जश्न के दौरान लोगों की मौत पर RCB मैनेजमेंट का शर्मिंदा करने वाला बयान, कहा- 'यह लोगों की भावनाएं थीं इसलिए...'
RCB Victory Parade Stampede: IPL 2025 की विजेता रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर अपनी पहली ट्रॉफी लेकर बुधवार को बेंगलुरु पहुंची, जहां बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उमड़े. शाम को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक कार्यक्रम भी आयोजित हुआ, जिसमें कोई टिकट नहीं था. बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंचे और फिर जश्न मातम में बदल गया. स्टेडियम के बाहर भगदड़ मचने से 11 लोगों की मौत हो गई. इसके बाद आरसीबी मैनेजमेंट की तरफ से बेशर्मी भरा बयान आया. RCB की तरफ से कहा गया कि हमने जश्न मनाने आए लोगों से कहा था कि एक दूसरे का ध्यान रखें, बावजूद ऐसी घटना हो गई. हालांकि इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ठोस इंतजाम नहीं थे, या यूँ कहें कि इसके लिए मैनेजमेंट ने जल्दबाजी दिखाई. मंगलवार को आरसीबी ट्रॉफी जीती और बुधवार को इतना बड़ा प्रोग्राम आयोजित किया गया. प्रवक्ता के हवाले से न्यूज 18 ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, "जो हमारे हाथ में है, हम उस पर नियंत्रण की कोशिश कर रहे हैं. सरकार हर स्तर पर सहयोग कर रही है लेकिन यह लोगों की भावनायएं थीं. जीत के जश्न में एक दूसरे का ध्यान रखने के संदेशों के बावजूद ऐसे हालात बन गए. हमें लोगों की भावनाओं को समझना होगा. उन्होंने संयम के साथ इस जीत के लिए 18 साल इंतजार किया है. हमें इस कमजोरी और भावनाओं के लिए उनके साथ हमदर्दी रखनी चाहिए."

RCB Victory Parade Stampede: IPL 2025 की विजेता रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर अपनी पहली ट्रॉफी लेकर बुधवार को बेंगलुरु पहुंची, जहां बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उमड़े. शाम को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक कार्यक्रम भी आयोजित हुआ, जिसमें कोई टिकट नहीं था. बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंचे और फिर जश्न मातम में बदल गया. स्टेडियम के बाहर भगदड़ मचने से 11 लोगों की मौत हो गई. इसके बाद आरसीबी मैनेजमेंट की तरफ से बेशर्मी भरा बयान आया.
RCB की तरफ से कहा गया कि हमने जश्न मनाने आए लोगों से कहा था कि एक दूसरे का ध्यान रखें, बावजूद ऐसी घटना हो गई.
हालांकि इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ठोस इंतजाम नहीं थे, या यूँ कहें कि इसके लिए मैनेजमेंट ने जल्दबाजी दिखाई. मंगलवार को आरसीबी ट्रॉफी जीती और बुधवार को इतना बड़ा प्रोग्राम आयोजित किया गया.
प्रवक्ता के हवाले से न्यूज 18 ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, "जो हमारे हाथ में है, हम उस पर नियंत्रण की कोशिश कर रहे हैं. सरकार हर स्तर पर सहयोग कर रही है लेकिन यह लोगों की भावनायएं थीं. जीत के जश्न में एक दूसरे का ध्यान रखने के संदेशों के बावजूद ऐसे हालात बन गए. हमें लोगों की भावनाओं को समझना होगा. उन्होंने संयम के साथ इस जीत के लिए 18 साल इंतजार किया है. हमें इस कमजोरी और भावनाओं के लिए उनके साथ हमदर्दी रखनी चाहिए."
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