प्रेग्नेंसी के आखिरी महीने में संबंध बनाने से क्या वाकई डिलीवरी में मिलती है मदद? ये रहा जवाब
Sex in Last Month of Pregnancy: गर्भावस्था का आखिरी महीना, जब इंतजार अपने चरम पर होता है और हर महिला चाहती है कि अब डिलीवरी बिना किसी जटिलता के जल्द और सामान्य रूप से हो जाए. इसी समय अक्सर घर की बुजुर्ग महिलाएं या आसपास की सलाहें यह सुझाव देने लगती हैं कि "अंतिम महीने में पति-पत्नी का संबंध बनाना डिलीवरी को आसान बनाता है. कुछ लोग इसे परंपरागत मानते हैं, तो कुछ इसे लेकर झिझकते हैं. लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या वाकई गर्भावस्था के आखिरी महीने में शारीरिक संबंध डिलीवरी में मदद करता है या ये सिर्फ एक मिथ है? इस विषय को बेहतर समझने के लिए गायनोलॉजिस्ट डॉ. सोनल परिहार बताती हैं कि, इस समय Prostaglandins नामक तत्व सर्विक्स को नरम करने में सहायक हो सकते हैं, जिससे डिलीवरी की प्रक्रिया सहज हो सकती है. इसके अलावा, ऑर्गेज़्म से गर्भाशय में हल्के संकुचनआ सकते हैं, जो प्राकृतिक लेबर की शुरुआत में मदद कर सकते हैं. भावनात्मक रूप से महिला को रिलैक्स महसूस होता है, जिससे हार्मोनल संतुलन बना रहता है. ये भी पढ़े- क्या सच में गंदे जुराब सुंघाने से खत्म हो जाता है मिर्गी का दौरा? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट किन परिस्थितियों में संबंध बनाने से बचना चाहिए? यह तरीका कुछ हद तक मददगार हो सकता है, लेकिन हर गर्भवती महिला के लिए यह सुरक्षित नहीं होता. डॉक्टर सोनल बताती हैं कि यदि नीचे दिए गए में से कोई स्थिति हो, तो संबंध बनाने से बचना चाहिए. प्लेसेंटा प्रिविया प्रीमैच्योर लेबर का रिस्क एमनियोटिक फ्लूइड का रिसाव दो या अधिक गर्भपात का इतिहास डॉक्टर द्वारा संबंध ना बनाने की स्पष्ट सलाह क्या यह एक भरोसेमंद उपाय है? डॉ. सोनल परिहार के अनुसार, यह तरीका कुछ महिलाओं के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन इसे डिलेवरी टेक्निक के तौर पर 100% कारगर नहीं माना जा सकता. यह हर महिला के शरीर और गर्भावस्था की स्थिति पर निर्भर करता है. गर्भावस्था के आखिरी महीने में संबंध बनाना डिलीवरी में मदद कर सकता है. लेकिन सिर्फ तभी, जब महिला और बच्चे की सेहत पूरी तरह से सामान्य हो और डॉक्टर की सलाह से यह किया जाए. बिना विशेषज्ञ की अनुमति के इसे आजमाना कभी-कभी जोखिम भरा हो सकता है. ये भी पढ़ें: जरा-सा कुछ लगते ही निकल जाती है चीख, जानें किस बीमारी से पैरों में होती है यह तकलीफ Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Sex in Last Month of Pregnancy: गर्भावस्था का आखिरी महीना, जब इंतजार अपने चरम पर होता है और हर महिला चाहती है कि अब डिलीवरी बिना किसी जटिलता के जल्द और सामान्य रूप से हो जाए. इसी समय अक्सर घर की बुजुर्ग महिलाएं या आसपास की सलाहें यह सुझाव देने लगती हैं कि "अंतिम महीने में पति-पत्नी का संबंध बनाना डिलीवरी को आसान बनाता है. कुछ लोग इसे परंपरागत मानते हैं, तो कुछ इसे लेकर झिझकते हैं. लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या वाकई गर्भावस्था के आखिरी महीने में शारीरिक संबंध डिलीवरी में मदद करता है या ये सिर्फ एक मिथ है?
इस विषय को बेहतर समझने के लिए गायनोलॉजिस्ट डॉ. सोनल परिहार बताती हैं कि, इस समय Prostaglandins नामक तत्व सर्विक्स को नरम करने में सहायक हो सकते हैं, जिससे डिलीवरी की प्रक्रिया सहज हो सकती है. इसके अलावा, ऑर्गेज़्म से गर्भाशय में हल्के संकुचनआ सकते हैं, जो प्राकृतिक लेबर की शुरुआत में मदद कर सकते हैं. भावनात्मक रूप से महिला को रिलैक्स महसूस होता है, जिससे हार्मोनल संतुलन बना रहता है.
ये भी पढ़े- क्या सच में गंदे जुराब सुंघाने से खत्म हो जाता है मिर्गी का दौरा? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट
किन परिस्थितियों में संबंध बनाने से बचना चाहिए?
यह तरीका कुछ हद तक मददगार हो सकता है, लेकिन हर गर्भवती महिला के लिए यह सुरक्षित नहीं होता. डॉक्टर सोनल बताती हैं कि यदि नीचे दिए गए में से कोई स्थिति हो, तो संबंध बनाने से बचना चाहिए.
- प्लेसेंटा प्रिविया
- प्रीमैच्योर लेबर का रिस्क
- एमनियोटिक फ्लूइड का रिसाव
- दो या अधिक गर्भपात का इतिहास
- डॉक्टर द्वारा संबंध ना बनाने की स्पष्ट सलाह
क्या यह एक भरोसेमंद उपाय है?
डॉ. सोनल परिहार के अनुसार, यह तरीका कुछ महिलाओं के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन इसे डिलेवरी टेक्निक के तौर पर 100% कारगर नहीं माना जा सकता. यह हर महिला के शरीर और गर्भावस्था की स्थिति पर निर्भर करता है. गर्भावस्था के आखिरी महीने में संबंध बनाना डिलीवरी में मदद कर सकता है. लेकिन सिर्फ तभी, जब महिला और बच्चे की सेहत पूरी तरह से सामान्य हो और डॉक्टर की सलाह से यह किया जाए. बिना विशेषज्ञ की अनुमति के इसे आजमाना कभी-कभी जोखिम भरा हो सकता है.
ये भी पढ़ें: जरा-सा कुछ लगते ही निकल जाती है चीख, जानें किस बीमारी से पैरों में होती है यह तकलीफ
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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