पायल मलिक ने IVF के बाद नैचुरली किया कंसीव? जानें कैसे हुआ ये संभव
Payal Malik Pregnancy: पायल मलिक, जो भारतीय टेलीविजन की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं. हाल ही में IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) के बाद नैचुरली कंसीव करने की बात साझा की है. यह खबर उनके फैंस के बीच उत्साह और चौंकाने का कारण बनी, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि IVF से गर्भधारण के बाद फिर से नैचुरली गर्भवती होना थोड़ा असामान्य होता है. लेकिन पायल ने अपनी स्थिति को पूरी तरह से खुले दिल से बताया और यह साबित किया कि यह संभव है. गुरुग्राम के सीआईएफएआर आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. पुनीत राणा का कहना है कि, IVF के बाद शरीर की प्राकृतिक क्षमताओं को फिर से सक्रिय किया जा सकता है, खासकर जब महिला अपनी जीवनशैली में सुधार करती है और मानसिक रूप से तैयार होती है. यानी चुरली कंसीव करने की प्रक्रिया में पायल ने ध्यान, योग और सही आहार के जरिए पूरा की है. ये भी पढ़े- बच्चे के गले में फंस जाए सिक्का तो कैसे निकालें? 5 मिनट में ऐसे बचेगी जान क्या पायल ने डॉक्टरों से मार्गदर्शन लिया था पायल मलिक ने IVF प्रक्रिया के बाद अपना अनुभव साझा किया, जिसमें उन्होंने बताया कि, कैसे उन्होंने डॉक्टरों से मार्गदर्शन लिया और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाई. IVF के बाद शरीर में हॉर्मोनल परिवर्तन और मानसिक संतुलन बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. लेकिन पायल ने इस बदलाव को समझा और धीरे-धीरे अपनी शारीरिक और मानसिक स्थिति को सामंजस्यपूर्ण बनाने की कोशिश की. पायल मलिक की प्रेग्नेंसी का सफर पायल मलिक पहले से तीन बच्चों की मां हैं. चिरायु, अयान और तुबा, ये तीनों बच्चों के नाम हैं. IVF ट्रीटमेंट के बाद उन्होंने बच्चों को जन्म दिया और फिर से जब उन्होंने फैमिली प्लानिंग के बारे में सोचा, तो उन्हें उम्मीद नहीं थी कि, यह नेचुरली हो पाएगा. लेकिन अचानक आई इस गुड न्यूज ने उन्हें और उनके फैंस को हैरान कर दिया है. यह कहानी न केवल IVF के बाद नैचुरली कंसीव की संभावनाओं को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि सही समर्थन, सही मानसिकता और संतुलित जीवनशैली के साथ महिला अपनी प्रजनन क्षमता को फिर से सक्रिय कर सकती है. उम्मीद कभी मत छोड़ें पायल मलिक की कहानी यह बताती है कि मां बनने की चाह रखने वाली महिलाओं को कभी उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए. IVF आज के समय में वरदान है, लेकिन नेचुरल कंसीव भी संभव है, चाहे हालात कितने ही मुश्किल क्यों न हों. पायल मलिक की चौथी प्रेग्नेंसी वाकई किसी चमत्कार से कम नहीं है. एक ट्यूब की मदद से उनका नैचुरली प्रेग्नेंट होना उन महिलाओं के लिए प्रेरणा है, जो मां बनने की राह में संघर्ष कर रही हैं. इसे भी पढ़ें- बच्चों के लिए सोने का सही वक्त कौन-सा, जानें कब और कितना सोना सबसे सही? Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Payal Malik Pregnancy: पायल मलिक, जो भारतीय टेलीविजन की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं. हाल ही में IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) के बाद नैचुरली कंसीव करने की बात साझा की है. यह खबर उनके फैंस के बीच उत्साह और चौंकाने का कारण बनी, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि IVF से गर्भधारण के बाद फिर से नैचुरली गर्भवती होना थोड़ा असामान्य होता है. लेकिन पायल ने अपनी स्थिति को पूरी तरह से खुले दिल से बताया और यह साबित किया कि यह संभव है.
गुरुग्राम के सीआईएफएआर आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. पुनीत राणा का कहना है कि, IVF के बाद शरीर की प्राकृतिक क्षमताओं को फिर से सक्रिय किया जा सकता है, खासकर जब महिला अपनी जीवनशैली में सुधार करती है और मानसिक रूप से तैयार होती है. यानी चुरली कंसीव करने की प्रक्रिया में पायल ने ध्यान, योग और सही आहार के जरिए पूरा की है.
ये भी पढ़े- बच्चे के गले में फंस जाए सिक्का तो कैसे निकालें? 5 मिनट में ऐसे बचेगी जान
क्या पायल ने डॉक्टरों से मार्गदर्शन लिया था
पायल मलिक ने IVF प्रक्रिया के बाद अपना अनुभव साझा किया, जिसमें उन्होंने बताया कि, कैसे उन्होंने डॉक्टरों से मार्गदर्शन लिया और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाई. IVF के बाद शरीर में हॉर्मोनल परिवर्तन और मानसिक संतुलन बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. लेकिन पायल ने इस बदलाव को समझा और धीरे-धीरे अपनी शारीरिक और मानसिक स्थिति को सामंजस्यपूर्ण बनाने की कोशिश की.
पायल मलिक की प्रेग्नेंसी का सफर
पायल मलिक पहले से तीन बच्चों की मां हैं. चिरायु, अयान और तुबा, ये तीनों बच्चों के नाम हैं. IVF ट्रीटमेंट के बाद उन्होंने बच्चों को जन्म दिया और फिर से जब उन्होंने फैमिली प्लानिंग के बारे में सोचा, तो उन्हें उम्मीद नहीं थी कि, यह नेचुरली हो पाएगा. लेकिन अचानक आई इस गुड न्यूज ने उन्हें और उनके फैंस को हैरान कर दिया है.
यह कहानी न केवल IVF के बाद नैचुरली कंसीव की संभावनाओं को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि सही समर्थन, सही मानसिकता और संतुलित जीवनशैली के साथ महिला अपनी प्रजनन क्षमता को फिर से सक्रिय कर सकती है.
उम्मीद कभी मत छोड़ें
पायल मलिक की कहानी यह बताती है कि मां बनने की चाह रखने वाली महिलाओं को कभी उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए. IVF आज के समय में वरदान है, लेकिन नेचुरल कंसीव भी संभव है, चाहे हालात कितने ही मुश्किल क्यों न हों. पायल मलिक की चौथी प्रेग्नेंसी वाकई किसी चमत्कार से कम नहीं है. एक ट्यूब की मदद से उनका नैचुरली प्रेग्नेंट होना उन महिलाओं के लिए प्रेरणा है, जो मां बनने की राह में संघर्ष कर रही हैं.
इसे भी पढ़ें- बच्चों के लिए सोने का सही वक्त कौन-सा, जानें कब और कितना सोना सबसे सही?
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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