रमेश लेखक ने दिया नेपाल के होम मिनिस्टर पद से इस्तीफा, जानें इस पोस्ट पर कितनी मिलती है सैलरी?

नेपाल की राजनीति में सोमवार का दिन बेहद अहम रहा. देश के गृह मंत्री रमेश लेखक ने अपने पद से अचानक इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया. इस्तीफे की वजह भी उतनी ही गंभीर थी राजधानी काठमांडू और अन्य इलाकों में हुए हिंसक प्रदर्शनों के दौरान 19 लोगों की मौत. मंत्री लेखक ने इस पूरी घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को कैबिनेट बैठक में अपना इस्तीफा सौंप दिया. क्यों दिया इस्तीफा? गृह मंत्री रमेश लेखक ने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर हुई जनहानि के बाद उनका पद पर बने रहना उचित नहीं है. उन्होंने साफ कहा मैं इस त्रासदी के बाद पद पर नहीं रह सकता. यह मेरी नैतिक जिम्मेदारी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक मंत्री ने अपने पार्टी सहयोगियों को पहले ही यह संकेत दे दिया था कि वह नैतिक कारणों से इस पद पर आगे नहीं रहना चाहते. ऐसे में आइए जानते हैं नेपाल में गृह मंत्री को कितनी सैलरी मिलती है. नेपाल के गृह मंत्री की सैलरी कितनी है? अब बात करते हैं गृह मंत्री के वेतन और सुविधाओं की. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नेपाल में किसी मंत्री को प्रति माह 72,730 नेपाली रुपये सैलरी मिलती है. इसके अलावा उन्हें कई तरह की सरकारी सुविधाएं भी दी जाती हैं. इनमें आधिकारिक आवास, गाड़ी, सुरक्षा, स्टाफ और अन्य सरकारी भत्ते शामिल होते हैं. यह भी पढ़ें - सोशल मीडिया पर शेयर किया SSC का क्वेश्चन पेपर तो खैर नहीं, लगेगा 1 करोड़ का जुर्माना इस्तीफे का असर रमेश लेखक का इस्तीफा नेपाल की राजनीति और प्रशासन दोनों पर बड़ा असर डाल सकता है. गृह मंत्रालय देश की आंतरिक सुरक्षा, कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक व्यवस्था का सबसे अहम हिस्सा है. ऐसे में गृह मंत्री का अचानक पद छोड़ना सरकार के लिए एक चुनौती है. ऐसे में अब ये देखना होगा कि गृह मंत्री की जिम्मेदारी किसे मिलेगी. यह भी पढ़ें - अजित पवार से बहस के बाद चर्चा में आईं IPS अंजना, जानें UPSC में मिली थी कौन सी रैंक? क्यों भड़की हिंसा? नेपाल कैबिनेट ने पिछले दिनों सभी सोशल मीडिया फेसबुक, मैसेंजर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, व्हाट्सएप, एक्स समेत 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को ब्लॉक कर दिया था. देश के प्रधानमंत्री ने कहा था कि वह सोशल मीडिया के खिलाफ नहीं है, लेकिन उन्हें रजिस्ट्रेशन कराना होगा. कानून और संविधान की अवहेलना करने और राष्ट्रीय गरिमा, स्वतंत्रता और संप्रभुता का अनादर करने को स्वीकार नहीं किया जा सकता है. यह भी पढ़ें - संजय दत्त या सुनील शेट्टी किसने कहां से की है पढ़ाई? यहां देखें कौन है पढ़ाई में बेस्ट

Sep 9, 2025 - 14:30
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रमेश लेखक ने दिया नेपाल के होम मिनिस्टर पद से इस्तीफा, जानें इस पोस्ट पर कितनी मिलती है सैलरी?

नेपाल की राजनीति में सोमवार का दिन बेहद अहम रहा. देश के गृह मंत्री रमेश लेखक ने अपने पद से अचानक इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया. इस्तीफे की वजह भी उतनी ही गंभीर थी राजधानी काठमांडू और अन्य इलाकों में हुए हिंसक प्रदर्शनों के दौरान 19 लोगों की मौत. मंत्री लेखक ने इस पूरी घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को कैबिनेट बैठक में अपना इस्तीफा सौंप दिया.

क्यों दिया इस्तीफा?

गृह मंत्री रमेश लेखक ने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर हुई जनहानि के बाद उनका पद पर बने रहना उचित नहीं है. उन्होंने साफ कहा मैं इस त्रासदी के बाद पद पर नहीं रह सकता. यह मेरी नैतिक जिम्मेदारी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक मंत्री ने अपने पार्टी सहयोगियों को पहले ही यह संकेत दे दिया था कि वह नैतिक कारणों से इस पद पर आगे नहीं रहना चाहते. ऐसे में आइए जानते हैं नेपाल में गृह मंत्री को कितनी सैलरी मिलती है.

नेपाल के गृह मंत्री की सैलरी कितनी है?

अब बात करते हैं गृह मंत्री के वेतन और सुविधाओं की. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नेपाल में किसी मंत्री को प्रति माह 72,730 नेपाली रुपये सैलरी मिलती है. इसके अलावा उन्हें कई तरह की सरकारी सुविधाएं भी दी जाती हैं. इनमें आधिकारिक आवास, गाड़ी, सुरक्षा, स्टाफ और अन्य सरकारी भत्ते शामिल होते हैं.

यह भी पढ़ें - सोशल मीडिया पर शेयर किया SSC का क्वेश्चन पेपर तो खैर नहीं, लगेगा 1 करोड़ का जुर्माना

इस्तीफे का असर

रमेश लेखक का इस्तीफा नेपाल की राजनीति और प्रशासन दोनों पर बड़ा असर डाल सकता है. गृह मंत्रालय देश की आंतरिक सुरक्षा, कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक व्यवस्था का सबसे अहम हिस्सा है. ऐसे में गृह मंत्री का अचानक पद छोड़ना सरकार के लिए एक चुनौती है. ऐसे में अब ये देखना होगा कि गृह मंत्री की जिम्मेदारी किसे मिलेगी.

यह भी पढ़ें - अजित पवार से बहस के बाद चर्चा में आईं IPS अंजना, जानें UPSC में मिली थी कौन सी रैंक?

क्यों भड़की हिंसा?

नेपाल कैबिनेट ने पिछले दिनों सभी सोशल मीडिया फेसबुक, मैसेंजर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, व्हाट्सएप, एक्स समेत 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को ब्लॉक कर दिया था. देश के प्रधानमंत्री ने कहा था कि वह सोशल मीडिया के खिलाफ नहीं है, लेकिन उन्हें रजिस्ट्रेशन कराना होगा. कानून और संविधान की अवहेलना करने और राष्ट्रीय गरिमा, स्वतंत्रता और संप्रभुता का अनादर करने को स्वीकार नहीं किया जा सकता है.

यह भी पढ़ें - संजय दत्त या सुनील शेट्टी किसने कहां से की है पढ़ाई? यहां देखें कौन है पढ़ाई में बेस्ट

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