंपनी, जानिए क्या आगे भी दिखेगी तेजी?
What's Your Reaction?






