'सही रास्ते पर आजा, जैसे...', सचिन तेंदुलकर ने पृथ्वी शॉ को लगाई फटकार; जानें क्या कहा

Sachin Tendulkar To Prithvi Shaw: भारतीय क्रिकेट जगत में पृथ्वी शॉ का नाम काफी तेजी के साथ चढ़ा था. साल 2014 में जब पृथ्वी केवल 15 साल के थे, तभी घरेलू क्रिकेट में अपने बल्ले से उन्होंने एक अनोखी छाप छोड़ी. पृथ्वी शॉ लगातार रन बनाए जा रहे थे और उस उम्र में नए रिकॉर्ड कायम कर रहे थे. एक साल पहले, शॉ ने हैरिस शील्ड गेम में 546 रनों की चौंकाने वाली पारी खेली थी. ये स्कोर भारतीय स्कूल क्रिकेट के इतिहास में किसी बच्चे का बनाया गया बेस्ट स्कोर था. इसके बाद वे तुरंत सभी की नजरों में आ गए थे. पृथ्वी शॉ की सचिन से तुलना पृथ्वी शॉ की धाकड़ बल्लेबाजी की तुलना सचिन तेंदुलकर ने होने लगी. जब पृथ्वी 18 साल के हुए, तब वे अंडर-19 टीम के कप्तान बने. पृथ्वी ने रणजी ट्रॉफी के पहले ही मैच में शतक जड़ा था. वहीं जब भारत के लिए वो पहला टेस्ट खेलने आए, तब उन्होंने टीम इंडिया के लिए पहले मैच में भी शतक जड़ा. पृथ्वी शॉ ने ये सभी रिकॉर्ड अपना कॉलेज पूरा होने से पहले ही बना लिए थे. सचिन ने पृथ्वी का बचपन देखा पृथ्वी शॉ ने हाल ही में ये खुलासा किया है कि ऑफ-फील्ड डिस्ट्रक्शन और खराब लोगों की संगत की वजह से वो क्रिकेट से दूर होते चले गए. पृथ्वी शॉ ने बताया कि सचिन सर मेरे सफर के बारे में जानते हैं. अर्जुन और मैं 8-9 साल की उम्र से दोस्त हैं. हम दोनों साथ खेलते हुए बड़े हुए हैं और सचिन सर ने इस वजह से मुझे काफी करीब से देखा है. हमने दो महीने पहले ही MIG में बात की थी, जब वो ट्रेनिंग देने आए थे. पृथ्वी ने आगे बताया कि 'जब आप दूर चले जाते हैं, तो आपको उस मेंटर की जरूरत होती है जो आपको फिर से उठा सके. पृथ्वी ने कहा कि सचिन सर अभी भी मुझ पर विश्वास करते हैं. यह भी पढ़ें गजब हो गया... 4 महीने पहले बिके रोहित शर्मा और विराट कोहली के मैच के सारे टिकट, जानिए कब और कहां होगा ये मैच

Jun 27, 2025 - 17:30
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'सही रास्ते पर आजा, जैसे...', सचिन तेंदुलकर ने पृथ्वी शॉ को लगाई फटकार; जानें क्या कहा

Sachin Tendulkar To Prithvi Shaw: भारतीय क्रिकेट जगत में पृथ्वी शॉ का नाम काफी तेजी के साथ चढ़ा था. साल 2014 में जब पृथ्वी केवल 15 साल के थे, तभी घरेलू क्रिकेट में अपने बल्ले से उन्होंने एक अनोखी छाप छोड़ी. पृथ्वी शॉ लगातार रन बनाए जा रहे थे और उस उम्र में नए रिकॉर्ड कायम कर रहे थे. एक साल पहले, शॉ ने हैरिस शील्ड गेम में 546 रनों की चौंकाने वाली पारी खेली थी. ये स्कोर भारतीय स्कूल क्रिकेट के इतिहास में किसी बच्चे का बनाया गया बेस्ट स्कोर था. इसके बाद वे तुरंत सभी की नजरों में आ गए थे.

पृथ्वी शॉ की सचिन से तुलना

पृथ्वी शॉ की धाकड़ बल्लेबाजी की तुलना सचिन तेंदुलकर ने होने लगी. जब पृथ्वी 18 साल के हुए, तब वे अंडर-19 टीम के कप्तान बने. पृथ्वी ने रणजी ट्रॉफी के पहले ही मैच में शतक जड़ा था. वहीं जब भारत के लिए वो पहला टेस्ट खेलने आए, तब उन्होंने टीम इंडिया के लिए पहले मैच में भी शतक जड़ा. पृथ्वी शॉ ने ये सभी रिकॉर्ड अपना कॉलेज पूरा होने से पहले ही बना लिए थे.

सचिन ने पृथ्वी का बचपन देखा

पृथ्वी शॉ ने हाल ही में ये खुलासा किया है कि ऑफ-फील्ड डिस्ट्रक्शन और खराब लोगों की संगत की वजह से वो क्रिकेट से दूर होते चले गए. पृथ्वी शॉ ने बताया कि सचिन सर मेरे सफर के बारे में जानते हैं. अर्जुन और मैं 8-9 साल की उम्र से दोस्त हैं. हम दोनों साथ खेलते हुए बड़े हुए हैं और सचिन सर ने इस वजह से मुझे काफी करीब से देखा है. हमने दो महीने पहले ही MIG में बात की थी, जब वो ट्रेनिंग देने आए थे. पृथ्वी ने आगे बताया कि 'जब आप दूर चले जाते हैं, तो आपको उस मेंटर की जरूरत होती है जो आपको फिर से उठा सके. पृथ्वी ने कहा कि सचिन सर अभी भी मुझ पर विश्वास करते हैं.

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