मानसून में पुदीने की चाय पीने के कई फायदे, जानिए किस समय करना चाहिए सेवन
Benefits of Mint Tea: मानसून की रिमझिम फुहारें, मिट्टी की सोंधी खुशबू और गर्मागर्म चाय का प्याला, ये तीनों मिल जाएं तो मौसम और भी सुहाना हो जाता है. लेकिन अगर इस चाय में आप पुदीने का तड़का लगा दें, तो न सिर्फ स्वाद बढ़ता है, बल्कि सेहत को भी कई फायदे मिलते हैं. इस पर डॉ. सतीश गुप्ता बताते हैं कि, खासकर मानसून में पुदीने की चाय का सेवन कई मौसमी बीमारियों से हमें बचा सकता है. आखिर कैसे...पूरी डिटेल में जान लीजिए. ये भी पढ़े- वजन घटाने के चक्कर में पी रहे हैं गरम पानी, ये गलतियां बिगाड़ सकती हैं आपकी सेहत पाचन में सुधार मानसून में अक्सर लोग अपच, गैस और पेट दर्द से परेशान रहते हैं. पुदीने की चाय इन समस्याओं को दूर करने में बेहद प्रभावी होती है. इम्युनिटी बूस्ट करता है पुदीने में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन C रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, जिससे सर्दी-जुकाम और वायरल फीवर से बचाव होता है. सिरदर्द और तनाव में राहत पुदीना एक नेचुरल रिलैक्सेंट है. इसकी चाय पीने से माइग्रेन और मानसून में होने वाले सिरदर्द में आराम मिलता है. स्किन प्रॉब्लम्स में लाभकारी मानसून में त्वचा पर रैशेज और एलर्जी की समस्या आम होती है. पुदीना शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे स्किन हेल्दी रहती है. सांस लेने में आसानी जिन लोगों को साइनस या एलर्जी की समस्या है, उनके लिए पुदीने की चाय बेहद लाभकारी होती है. यह नाक के मार्ग को खोलने में मदद करती है. कब और कैसे करें सेवन? पुदीने की चाय सुबह खाली पेट या शाम के वक्त स्नैक्स के साथ ली जाए तो इसका अधिक लाभ मिलता है. दिन में 1 बार इसका सेवन करना पर्याप्त होता है. चाय बनाने के लिए ताजे पुदीने की पत्तियों को उबालकर उसमें थोड़ा सा अदरक और नींबू मिलाने से स्वाद और गुण दोनों बढ़ जाते हैं. इन बातों का रखें ध्यान बहुत अधिक मात्रा में पुदीने की चाय पीने से एसिडिटी हो सकती है गर्भवती महिलाएं और दवाएं ले रहे लोग डॉक्टर से परामर्श करके ही सेवन करें मानसून के मौसम में अगर आप एक हेल्दी और स्वादिष्ट विकल्प की तलाश में हैं, तो पुदीने की चाय आपके लिए एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकती है. यह न केवल बीमारियों से बचाव करती है, बल्कि शरीर और मन दोनों को तरोताजा कर देती है. ये भी पढ़ें: गैस की वजह से दर्द या हार्ट अटैक? समझें दोनों में अंतर, जो समझ नहीं पाते लोग Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Benefits of Mint Tea: मानसून की रिमझिम फुहारें, मिट्टी की सोंधी खुशबू और गर्मागर्म चाय का प्याला, ये तीनों मिल जाएं तो मौसम और भी सुहाना हो जाता है. लेकिन अगर इस चाय में आप पुदीने का तड़का लगा दें, तो न सिर्फ स्वाद बढ़ता है, बल्कि सेहत को भी कई फायदे मिलते हैं.
इस पर डॉ. सतीश गुप्ता बताते हैं कि, खासकर मानसून में पुदीने की चाय का सेवन कई मौसमी बीमारियों से हमें बचा सकता है. आखिर कैसे...पूरी डिटेल में जान लीजिए.
ये भी पढ़े- वजन घटाने के चक्कर में पी रहे हैं गरम पानी, ये गलतियां बिगाड़ सकती हैं आपकी सेहत
पाचन में सुधार
मानसून में अक्सर लोग अपच, गैस और पेट दर्द से परेशान रहते हैं. पुदीने की चाय इन समस्याओं को दूर करने में बेहद प्रभावी होती है.
इम्युनिटी बूस्ट करता है
पुदीने में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन C रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, जिससे सर्दी-जुकाम और वायरल फीवर से बचाव होता है.
सिरदर्द और तनाव में राहत
पुदीना एक नेचुरल रिलैक्सेंट है. इसकी चाय पीने से माइग्रेन और मानसून में होने वाले सिरदर्द में आराम मिलता है.
स्किन प्रॉब्लम्स में लाभकारी
मानसून में त्वचा पर रैशेज और एलर्जी की समस्या आम होती है. पुदीना शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे स्किन हेल्दी रहती है.
सांस लेने में आसानी
जिन लोगों को साइनस या एलर्जी की समस्या है, उनके लिए पुदीने की चाय बेहद लाभकारी होती है. यह नाक के मार्ग को खोलने में मदद करती है.
कब और कैसे करें सेवन?
पुदीने की चाय सुबह खाली पेट या शाम के वक्त स्नैक्स के साथ ली जाए तो इसका अधिक लाभ मिलता है. दिन में 1 बार इसका सेवन करना पर्याप्त होता है. चाय बनाने के लिए ताजे पुदीने की पत्तियों को उबालकर उसमें थोड़ा सा अदरक और नींबू मिलाने से स्वाद और गुण दोनों बढ़ जाते हैं.
इन बातों का रखें ध्यान
- बहुत अधिक मात्रा में पुदीने की चाय पीने से एसिडिटी हो सकती है
- गर्भवती महिलाएं और दवाएं ले रहे लोग डॉक्टर से परामर्श करके ही सेवन करें
मानसून के मौसम में अगर आप एक हेल्दी और स्वादिष्ट विकल्प की तलाश में हैं, तो पुदीने की चाय आपके लिए एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकती है. यह न केवल बीमारियों से बचाव करती है, बल्कि शरीर और मन दोनों को तरोताजा कर देती है.
ये भी पढ़ें: गैस की वजह से दर्द या हार्ट अटैक? समझें दोनों में अंतर, जो समझ नहीं पाते लोग
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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