पहलगाम हमले में क्या खच्चर वालों ने की थी आतंकियों की मदद? जिपलाइन ऑपरेटर्स के बाद अब NIA की जांच के घेरे में आए
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले को लेकर रोजाना जांच के दौरान नए नए तथ्य सामने आ रहे हैं. फिलहाल सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, एनआईए की जांच के दौरान पहलगाम इलाके में खच्चर चलाने वाले कुछ लोग भी संदेह की घेरे में आए हैं.जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, पहलगाम आतंकी हमले में पहलगाम के कुछ खच्चर चलाने वालों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है, उन्हें जल्द हिरासत में लेकर पूछताछ की जा सकती है. जांच एजेंसी सूत्रों के मुताबिक. पहलगाम आतंकी हमले के बाद करीब 1500-2000 खच्चर चालकों से जांच एजेंसियों की पूछताछ लगातार जारी है. इससे पहले जिप लाइन ऑपरेटर्स से भी एनएआईए की टीम ने शक के आधार पर पूछताछ की थी. आतंकियों के रूट मैप का पता लगाने की कोशिशसूत्रों के मुताबिक. घटना के बाद से ही लगातार खच्चर चालकों से पूछताछ से यह रूट समझने की कोशिश की जा रही है कि कहां कहां एग्जिट प्वाइंट उस दुर्गम इलाके में है और किस जगह से घुसा जा सकता है. इसके ज़रिए ये पता लगाने की कोशिश है कि आतंकी किस रास्ते से आए होंगे और कहां से वह फरार हुए. शुरुआती जांच में क्या चला पता?शुरुआती जांच में कुछ खच्चर चालकों के बयानों में विरोधाभास भी पाया गया है और इसी वजह से जांच एजेंसी ऐसे खच्चर चालकों को संदिग्ध के तौर पर देख रही है. एनआईए की जांच एक तरफ जहां आतंकी हमले में आतंकी किस रूट से आए, किस तरह से फरार हुए, उसको लेकर तो चल ही रही है, साथ ही यह पता लगाने की भी कोशिश कर रही है कि क्या उनको स्थानीय लोगों का समर्थन था? अगर था तो वह कौन लोग हैं. ऐसे लोगों को भी चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है. ये भी पढ़ें- 'आतंकवाद एक नासूर है, जो इस्लाम की...', जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ पास किया प्रस्ताव

Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले को लेकर रोजाना जांच के दौरान नए नए तथ्य सामने आ रहे हैं. फिलहाल सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, एनआईए की जांच के दौरान पहलगाम इलाके में खच्चर चलाने वाले कुछ लोग भी संदेह की घेरे में आए हैं.
जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, पहलगाम आतंकी हमले में पहलगाम के कुछ खच्चर चलाने वालों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है, उन्हें जल्द हिरासत में लेकर पूछताछ की जा सकती है. जांच एजेंसी सूत्रों के मुताबिक. पहलगाम आतंकी हमले के बाद करीब 1500-2000 खच्चर चालकों से जांच एजेंसियों की पूछताछ लगातार जारी है. इससे पहले जिप लाइन ऑपरेटर्स से भी एनएआईए की टीम ने शक के आधार पर पूछताछ की थी.
आतंकियों के रूट मैप का पता लगाने की कोशिश
सूत्रों के मुताबिक. घटना के बाद से ही लगातार खच्चर चालकों से पूछताछ से यह रूट समझने की कोशिश की जा रही है कि कहां कहां एग्जिट प्वाइंट उस दुर्गम इलाके में है और किस जगह से घुसा जा सकता है. इसके ज़रिए ये पता लगाने की कोशिश है कि आतंकी किस रास्ते से आए होंगे और कहां से वह फरार हुए.
शुरुआती जांच में क्या चला पता?
शुरुआती जांच में कुछ खच्चर चालकों के बयानों में विरोधाभास भी पाया गया है और इसी वजह से जांच एजेंसी ऐसे खच्चर चालकों को संदिग्ध के तौर पर देख रही है. एनआईए की जांच एक तरफ जहां आतंकी हमले में आतंकी किस रूट से आए, किस तरह से फरार हुए, उसको लेकर तो चल ही रही है, साथ ही यह पता लगाने की भी कोशिश कर रही है कि क्या उनको स्थानीय लोगों का समर्थन था? अगर था तो वह कौन लोग हैं. ऐसे लोगों को भी चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है.
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