बड़ों को ही नहीं बच्चों को भी हो सकता है ब्रेन ट्यूमर, जानिए क्या हैं इसके लक्षण

Brain Tumour Symptoms in Children: जब बच्चों को बार-बार सिरदर्द होता है, वो चिड़चिड़े रहने लगते हैं, आंखें कमजोर पड़ने लगती हैं या अचानक दौरे आने लगते हैं तो अक्सर माता-पिता इसे सामान्य शारीरिक परेशानी मान लेते हैं. कभी थकान, कभी पढ़ाई का दबाव, तो कभी मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल, लेकिन ये लक्षण ब्रेन ट्यूमर जैसे गंभीर रोग की ओर इशारा कर सकते हैं? अक्सर माना जाता है कि ब्रेन ट्यूमर एक उम्रदराज़ लोगों की बीमारी है, लेकिन हकीकत ये है कि यह गंभीर बीमारी बच्चों को भी अपनी चपेट में ले सकती है.  बता दें, ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क में कोशिकाओं का असामान्य रूप से बढ़ना है. ट्यूमर मस्तिष्क के किसी भी हिस्से में हो सकता है और उसके अनुसार लक्षण अलग-अलग होते हैं.  ये भी पढ़े- कैंसर होने के 3 साल पहले लगेगा इस खौफनाक बीमारी का पता, रिसर्चर्स ने निकाला तगड़ा फॉर्म्युला बच्चों में ब्रेन ट्यूमर के आम लक्षण लगातार सिरदर्द होना: खासकर सुबह उठते वक्त तेज सिरदर्द होना, जो कुछ घंटों बाद खुद ही ठीक हो जाए.  मतली और उल्टी: बिना किसी स्पष्ट कारण के बार-बार उल्टी आना.  आंख संबंधी समस्याएं: धुंधला दिखना, दोहरी छवि दिखना या आंखों की गति में असामान्यता.  मनोवैज्ञानिक बदलाव: चिड़चिड़ापन, व्यवहार में बदलाव, चीजों में रुचि कम हो जाना.  संतुलन और चलने में परेशानी: बच्चा लड़खड़ाकर चलने लगे या बार-बार गिरने लगे.  क्यों होती है पहचान में देर? बच्चों में ट्यूमर के लक्षण कई बार आम बीमारियों जैसे लगते हैं. माता-पिता अक्सर सिरदर्द को सामान्य समझते हैं या बच्चा यदि बहुत छोटा हो, तो वो अपनी परेशानी ठीक से बता नहीं पाता. इसलिए जरूरी है कि यदि कोई लक्षण बार-बार और बिना कारण के दिखाई दे रहा हो, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें.  लक्षण पता चलने के बाद क्या करें  ब्रेन ट्यूमर का इलाज संभव है, बशर्ते समय रहते उसकी पहचान हो जाए. MRI, CT स्कैन और न्यूरोलॉजिकल जांच से ट्यूमर की पुष्टि की जा सकती है. इलाज में सर्जरी, कीमोथेरेपी या रेडिएशन शामिल हो सकते हैं, यह ट्यूमर के प्रकार और स्टेज पर निर्भर करता है.  बच्चों की छोटी-छोटी स्वास्थ्य समस्याओं को नज़रअंदाज न करें. अगर कोई लक्षण बार-बार दिखाई दे रहा है या सामान्य इलाज से ठीक नहीं हो रहा, तो तुरंत विशेषज्ञ से जांच कराएं.  ये भी पढ़ें: वैज्ञानिकों ने बना ली कैंसर की दवा, जानिए थर्ड स्टेज के कैंसर में कितनी कारगर ये वैक्सीन? Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Jun 6, 2025 - 16:30
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बड़ों को ही नहीं बच्चों को भी हो सकता है ब्रेन ट्यूमर, जानिए क्या हैं इसके लक्षण

Brain Tumour Symptoms in Children: जब बच्चों को बार-बार सिरदर्द होता है, वो चिड़चिड़े रहने लगते हैं, आंखें कमजोर पड़ने लगती हैं या अचानक दौरे आने लगते हैं तो अक्सर माता-पिता इसे सामान्य शारीरिक परेशानी मान लेते हैं. कभी थकान, कभी पढ़ाई का दबाव, तो कभी मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल, लेकिन ये लक्षण ब्रेन ट्यूमर जैसे गंभीर रोग की ओर इशारा कर सकते हैं? अक्सर माना जाता है कि ब्रेन ट्यूमर एक उम्रदराज़ लोगों की बीमारी है, लेकिन हकीकत ये है कि यह गंभीर बीमारी बच्चों को भी अपनी चपेट में ले सकती है. 

बता दें, ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क में कोशिकाओं का असामान्य रूप से बढ़ना है. ट्यूमर मस्तिष्क के किसी भी हिस्से में हो सकता है और उसके अनुसार लक्षण अलग-अलग होते हैं. 

ये भी पढ़े- कैंसर होने के 3 साल पहले लगेगा इस खौफनाक बीमारी का पता, रिसर्चर्स ने निकाला तगड़ा फॉर्म्युला

बच्चों में ब्रेन ट्यूमर के आम लक्षण

लगातार सिरदर्द होना: खासकर सुबह उठते वक्त तेज सिरदर्द होना, जो कुछ घंटों बाद खुद ही ठीक हो जाए. 

मतली और उल्टी: बिना किसी स्पष्ट कारण के बार-बार उल्टी आना. 

आंख संबंधी समस्याएं: धुंधला दिखना, दोहरी छवि दिखना या आंखों की गति में असामान्यता. 

मनोवैज्ञानिक बदलाव: चिड़चिड़ापन, व्यवहार में बदलाव, चीजों में रुचि कम हो जाना. 

संतुलन और चलने में परेशानी: बच्चा लड़खड़ाकर चलने लगे या बार-बार गिरने लगे. 

क्यों होती है पहचान में देर?

बच्चों में ट्यूमर के लक्षण कई बार आम बीमारियों जैसे लगते हैं. माता-पिता अक्सर सिरदर्द को सामान्य समझते हैं या बच्चा यदि बहुत छोटा हो, तो वो अपनी परेशानी ठीक से बता नहीं पाता. इसलिए जरूरी है कि यदि कोई लक्षण बार-बार और बिना कारण के दिखाई दे रहा हो, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें. 

लक्षण पता चलने के बाद क्या करें 

ब्रेन ट्यूमर का इलाज संभव है, बशर्ते समय रहते उसकी पहचान हो जाए. MRI, CT स्कैन और न्यूरोलॉजिकल जांच से ट्यूमर की पुष्टि की जा सकती है. इलाज में सर्जरी, कीमोथेरेपी या रेडिएशन शामिल हो सकते हैं, यह ट्यूमर के प्रकार और स्टेज पर निर्भर करता है. 

बच्चों की छोटी-छोटी स्वास्थ्य समस्याओं को नज़रअंदाज न करें. अगर कोई लक्षण बार-बार दिखाई दे रहा है या सामान्य इलाज से ठीक नहीं हो रहा, तो तुरंत विशेषज्ञ से जांच कराएं. 

ये भी पढ़ें: वैज्ञानिकों ने बना ली कैंसर की दवा, जानिए थर्ड स्टेज के कैंसर में कितनी कारगर ये वैक्सीन?

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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