पेट में पल रहे बच्चे के लिए कितना खतरनाक हो सकता है कोरोना का नया वेरिएंट? जान लीजिए जवाब
COVID-19 During Pregnancy: भारत में कोरोना के मामलों की संख्या 1000 के पार जा चुकी है. देश में कोरोना के सबसे ज्यादा केस केरल में 430 पाए गए हैं और महाराष्ट्र में 209 मामले पाए गए हैं. वहीं दिल्ली में अभी तक 104 एक्टिव केस पाए गए हैं. ये मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. COVID का NB.1.8.1 वेरिएंट ओमिक्रॉन के JN.1 वेरिएंट से विकसित हुआ है. एक्सपर्ट्स की मानें, तो फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन बुजुर्गों, गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों और कमजोर इम्युनिटी वालों को सतर्क रहने की जरूरत है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि पेट में पल रहे बच्चे के लिए कोरोना का नया वेरिएंट कितना खतरनाक हो सकता है. जब एक महिला मां बनती है तो उसे अपने साथ साथ अपने बच्चे का पूरी तरह से ध्यान रखना होता है. इस समय तो प्रेग्नेंट महिलाओं को और ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि कोरोना का संक्रमण फिर से फैल रहा है. प्रेग्नेंसी के दौरान यह संक्रमण कितनी बड़ी चुनौती बन सकता है, इसका अंदाजा लगाना जरूरी है. प्रेग्नेंसी में शरीर की इम्यूनिटी पहले की तुलना में थोड़ी कमजोर होती है, जिससे किसी भी संक्रमण का असर गहरा हो सकता है. ऐसे में सवाल उठता है कि पेट में पल रहे बच्चे के लिए कितना खतरनाक हो सकता है कोरोना का नया वेरिएंट जानें क्या असर होगा कोरोना का बच्चे पर असर प्रेग्नेंट महिलाओं की इम्यूनिटी अन्य महिलाओं से कम होती है. इसी वजह से इन्हें कोरोना होने का खतरा जल्दी हो सकता है. इनमें सांस की तकलीफ, तेज बुखार और निमोनिया जैसे गंभीर लक्षण दिखाई देने लग सकते हैं. कोरोना का असर बच्चे पर कम ही देखने को मिला है, लेकिन कुछ मामलों में समय से पहले डिलीवरी, कम वजन का बच्चा देखने को मिले हैं. जानकारी के अनुसार कोरोना वैक्सीन गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित है. इससे मां और बच्चे दोनों को सुरक्षा मिलती है. प्रेग्नेंसी में कोरोना से बचने के उपाय प्रेग्नेंट महिलाओं को बाहर निकलने से पहले मास्क का इस्तेमाल जरूरी है. साथ ही इन्हें भीड़भाड़ वाली जगहों पर जानें से बचना चाहिए. हाथों को बार-बार धोते रहें या सैनिटाइजर का प्रयोग करना जरूरी है. रोजाना हेल्दी डायट लें, जिससे इम्यूनिटी मजबूत बनी रहेगी. ये भी पढ़े- हर साल सामने आ रहा कोरोना का नया वैरिएंट तो क्या वैक्सीन भी हो रही अपडेट? नई स्टडी से समझ लीजिए हालात

COVID-19 During Pregnancy: भारत में कोरोना के मामलों की संख्या 1000 के पार जा चुकी है. देश में कोरोना के सबसे ज्यादा केस केरल में 430 पाए गए हैं और महाराष्ट्र में 209 मामले पाए गए हैं. वहीं दिल्ली में अभी तक 104 एक्टिव केस पाए गए हैं. ये मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. COVID का NB.1.8.1 वेरिएंट ओमिक्रॉन के JN.1 वेरिएंट से विकसित हुआ है. एक्सपर्ट्स की मानें, तो फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन बुजुर्गों, गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों और कमजोर इम्युनिटी वालों को सतर्क रहने की जरूरत है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि पेट में पल रहे बच्चे के लिए कोरोना का नया वेरिएंट कितना खतरनाक हो सकता है.
जब एक महिला मां बनती है तो उसे अपने साथ साथ अपने बच्चे का पूरी तरह से ध्यान रखना होता है. इस समय तो प्रेग्नेंट महिलाओं को और ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि कोरोना का संक्रमण फिर से फैल रहा है. प्रेग्नेंसी के दौरान यह संक्रमण कितनी बड़ी चुनौती बन सकता है, इसका अंदाजा लगाना जरूरी है. प्रेग्नेंसी में शरीर की इम्यूनिटी पहले की तुलना में थोड़ी कमजोर होती है, जिससे किसी भी संक्रमण का असर गहरा हो सकता है. ऐसे में सवाल उठता है कि पेट में पल रहे बच्चे के लिए कितना खतरनाक हो सकता है कोरोना का नया वेरिएंट
जानें क्या असर होगा कोरोना का बच्चे पर असर
प्रेग्नेंट महिलाओं की इम्यूनिटी अन्य महिलाओं से कम होती है. इसी वजह से इन्हें कोरोना होने का खतरा जल्दी हो सकता है. इनमें सांस की तकलीफ, तेज बुखार और निमोनिया जैसे गंभीर लक्षण दिखाई देने लग सकते हैं. कोरोना का असर बच्चे पर कम ही देखने को मिला है, लेकिन कुछ मामलों में समय से पहले डिलीवरी, कम वजन का बच्चा देखने को मिले हैं. जानकारी के अनुसार कोरोना वैक्सीन गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित है. इससे मां और बच्चे दोनों को सुरक्षा मिलती है.
प्रेग्नेंसी में कोरोना से बचने के उपाय
प्रेग्नेंट महिलाओं को बाहर निकलने से पहले मास्क का इस्तेमाल जरूरी है. साथ ही इन्हें भीड़भाड़ वाली जगहों पर जानें से बचना चाहिए. हाथों को बार-बार धोते रहें या सैनिटाइजर का प्रयोग करना जरूरी है. रोजाना हेल्दी डायट लें, जिससे इम्यूनिटी मजबूत बनी रहेगी.
ये भी पढ़े- हर साल सामने आ रहा कोरोना का नया वैरिएंट तो क्या वैक्सीन भी हो रही अपडेट? नई स्टडी से समझ लीजिए हालात
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