पैरों पर बनने लगे हैं मकड़ी जैसे जाले तो हो जाएं सावधान, इस खतरनाक बीमारी का है लक्षण

Spider Veins on Feet: क्या आपने हाल ही में अपने पैरों की त्वचा पर बारीक नीली या लाल रेखाएं देखी हैं, जो मकड़ी के जाले जैसी दिखती हैं? अगर हां, तो इसे नजरअंदाज न करें. ये केवल बाहरी सौंदर्य की समस्या नहीं है, बल्कि आपके शरीर के अंदर किसी गंभीर रोग की चेतावनी भी हो सकती है. बदलती जीवनशैली, पोषण की कमी और लंबे समय तक एक ही जगह बैठे रहने की आदत से कई बार शरीर संकेत देने लगता है और पैरों पर दिखने वाले ये "स्पाइडर वेन्स" या जाले उनमें से एक हो सकते हैं. ये भी पढ़े- शराब पीने के बाद रिलीज होते हैं ये हार्मोन, पीते ही गम भुलाने लगते हैं लोग पैरों पर मकड़ी जैसे जाले पैरों की त्वचा पर जब लाल, नीली या बैंगनी रंग की पतली नसें फैलने लगती हैं और मकड़ी के जाले जैसी आकृति बना लेती हैं, तो इसे स्पाइडर वेन्स कहा जाता है. ये अक्सर त्वचा की ऊपरी सतह पर दिखाई देती हैं और शुरुआत में दर्द नहीं करतीं, लेकिन इनकी मौजूदगी शरीर के अंदर चल रही समस्याओं की ओर इशारा करती है. फिजिशियन डॉ. अभिषेक रंजन बताते हैं कि पैरों पर स्पाइडर वेन्स बनना कई बार विटामिन B12 की कमी का संकेत हो सकता है. B12 की कमी से नसों की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है, जिससे खून का प्रवाह ठीक से नहीं हो पाता और त्वचा की सतह पर ये जाले उभरने लगते हैं. अन्य संभावित कारण खराब ब्लड सर्कुलेशन: लंबे समय तक खड़े रहना या बैठे रहना रक्त प्रवाह को बाधित करता है हॉर्मोनल असंतुलन: महिलाओं में यह स्थिति गर्भावस्था या मेनोपॉज़ के दौरान अधिक देखी जाती है लिवर की समस्या: कुछ मामलों में जिगर की खराबी से भी त्वचा पर स्पाइडर वेन्स दिखने लगती हैं वैरिकोज वेन्स: यह गंभीर रूप भी ले सकता है जिसमें नसें फूल जाती हैं और दर्द होने लगता है बचाव और इलाज विटामिन B12 युक्त आहार लें: जैसे अंडे, दूध, दही, मछली और पनीर ब्लड टेस्ट कराएं: B12, फोलिक एसिड और लीवर फंक्शन की जांच ज़रूर कराएं शारीरिक सक्रियता बढ़ाएं: लंबे समय तक एक ही पॉज़ीशन में न रहें पैरों पर बनने वाले मकड़ी जैसे जाले केवल बाहरी संकेत नहीं हैं, ये आपके शरीर की अंदरूनी समस्याओं का आइना हो सकते हैं. समय रहते पहचान और इलाज करवाकर आप बड़ी बीमारी से बच सकते हैं. ये भी पढ़ें: फैटी लिवर... एक साइलेंट किलर, सिरोसिस से लेकर कैंसर तक का खतरा; जानें कब हो जाएं सतर्क Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Jul 5, 2025 - 14:30
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पैरों पर बनने लगे हैं मकड़ी जैसे जाले तो हो जाएं सावधान, इस खतरनाक बीमारी का है लक्षण

Spider Veins on Feet: क्या आपने हाल ही में अपने पैरों की त्वचा पर बारीक नीली या लाल रेखाएं देखी हैं, जो मकड़ी के जाले जैसी दिखती हैं? अगर हां, तो इसे नजरअंदाजकरें. ये केवल बाहरी सौंदर्य की समस्या नहीं है, बल्कि आपके शरीर के अंदर किसी गंभीर रोग की चेतावनी भी हो सकती है. बदलती जीवनशैली, पोषण की कमी और लंबे समय तक एक ही जगह बैठे रहने की आदत से कई बार शरीर संकेत देने लगता है और पैरों पर दिखने वाले ये "स्पाइडर वेन्स" या जाले उनमें से एक हो सकते हैं.

ये भी पढ़े- शराब पीने के बाद रिलीज होते हैं ये हार्मोन, पीते ही गम भुलाने लगते हैं लोग

पैरों पर मकड़ी जैसे जाले

पैरों की त्वचा पर जब लाल, नीली या बैंगनी रंग की पतली नसें फैलने लगती हैं और मकड़ी के जाले जैसी आकृति बना लेती हैं, तो इसे स्पाइडर वेन्स कहा जाता है. ये अक्सर त्वचा की ऊपरी सतह पर दिखाई देती हैं और शुरुआत में दर्द नहीं करतीं, लेकिन इनकी मौजूदगी शरीर के अंदर चल रही समस्याओं की ओर इशारा करती है. फिजिशियन डॉ. अभिषेक रंजन बताते हैं कि पैरों पर स्पाइडर वेन्स बनना कई बार विटामिन B12 की कमी का संकेत हो सकता है. B12 की कमी से नसों की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है, जिससे खून का प्रवाह ठीक से नहीं हो पाता और त्वचा की सतह पर ये जाले उभरने लगते हैं.

अन्य संभावित कारण

खराब ब्लड सर्कुलेशन: लंबे समय तक खड़े रहना या बैठे रहना रक्त प्रवाह को बाधित करता है

हॉर्मोनल असंतुलन: महिलाओं में यह स्थिति गर्भावस्था या मेनोपॉज़ के दौरान अधिक देखी जाती है

लिवर की समस्या: कुछ मामलों में जिगर की खराबी से भी त्वचा पर स्पाइडर वेन्स दिखने लगती हैं

वैरिकोज वेन्स: यह गंभीर रूप भी ले सकता है जिसमें नसें फूल जाती हैं और दर्द होने लगता है

बचाव और इलाज

विटामिन B12 युक्त आहार लें: जैसे अंडे, दूध, दही, मछली और पनीर

ब्लड टेस्ट कराएं: B12, फोलिक एसिड और लीवर फंक्शन की जांच ज़रूर कराएं

शारीरिक सक्रियता बढ़ाएं: लंबे समय तक एक ही पॉज़ीशन मेंरहें

पैरों पर बनने वाले मकड़ी जैसे जाले केवल बाहरी संकेत नहीं हैं, ये आपके शरीर की अंदरूनी समस्याओं का आइना हो सकते हैं. समय रहते पहचान और इलाज करवाकर आप बड़ी बीमारी से बच सकते हैं.

ये भी पढ़ें: फैटी लिवर... एक साइलेंट किलर, सिरोसिस से लेकर कैंसर तक का खतरा; जानें कब हो जाएं सतर्क

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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