पाकिस्तान में भारतीय अधिकारी को साड़ी से क्यों छिपानी पड़ी बिंदी? खुद ही सुनाया पूरा किस्सा
Jammu Kashmir Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े फैसले लिए हैं. आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है. इसी बीच PAK में भारत की राजनयिक रहीं रूचि घनश्याम ने अपनी किताब Indian Woman in Islamabad में कई किस्सों का जिक्र किया है. उन्होंने बताया कि वहां भारतीय अधिकारियों के साथ कैसा बर्ताव किया जाता है. एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में रूचि घनश्याम ने बताया कि जब वो पाकिस्तान में तैनात थी. उस दौरान उनके पति के एक मित्र की सगाई थी. उन्होंने पार्टी के लिए हमें इस्लामाबाद स्थित अपने घर में बुलाया. हम वहां गए तो पार्टी जैसा कोई माहौल नहीं दिख रहा था. रात में 9 बजे के बाद हमें पता चला कि पार्टी कहीं ओर है. पूर्व राजनयिक ने बताया कि उन्होंने कहा कि मेरे दोस्त आपको लेकर आएंगे. आप अपनी गाड़ी यहीं छोड़ दीजिए और आप हमारी गाड़ी में आइए. साड़ी में क्यों छिपानी पड़ी बिंदी?उन्होंने आगे बताया कि जब हम उनके साथ जा रहे थे तो हमें वो एरिया जंगल जैसा लगा, मैं वहां पहले कभी गई नहीं थी. गाड़ी में जो आगे बैठे थे, उन्होंने कहा कि आगे चलकर एक रडार स्टेशन आएगा. उसके बाहर फौज तैनात रहती है, तब मुझे थोड़ा अजीब लगा कि हम तो इस्लामाबाद की पार्टी सोचकर गए थे, लेकिन ये हम कहां जा रहे हैं. जब उन्होंने कहा कि यहां फौज के लोग भी रहेंगे तो मैंने सोचा कि मेरी बिंदी देखकर तो इन्हें पता लग जाएगा कि हम तो भारतीय हैं. तब मैंने अपनी बिंदी उतारकर साड़ी में छिपा ली ताकि कोई देखे तो उसे हम पर कोई शक न हो. '24 घंटे पाकिस्तान की निगरानी में रहना पड़ता है'पूर्व राजनयिक रूचि घनश्याम ने बताया कि पाकिस्तान में हमारे फोन टैप होते थे और खौफ बना रहता था. जो हमारे वेटर होते थे वो भी हमारी जासूसी करते थे. कुछ लोगों के घर में भी जासूसी उपकरण मिले थे. कुल मिलाकर 24 घंटे वहां पाकिस्तान की निगरानी में रहना पड़ता है. ये भी पढ़ें: पाकिस्तानी नागरिक से शादी करने वाले जवान के खिलाफ एक्शन लेगा CRPF

Jammu Kashmir Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े फैसले लिए हैं. आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है. इसी बीच PAK में भारत की राजनयिक रहीं रूचि घनश्याम ने अपनी किताब Indian Woman in Islamabad में कई किस्सों का जिक्र किया है. उन्होंने बताया कि वहां भारतीय अधिकारियों के साथ कैसा बर्ताव किया जाता है.
एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में रूचि घनश्याम ने बताया कि जब वो पाकिस्तान में तैनात थी. उस दौरान उनके पति के एक मित्र की सगाई थी. उन्होंने पार्टी के लिए हमें इस्लामाबाद स्थित अपने घर में बुलाया. हम वहां गए तो पार्टी जैसा कोई माहौल नहीं दिख रहा था. रात में 9 बजे के बाद हमें पता चला कि पार्टी कहीं ओर है. पूर्व राजनयिक ने बताया कि उन्होंने कहा कि मेरे दोस्त आपको लेकर आएंगे. आप अपनी गाड़ी यहीं छोड़ दीजिए और आप हमारी गाड़ी में आइए.
साड़ी में क्यों छिपानी पड़ी बिंदी?
उन्होंने आगे बताया कि जब हम उनके साथ जा रहे थे तो हमें वो एरिया जंगल जैसा लगा, मैं वहां पहले कभी गई नहीं थी. गाड़ी में जो आगे बैठे थे, उन्होंने कहा कि आगे चलकर एक रडार स्टेशन आएगा. उसके बाहर फौज तैनात रहती है, तब मुझे थोड़ा अजीब लगा कि हम तो इस्लामाबाद की पार्टी सोचकर गए थे, लेकिन ये हम कहां जा रहे हैं. जब उन्होंने कहा कि यहां फौज के लोग भी रहेंगे तो मैंने सोचा कि मेरी बिंदी देखकर तो इन्हें पता लग जाएगा कि हम तो भारतीय हैं. तब मैंने अपनी बिंदी उतारकर साड़ी में छिपा ली ताकि कोई देखे तो उसे हम पर कोई शक न हो.
'24 घंटे पाकिस्तान की निगरानी में रहना पड़ता है'
पूर्व राजनयिक रूचि घनश्याम ने बताया कि पाकिस्तान में हमारे फोन टैप होते थे और खौफ बना रहता था. जो हमारे वेटर होते थे वो भी हमारी जासूसी करते थे. कुछ लोगों के घर में भी जासूसी उपकरण मिले थे. कुल मिलाकर 24 घंटे वहां पाकिस्तान की निगरानी में रहना पड़ता है.
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पाकिस्तानी नागरिक से शादी करने वाले जवान के खिलाफ एक्शन लेगा CRPF
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