ट्रंप के दावे, ऑपरेशन सिंदूर पर हंगामे की भेंट चढ़ा मानसून सत्र का पहला दिन, जानें आज क्या-क्या हुआ

संसद के मानसून सत्र के पहले दिन सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा में पहलगाम आतंकी हमले समेत कई मुद्दों को लेकर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया. विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही तीन बार स्थगित की गई. हंगामे के बीच राज्यसभा से बिल ऑफ लैडिंग विधेयक 2025 पारित हुआ. पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सदन में हंगामा सदन में विपक्षी दलों ने पहलगाम आतंकी हमले और बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की कवायद समेत अन्य विषयों पर चर्चा की मांग करते हुए हंगामा किया. शोर-शराबे के कारण सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब 20 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक, दूसरी बार दोपहर 2 बजे तक और फिर चार बजे तक के लिए स्थगित की गई. शाम चार बजे कार्यवाही फिर शुरू हुई तो पीठासीन सभापति दिलीप सैकियाने हंगामा कर रहे सदस्यों से कार्यवाही सुचारू तरीके से चलने देने की अपील की. हंगामा नहीं रुकने पर सदन की कार्यवाही स्थगित की गई उन्होंने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाकर बैठने की अपील करते हुए कहा, ‘‘आपने सुबह से सदन नहीं चलने दिया है. कार्यवाही चलने दीजिए.’’ सैकिया ने सदन की कार्यसूची में सूचीबद्ध ‘गोवा राज्य विधानसभा के निर्वाचन क्षेत्रों में अनुसूचित जनजातियों के प्रतिनिधित्व का समायोजन विधेयक, 2024’ का जिक्र करते हुए कहा कि आज गोवा की जनजातियों के अधिकार से जुड़े महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा होनी है. हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने कार्यवाही मंगलवार (22 जुलाई 2025) सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. इससे पहले सुबह सदन की बैठक शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कुछ दिवंगत पूर्व सदस्यों के निधन की जानकारी सदन को दी. सभा ने उनके साथ ही पहलगाम आतंकी हमले और अहमदाबाद विमान हादसे में और देश के कई हिस्सों में आई प्राकृतिक आपदाओं के कारण जान गंवाने वाले लोगों को कुछ पल मौन रखकर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपस्थित थे. प्रश्नकाल शुरू होते ही आसन के पास पहुंचे गए विपक्षी सांसद लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के सफल अंतरिक्ष मिशन का उल्लेख किया और कहा कि इस सत्र में अंतरिक्ष के विषय पर विस्तृत चर्चा होगी. इसके बाद ओम बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, विपक्षी सदस्य नारेबाजी करने लगे. उन्होंने पहलगाम आतंकी हमला और बिहार में एसआईआर जैसे मुद्दों को उठाने की कोशिश की. उन्होंने आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी की. लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह प्रश्नकाल के बाद सभी विषयों पर चर्चा कराने के लिए तैयार हैं. हंगामे के बीच ही कॉरपोरेट कार्य राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा और खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने कुछ सदस्यों के पूरक प्रश्नों के उत्तर दिए. लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और सदन चलने देने की अपील कई बार की. उन्होंने विपक्षी सदस्यों से चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि उन्हें नारेबाजी करनी है तो वे सदन से बाहर चले जाएं क्योंकि सदन के भीतर ऐसा करना उचित नहीं है. नारेबाजी नहीं थमने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न करीब 11 बजकर 20 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. कार्यवाही दोपहर 12 बजे पुन: शुरू होने पर पीठासीन सभापति जगदंबिका पाल ने आवश्यक कागजात प्रस्तुत कराए. सरकार हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार- राजनाथ सिंह इस दौरान विपक्ष के सदस्य हंगामा करते हुए आसन के समीप आ गए. पीठासीन सभापति जगदंबिका पाल ने कहा कि आज बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (BAC) की बैठक होगी जिसमें सभी की सहमति से तय होगा कि किन विषयों पर चर्चा होगी और सरकार ऐसे सभी विषयों पर चर्चा के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, ‘‘हम शुरू से अपील कर रहे हैं कि मानसून सत्र में सार्थक चर्चा हो. संसद सत्र के पहले दिन इस तरह हंगामा करना, नारेबाजी करके समय का दुरुपयोग करना ठीक नहीं है.’’ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘मैं सभी सदस्यों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि वे रक्षा संबंधी जिस भी विषय पर चर्चा चाहते हैं, जितनी लंबी चर्चा चाहते हैं. लोकसभा अध्यक्ष जो भी निर्णय लेंगे हम उसके तहत ऐसी किसी भी चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार हैं.’’ संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में बीएसी की बैठक होगी और विपक्षी सदस्य जिस विषय पर चर्चा चाहते हैं उसे बैठक में उठाएं और जिन भी मुद्दों पर चर्चा तय होगी, सरकार उन पर पूरी तरह चर्चा कराने को तैयार है. कांग्रेस सांसदों की थी ये मांग कांग्रेस के सदस्य आसन से नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को बोलने की अनुमति दिए जाने की मांग रहे थे. इस दौरान पीठासीन सभापति पाल ने राहुल गांधी का नाम लेते हुए कहा कि जिन भी विषयों पर चर्चा की सहमति बनेगी, सरकार उसके लिए तैयार है और विपक्ष को बोलने का मौका दिया जाएगा. हंगामा थमता नहीं देख उन्होंने कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी. अपराह्न दो बजे कार्यवाही आरंभ होने पर हंगामा जारी रहा. पीठासीन सभापति संध्या राय ने विपक्षी सदस्यों से सदन चलने देने की अपील की और कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है. हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने कार्यवाही दोपहर चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी. जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग लोकसभा और राज्यसभा में मानसून सत्र के पहले दिन इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा को पद से हटाने के प्रस्ताव से संबंधित नोटिस दिए गए. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंपे गए नोटिस पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद, अनुराग ठाकुर समेत कुल 145 सदस्यों ने हस्ताक्षर किए हैं. राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को सौंपे गए नोटिस पर 63 सांसदों ने हस्ताक्षर किए हैं. कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, "अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्

Jul 21, 2025 - 21:30
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ट्रंप के दावे, ऑपरेशन सिंदूर पर हंगामे की भेंट चढ़ा मानसून सत्र का पहला दिन, जानें आज क्या-क्या हुआ

संसद के मानसून सत्र के पहले दिन सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा में पहलगाम आतंकी हमले समेत कई मुद्दों को लेकर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया. विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही तीन बार स्थगित की गई. हंगामे के बीच राज्यसभा से बिल ऑफ लैडिंग विधेयक 2025 पारित हुआ.

पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सदन में हंगामा

सदन में विपक्षी दलों ने पहलगाम आतंकी हमले और बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की कवायद समेत अन्य विषयों पर चर्चा की मांग करते हुए हंगामा किया. शोर-शराबे के कारण सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब 20 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक, दूसरी बार दोपहर 2 बजे तक और फिर चार बजे तक के लिए स्थगित की गई. शाम चार बजे कार्यवाही फिर शुरू हुई तो पीठासीन सभापति दिलीप सैकियाने हंगामा कर रहे सदस्यों से कार्यवाही सुचारू तरीके से चलने देने की अपील की.

हंगामा नहीं रुकने पर सदन की कार्यवाही स्थगित की गई

उन्होंने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाकर बैठने की अपील करते हुए कहा, ‘‘आपने सुबह से सदन नहीं चलने दिया है. कार्यवाही चलने दीजिए.’’ सैकिया ने सदन की कार्यसूची में सूचीबद्ध ‘गोवा राज्य विधानसभा के निर्वाचन क्षेत्रों में अनुसूचित जनजातियों के प्रतिनिधित्व का समायोजन विधेयक, 2024’ का जिक्र करते हुए कहा कि आज गोवा की जनजातियों के अधिकार से जुड़े महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा होनी है. हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने कार्यवाही मंगलवार (22 जुलाई 2025) सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

इससे पहले सुबह सदन की बैठक शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कुछ दिवंगत पूर्व सदस्यों के निधन की जानकारी सदन को दी. सभा ने उनके साथ ही पहलगाम आतंकी हमले और अहमदाबाद विमान हादसे में और देश के कई हिस्सों में आई प्राकृतिक आपदाओं के कारण जान गंवाने वाले लोगों को कुछ पल मौन रखकर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपस्थित थे.

प्रश्नकाल शुरू होते ही आसन के पास पहुंचे गए विपक्षी सांसद

लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के सफल अंतरिक्ष मिशन का उल्लेख किया और कहा कि इस सत्र में अंतरिक्ष के विषय पर विस्तृत चर्चा होगी. इसके बाद ओम बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, विपक्षी सदस्य नारेबाजी करने लगे. उन्होंने पहलगाम आतंकी हमला और बिहार में एसआईआर जैसे मुद्दों को उठाने की कोशिश की. उन्होंने आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी की. लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह प्रश्नकाल के बाद सभी विषयों पर चर्चा कराने के लिए तैयार हैं.

हंगामे के बीच ही कॉरपोरेट कार्य राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा और खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने कुछ सदस्यों के पूरक प्रश्नों के उत्तर दिए. लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और सदन चलने देने की अपील कई बार की. उन्होंने विपक्षी सदस्यों से चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि उन्हें नारेबाजी करनी है तो वे सदन से बाहर चले जाएं क्योंकि सदन के भीतर ऐसा करना उचित नहीं है. नारेबाजी नहीं थमने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न करीब 11 बजकर 20 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. कार्यवाही दोपहर 12 बजे पुन: शुरू होने पर पीठासीन सभापति जगदंबिका पाल ने आवश्यक कागजात प्रस्तुत कराए.

सरकार हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार- राजनाथ सिंह

इस दौरान विपक्ष के सदस्य हंगामा करते हुए आसन के समीप आ गए. पीठासीन सभापति जगदंबिका पाल ने कहा कि आज बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (BAC) की बैठक होगी जिसमें सभी की सहमति से तय होगा कि किन विषयों पर चर्चा होगी और सरकार ऐसे सभी विषयों पर चर्चा के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, ‘‘हम शुरू से अपील कर रहे हैं कि मानसून सत्र में सार्थक चर्चा हो. संसद सत्र के पहले दिन इस तरह हंगामा करना, नारेबाजी करके समय का दुरुपयोग करना ठीक नहीं है.’’

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘मैं सभी सदस्यों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि वे रक्षा संबंधी जिस भी विषय पर चर्चा चाहते हैं, जितनी लंबी चर्चा चाहते हैं. लोकसभा अध्यक्ष जो भी निर्णय लेंगे हम उसके तहत ऐसी किसी भी चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार हैं.’’ संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में बीएसी की बैठक होगी और विपक्षी सदस्य जिस विषय पर चर्चा चाहते हैं उसे बैठक में उठाएं और जिन भी मुद्दों पर चर्चा तय होगी, सरकार उन पर पूरी तरह चर्चा कराने को तैयार है.

कांग्रेस सांसदों की थी ये मांग

कांग्रेस के सदस्य आसन से नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को बोलने की अनुमति दिए जाने की मांग रहे थे. इस दौरान पीठासीन सभापति पाल ने राहुल गांधी का नाम लेते हुए कहा कि जिन भी विषयों पर चर्चा की सहमति बनेगी, सरकार उसके लिए तैयार है और विपक्ष को बोलने का मौका दिया जाएगा. हंगामा थमता नहीं देख उन्होंने कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी. अपराह्न दो बजे कार्यवाही आरंभ होने पर हंगामा जारी रहा. पीठासीन सभापति संध्या राय ने विपक्षी सदस्यों से सदन चलने देने की अपील की और कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है. हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने कार्यवाही दोपहर चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग

लोकसभा और राज्यसभा में मानसून सत्र के पहले दिन इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा को पद से हटाने के प्रस्ताव से संबंधित नोटिस दिए गए. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंपे गए नोटिस पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद, अनुराग ठाकुर समेत कुल 145 सदस्यों ने हस्ताक्षर किए हैं. राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को सौंपे गए नोटिस पर 63 सांसदों ने हस्ताक्षर किए हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, "अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यह दावा कि उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर में मध्यस्थता की. यह देश के लिए अपमानजनक है." इस पर उच्च सदन के नेता जेपी नड्डा ने कहा कि सरकार इस विषय पर विस्तार से चर्चा के लिए तैयार है और वह किसी भी बहस से पीछे नहीं हट रही है.

ये भी पढ़ें : जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग की तैयारी! 145 सांसदों ने किए हस्ताक्षर, दोनों सदनों के स्पीकर को सौंपा गया प्रस्ताव

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