पानी से नहीं रोजाना सुबह इस तेल से करें कुल्ला, इन 5 बीमारियों की हो जाएगी छुट्टी
Oil Pulling Benefits: सुबह-सुबह नींद से उठकर हममें से अधिकतर लोग पानी से कुल्ला करते हैं ताकि मुंह की गंदगी और दुर्गंध दूर हो सके. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आप पानी की जगह तेल से कुल्ला करना शुरू करें, तो न सिर्फ मुंह की सफाई बेहतर होगी, बल्कि शरीर की कई पुरानी बीमारियों से भी छुटकारा मिल सकता है? आयुर्वेद में इसे 'ऑयल पुलिंग' कहा जाता है और यह सदियों पुरानी एक प्रभावी घरेलू तकनीक है. खास बात यह है कि इसमें कोई दवा नहीं, सिर्फ रसोई में मिलने वाला तेल ही आपकी सेहत का साथी बनता है. ये भी पढ़े- फेफड़ों की सारी गंदगी झट से हो जाएगी बाहर, घर में रखें डिटॉक्स करने वाली ये पांच चीजें दांत और मसूड़ों की सुरक्षा तेल से कुल्ला करने से मुंह में जमा बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं। इससे दांतों में कैविटी, मसूड़ों में सूजन और सांस की दुर्गंध जैसी समस्याएं दूर होती हैं. नारियल या तिल का तेल इस काम के लिए सबसे बेहतरीन होता है. माइग्रेन और सिरदर्द में राहत ऑयल पुलिंग शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम करता है. इससे सिरदर्द और माइग्रेन जैसी समस्याओं में राहत मिलती है. नियमित रूप से करने पर यह नर्वस सिस्टम को भी शांत करता है. गले की खराश और संक्रमण से बचाव तेल से कुल्ला करने से गले में जमा बैक्टीरिया खत्म होते हैं जिससे खराश, टॉन्सिल या बार-बार गले खराब होने की समस्या से राहत मिलती है. त्वचा संबंधी समस्याएं दूर आयुर्वेद मानता है कि जब शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलते हैं तो त्वचा पर उसका असर साफ दिखता है. ऑयल पुलिंग से मुंह के ज़रिए टॉक्सिन्स बाहर आते हैं, जिससे पिंपल्स, एक्ने और दाग-धब्बों की समस्या कम होती है. पाचन तंत्र की मजबूती मुंह में मौजूद बैक्टीरिया सीधे पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकते हैं. तेल से कुल्ला करने से ये बैक्टीरिया खत्म होते हैं और पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे गैस, अपच और एसिडिटी में सुधार आता है. कैसे करें ऑयल पुलिंग? सुबह खाली पेट 1 बड़ा चम्मच नारियल या तिल का तेल लें. इसे 15 मिनट तक मुंह में अच्छी तरह घुमाएं. उसके बाद थूक दें. फिर गुनगुने पानी से कुल्ला करें और ब्रश करें. कभी-कभी बड़ी बीमारियों का इलाज छोटी-सी आदत से भी हो सकता है. तेल से कुल्ला करना एक ऐसा ही सरल, सस्ता और प्रभावी तरीका है जो आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है. आज से ही इस प्राचीन आयुर्वेदिक नुस्खे को अपनाइए और फर्क खुद महसूस कीजिए. ये भी पढ़ें: वैज्ञानिकों ने बना ली कैंसर की दवा, जानिए थर्ड स्टेज के कैंसर में कितनी कारगर ये वैक्सीन? Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Oil Pulling Benefits: सुबह-सुबह नींद से उठकर हममें से अधिकतर लोग पानी से कुल्ला करते हैं ताकि मुंह की गंदगी और दुर्गंध दूर हो सके. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आप पानी की जगह तेल से कुल्ला करना शुरू करें, तो न सिर्फ मुंह की सफाई बेहतर होगी, बल्कि शरीर की कई पुरानी बीमारियों से भी छुटकारा मिल सकता है? आयुर्वेद में इसे 'ऑयल पुलिंग' कहा जाता है और यह सदियों पुरानी एक प्रभावी घरेलू तकनीक है. खास बात यह है कि इसमें कोई दवा नहीं, सिर्फ रसोई में मिलने वाला तेल ही आपकी सेहत का साथी बनता है.
ये भी पढ़े- फेफड़ों की सारी गंदगी झट से हो जाएगी बाहर, घर में रखें डिटॉक्स करने वाली ये पांच चीजें
दांत और मसूड़ों की सुरक्षा
तेल से कुल्ला करने से मुंह में जमा बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं। इससे दांतों में कैविटी, मसूड़ों में सूजन और सांस की दुर्गंध जैसी समस्याएं दूर होती हैं. नारियल या तिल का तेल इस काम के लिए सबसे बेहतरीन होता है.
माइग्रेन और सिरदर्द में राहत
ऑयल पुलिंग शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम करता है. इससे सिरदर्द और माइग्रेन जैसी समस्याओं में राहत मिलती है. नियमित रूप से करने पर यह नर्वस सिस्टम को भी शांत करता है.
गले की खराश और संक्रमण से बचाव
तेल से कुल्ला करने से गले में जमा बैक्टीरिया खत्म होते हैं जिससे खराश, टॉन्सिल या बार-बार गले खराब होने की समस्या से राहत मिलती है.
त्वचा संबंधी समस्याएं दूर
आयुर्वेद मानता है कि जब शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलते हैं तो त्वचा पर उसका असर साफ दिखता है. ऑयल पुलिंग से मुंह के ज़रिए टॉक्सिन्स बाहर आते हैं, जिससे पिंपल्स, एक्ने और दाग-धब्बों की समस्या कम होती है.
पाचन तंत्र की मजबूती
मुंह में मौजूद बैक्टीरिया सीधे पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकते हैं. तेल से कुल्ला करने से ये बैक्टीरिया खत्म होते हैं और पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे गैस, अपच और एसिडिटी में सुधार आता है.
कैसे करें ऑयल पुलिंग?
सुबह खाली पेट 1 बड़ा चम्मच नारियल या तिल का तेल लें.
इसे 15 मिनट तक मुंह में अच्छी तरह घुमाएं.
उसके बाद थूक दें.
फिर गुनगुने पानी से कुल्ला करें और ब्रश करें.
कभी-कभी बड़ी बीमारियों का इलाज छोटी-सी आदत से भी हो सकता है. तेल से कुल्ला करना एक ऐसा ही सरल, सस्ता और प्रभावी तरीका है जो आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है. आज से ही इस प्राचीन आयुर्वेदिक नुस्खे को अपनाइए और फर्क खुद महसूस कीजिए.
ये भी पढ़ें: वैज्ञानिकों ने बना ली कैंसर की दवा, जानिए थर्ड स्टेज के कैंसर में कितनी कारगर ये वैक्सीन?
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
What's Your Reaction?






