ब्यूटी विद ब्रेन... जानें कौन हैं 19 साल की दिव्या देशमुख? कैसे तय किया शतरंज वर्ल्ड कप फाइनल का सफर

Who Is Divya Deshmukh: दिव्या देशमुख, 19 साल की वो खिलाड़ी जिसने चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचकर भारत का झंडा लहराया है. दिव्या देश की ऐसी पहली महिला बन गई हैं, जिन्होंने भारत को वूमेंस चेस वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंचाया है. दिव्या ने सेमीफाइनल मुकाबले में चीन की टैन झोंग्यी को हराया. चीन की ये खिलाड़ी वूमेंस वर्ल्ड चैंपियन रह चुकी हैं. चेस वर्ल्ड कप में पहुंचने वाली दिव्य देशमुख पहली फाइनलिस्ट हैं, अभी दूसरे खिलाड़ी के नाम का तय होना बाकी है. कौन हैं दिव्या देशमुख? दिव्या देशमुख नागपुर की रहने वाली हैं और इनके माता-पिता दोनों ही डॉक्टर हैं. दिव्या की स्पोर्ट्स की तरफ रुचि उनकी बहन के बैडमिंटन में जाने के बाद आई, लेकिन उन्होंने अपने प्रोफेशन में बैडमिंटन की जगह शतरंज को चुना. दिव्या कितनी बेहतर चेस प्लेयर बन सकती हैं, ये बात तभी पता चल गई थी जब वे पांच साल की थी. दिव्या देशमुख ने पांच साल की उम्र में साल 2012 में नेशनल अंडर-7 चैंपियनशिप जीती. इसके बाद दिव्या ने डरबन में हुआ अंडर-10 टूर्नामेंट जीता. दिव्या देशमुख 2017 में ब्राजील में हुए अंडर-12 टूर्नामेंट में भी हिस्सा ले चुकी हैं और इसमें भी भारत की इस खिलाड़ी की जीत हुई थी. दिव्या साल 2023 में इंटरनेशनल मास्टर बन चुकी हैं. भारत की इस बेटी ने साल 2024 में वर्ल्ड जूनियर गर्ल्स अंडर-20 चैंपियनशिप जीती थी. 2024 में हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में हुए 45वें चेस ओलंपियाड में भारत की विनिंग टीम का हिस्सा दिव्या देशमुख थीं. दिव्या तीन चेस ओलंपियाड में गोल्ड मेडल भी हासिल कर चुकी हैं. दिव्या देशमुख की सेमीफाइनल में शानदार जीत भारत की दिव्या देशमुख और चीन की टैन झोंग्यी के बीच शानदार मुकाबला हुआ. जॉर्जिया के शहर बाटुमी में बुधवार, 23 जुलाई को इस मैच में भारत की जीत तो हुई थी, लेकिन दिव्या के लिए ये मुकाबला आसान नहीं था, क्योंकि दिव्या के सामने पहले वर्ल्ड चैंपियन बन चुकी टैन झोंग्यी थी, जो कि वर्ल्ड रैंकिंग में चौथे नंबर पर भी हैं. इन दोनों के बीच फर्स्ट लेग ड्रॉ हुआ. वहीं सेकंड लेग में व्हाइट पीस के साथ दिव्या देशमुख ने चीन की खिलाड़ी को हरा दिया. भारत का किससे होगा फाइनल मुकाबला? भारत चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच गया है. इसके साथ ही सबसे बड़ा सवाल ये है कि दिव्या देशमुख की फाइनल में टक्कर किसके साथ होगी. FIDE चेस वर्ल्ड कप का दूसरा सेमीफाइनल चीन की लेई तिंगजी और भारत की नंबर 1 प्लेयर कोनेरू हम्पी के बीच खेला गया. दोनों खिलाड़ियों के बीच क्लासिकल लेग्स ड्रॉ होने के बाद इस खेल का कोई नतीजा नहीं निकला. आज गुरुवार, 24 जुलाई को एक और मैच के साथ दूसरे फाइनलिस्ट का नाम सामने आएगा. फाइनल में दोनों भारतीय खिलाड़ी? चेस वर्ल्ड कप के दूसरे सेमीफाइनल में अगर भारत की कोनेरू हम्पी जीत जाती है, तब ये तय है कि भारत ही ये वूमेंस चेस वर्ल्ड कप जीत रहा है. 19 साल की शतरंज प्लेयर दिव्या देशमुख FIDE वर्ल्ड कप सेमीफाइनल जीतने के साथ ही कैंडिडेट्स टूर्नामेंट 2026 के लिए भी क्वालीफाई कर चुकी हैं. वहीं अगर कोनेरू हम्पी भी फाइनल में पहुंच जाती हैं तो वे भी इस टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर जाएंगी. अगर हम्पी हार जाती हैं, तब उन्हें वर्ल्ड चैंपियनशिप चैलेंजर टूर्नामेंट में एक और मौका मिलेगा. यह भी पढ़ें भारत में होगा Chess World Cup 2025, वर्ल्ड नंबर 1 मैग्नस कार्लसन समेत 206 खिलाड़ी लेंगे हिस्सा

Jul 24, 2025 - 23:30
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ब्यूटी विद ब्रेन... जानें कौन हैं 19 साल की दिव्या देशमुख? कैसे तय किया शतरंज वर्ल्ड कप फाइनल का सफर

Who Is Divya Deshmukh: दिव्या देशमुख, 19 साल की वो खिलाड़ी जिसने चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचकर भारत का झंडा लहराया है. दिव्या देश की ऐसी पहली महिला बन गई हैं, जिन्होंने भारत को वूमेंस चेस वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंचाया है. दिव्या ने सेमीफाइनल मुकाबले में चीन की टैन झोंग्यी को हराया. चीन की ये खिलाड़ी वूमेंस वर्ल्ड चैंपियन रह चुकी हैं. चेस वर्ल्ड कप में पहुंचने वाली दिव्य देशमुख पहली फाइनलिस्ट हैं, अभी दूसरे खिलाड़ी के नाम का तय होना बाकी है.

कौन हैं दिव्या देशमुख?

दिव्या देशमुख नागपुर की रहने वाली हैं और इनके माता-पिता दोनों ही डॉक्टर हैं. दिव्या की स्पोर्ट्स की तरफ रुचि उनकी बहन के बैडमिंटन में जाने के बाद आई, लेकिन उन्होंने अपने प्रोफेशन में बैडमिंटन की जगह शतरंज को चुना. दिव्या कितनी बेहतर चेस प्लेयर बन सकती हैं, ये बात तभी पता चल गई थी जब वे पांच साल की थी.

  • दिव्या देशमुख ने पांच साल की उम्र में साल 2012 में नेशनल अंडर-7 चैंपियनशिप जीती.
  • इसके बाद दिव्या ने डरबन में हुआ अंडर-10 टूर्नामेंट जीता.
  • दिव्या देशमुख 2017 में ब्राजील में हुए अंडर-12 टूर्नामेंट में भी हिस्सा ले चुकी हैं और इसमें भी भारत की इस खिलाड़ी की जीत हुई थी.
  • दिव्या साल 2023 में इंटरनेशनल मास्टर बन चुकी हैं.
  • भारत की इस बेटी ने साल 2024 में वर्ल्ड जूनियर गर्ल्स अंडर-20 चैंपियनशिप जीती थी.
  • 2024 में हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में हुए 45वें चेस ओलंपियाड में भारत की विनिंग टीम का हिस्सा दिव्या देशमुख थीं.
  • दिव्या तीन चेस ओलंपियाड में गोल्ड मेडल भी हासिल कर चुकी हैं.

दिव्या देशमुख की सेमीफाइनल में शानदार जीत

भारत की दिव्या देशमुख और चीन की टैन झोंग्यी के बीच शानदार मुकाबला हुआ. जॉर्जिया के शहर बाटुमी में बुधवार, 23 जुलाई को इस मैच में भारत की जीत तो हुई थी, लेकिन दिव्या के लिए ये मुकाबला आसान नहीं था, क्योंकि दिव्या के सामने पहले वर्ल्ड चैंपियन बन चुकी टैन झोंग्यी थी, जो कि वर्ल्ड रैंकिंग में चौथे नंबर पर भी हैं. इन दोनों के बीच फर्स्ट लेग ड्रॉ हुआ. वहीं सेकंड लेग में व्हाइट पीस के साथ दिव्या देशमुख ने चीन की खिलाड़ी को हरा दिया.

भारत का किससे होगा फाइनल मुकाबला?

भारत चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच गया है. इसके साथ ही सबसे बड़ा सवाल ये है कि दिव्या देशमुख की फाइनल में टक्कर किसके साथ होगी. FIDE चेस वर्ल्ड कप का दूसरा सेमीफाइनल चीन की लेई तिंगजी और भारत की नंबर 1 प्लेयर कोनेरू हम्पी के बीच खेला गया. दोनों खिलाड़ियों के बीच क्लासिकल लेग्स ड्रॉ होने के बाद इस खेल का कोई नतीजा नहीं निकला. आज गुरुवार, 24 जुलाई को एक और मैच के साथ दूसरे फाइनलिस्ट का नाम सामने आएगा.

फाइनल में दोनों भारतीय खिलाड़ी?

चेस वर्ल्ड कप के दूसरे सेमीफाइनल में अगर भारत की कोनेरू हम्पी जीत जाती है, तब ये तय है कि भारत ही ये वूमेंस चेस वर्ल्ड कप जीत रहा है. 19 साल की शतरंज प्लेयर दिव्या देशमुख FIDE वर्ल्ड कप सेमीफाइनल जीतने के साथ ही कैंडिडेट्स टूर्नामेंट 2026 के लिए भी क्वालीफाई कर चुकी हैं. वहीं अगर कोनेरू हम्पी भी फाइनल में पहुंच जाती हैं तो वे भी इस टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर जाएंगी. अगर हम्पी हार जाती हैं, तब उन्हें वर्ल्ड चैंपियनशिप चैलेंजर टूर्नामेंट में एक और मौका मिलेगा.

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भारत में होगा Chess World Cup 2025, वर्ल्ड नंबर 1 मैग्नस कार्लसन समेत 206 खिलाड़ी लेंगे हिस्सा

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