जागरूक न हुए तो बढ़ेगा कैंसर का संकट, जानिए हेपेटाइटिस D से कैसे बढ़ता है खतरा

Hepatitis D and Liver Cancer Risk: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से जुड़ी अंतरराष्ट्रीय संस्था IARC अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी ने हेपेटाइटिस D वायरस को इंसानों के लिए कैंसर की दिक्कत मान लिया गया है. यानी यह वायरस अब आधिकारिक रूप से कैंसर का कारण माना गया है, जैसे कि हेपेटाइटिस B और C पहले से हैं. इस घोषणा के बाद स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि, अगर जल्द से जल्द टीकाकरण, जांच और इलाज की व्यवस्था नहीं की गई, तो लाखों लोगों की जान को खतरा हो सकता है. क्या है हेपेटाइटिस D और यह कैसे फैलता है? हेपेटाइटिस D एक दुर्लभ और खतरनाक वायरस है जो केवल उन्हीं लोगों को संक्रमित करता है जो पहले से हेपेटाइटिस B से पीड़ित हैं. इस वायरस के संक्रमण से लीवर को गंभीर नुकसान पहुंचता है और लिवर कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. ये भी पढ़े- पहली बार मिला "CRIB" नया ब्लड ग्रुप, बिना खून चढ़ाए हुई हार्ट सर्जरी क्यों है यह घोषणा बेहद जरूरी? IARC की यह घोषणा इसलिए अहम है क्योंकि अब HDV को भी वैसी ही गंभीरता से देखा जाएगा जैसे हेपेटाइटिस B और C को देखा जाता है. WHO के अनुसार दुनिया में 1.2 से 2 करोड़ लोग हेपेटाइटिस D से प्रभावित हैं, लेकिन इनमें से ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं है. इसके पीछे कारण क्या है सीमित जांच सुविधाएं कमजोर स्वास्थ्य व्यवस्था हेपेटाइटिस से जुड़ा सामाजिक कलंक रोकथाम का सबसे कारगर उपाय डॉक्टर और विशेषज्ञ इस बात पर जोर दे रहे हैं कि, हेपेटाइटिस D से बचने के लिए सबसे जरूरी है टीकाकरण. क्योंकि HDV, HBV के बिना नहीं फैल सकता. यानी अगर आपने हेपेटाइटिस B से खुद को सुरक्षित कर लिया, तो HDV से भी बचे रहेंगे. टीकाकरण नवजात और जोखिम वाले समूहों में, सबसे सशक्त सुरक्षा है हेपेटाइटिस B का व्यापक टीकाकरण अभियान चलाना जो लोग पहले से हेपेटाइटिस B से संक्रमित हैं, उनकी नियमित जांच कराना गरीब और दूरदराज के इलाकों में मुफ्त जांच व इलाज मुहैया कराना डॉक्टरों और आम जनता के बीच HDV को लेकर जागरूकता फैलाना हेपेटाइटिस D को अब हम नजरअंदाज नहीं कर सकते. यह वायरस खामोशी से लीवर को बर्बाद करता है और कैंसर की ओर ले जाता है. समय रहते टीकाकरण, जागरूकता और जांच ही इस खतरे से लड़ने का सबसे असरदार हथियार है. इसे भी पढ़ें- ये 5 तेल खाने में इस्तेमाल किए तो तबीयत हो जाएगी हरी-भरी, मिलेंगे इतने फायदे Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Jul 31, 2025 - 12:30
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जागरूक न हुए तो बढ़ेगा कैंसर का संकट, जानिए हेपेटाइटिस D से कैसे बढ़ता है खतरा

Hepatitis D and Liver Cancer Risk: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से जुड़ी अंतरराष्ट्रीय संस्था IARC अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी ने हेपेटाइटिस D वायरस को इंसानों के लिए कैंसर की दिक्कत मान लिया गया है. यानी यह वायरस अब आधिकारिक रूप से कैंसर का कारण माना गया है, जैसे कि हेपेटाइटिस B और C पहले से हैं. इस घोषणा के बाद स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि, अगर जल्द से जल्द टीकाकरण, जांच और इलाज की व्यवस्था नहीं की गई, तो लाखों लोगों की जान को खतरा हो सकता है.

क्या है हेपेटाइटिस D और यह कैसे फैलता है?

हेपेटाइटिस D एक दुर्लभ और खतरनाक वायरस है जो केवल उन्हीं लोगों को संक्रमित करता है जो पहले से हेपेटाइटिस B से पीड़ित हैं. इस वायरस के संक्रमण से लीवर को गंभीर नुकसान पहुंचता है और लिवर कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है.

ये भी पढ़े- पहली बार मिला "CRIB" नया ब्लड ग्रुप, बिना खून चढ़ाए हुई हार्ट सर्जरी

क्यों है यह घोषणा बेहद जरूरी?

IARC की यह घोषणा इसलिए अहम है क्योंकि अब HDV को भी वैसी ही गंभीरता से देखा जाएगा जैसे हेपेटाइटिस B और C को देखा जाता है. WHO के अनुसार दुनिया में 1.2 से 2 करोड़ लोग हेपेटाइटिस D से प्रभावित हैं, लेकिन इनमें से ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं है.

इसके पीछे कारण क्या है

  • सीमित जांच सुविधाएं
  • कमजोर स्वास्थ्य व्यवस्था
  • हेपेटाइटिस से जुड़ा सामाजिक कलंक

रोकथाम का सबसे कारगर उपाय

डॉक्टर और विशेषज्ञ इस बात पर जोर दे रहे हैं कि, हेपेटाइटिस D से बचने के लिए सबसे जरूरी है टीकाकरण. क्योंकि HDV, HBV के बिना नहीं फैल सकता. यानी अगर आपने हेपेटाइटिस B से खुद को सुरक्षित कर लिया, तो HDV से भी बचे रहेंगे.

  • टीकाकरण नवजात और जोखिम वाले समूहों में, सबसे सशक्त सुरक्षा है
  • हेपेटाइटिस B का व्यापक टीकाकरण अभियान चलाना
  • जो लोग पहले से हेपेटाइटिस B से संक्रमित हैं, उनकी नियमित जांच कराना
  • गरीब और दूरदराज के इलाकों में मुफ्त जांच व इलाज मुहैया कराना
  • डॉक्टरों और आम जनता के बीच HDV को लेकर जागरूकता फैलाना

हेपेटाइटिस D को अब हम नजरअंदाज नहीं कर सकते. यह वायरस खामोशी से लीवर को बर्बाद करता है और कैंसर की ओर ले जाता है. समय रहते टीकाकरण, जागरूकता और जांच ही इस खतरे से लड़ने का सबसे असरदार हथियार है.

इसे भी पढ़ें- ये 5 तेल खाने में इस्तेमाल किए तो तबीयत हो जाएगी हरी-भरी, मिलेंगे इतने फायदे

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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