क्या है Text Neck, फोन की वजह से कैसे बिगड़ रहा हमारी स्पाइन का शेप?

आज के दौर में मोबाइल पर निर्भरता लगातार बढ़ रही है. हाल ही में किए गए एक शोध के अनुसार 18 से 44 वर्ष की आयु के 79% लोग लगभग हर समय अपने फोन के साथ रहते हैं. जागने के दौरान दिन में सिर्फ दो घंटे ही बिना फोन के बिताते हैं, लेकिन यह आदत अब एक नई बीमारी का रूप ले चुकी है. इसका नाम है टेक्स्ट नेक. इसके लक्षण सामान्य सिरदर्द और गर्दन दर्द आदि से शुरू होते हैं, लेकिन लापरवाही से यह समस्या विकराल रूप धारण कर लेती है. गर्दन में समस्या से लेकर रीढ़ की हड्डी तक के आकार में बदलाव देखने को मिलता है, जिसके इलाज के लिए सर्जरी तक करानी पड़ सकती है. टेक्स्ट नेक क्या है? सामान्य ​स्थिति में एक व्य​क्ति के सिर का वजन 10-12 पाउंड होता है. सिर के मुड़ने के साथ गर्दन की ओर भार बढ़ता है और वजन की गणना क्रमशः 15°, 30°, 45° और 60° पर 27, 40, 49 और 60 पाउंड की जाती है. ऐसे में जो लोग स्मार्टफोन अक्सर इस्तेमाल करते हैं, वे नीचे की ओर ध्यान केंद्रित करने के लिए नीचे की ओर देखते हैं. सिर को काफी समय तक आगे की ओर रखते हैं, जिससे गर्दन में खिंचाव हो सकता है, जो सर्वाइकल स्पाइन (रीढ़ की हड्डी का ऊपरी हिस्सा) में उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को तेज करता है. कार्यस्थल पर सहज तरीक से काम करने की व्यवस्था न होने, काम के बीच में ब्रेक नहीं लेने, लंबे समय तक एक ही मुद्रा में बैठकर काम करने से यह समस्या हो सकती है. टेक्स्ट नेक के सामान्य लक्षण टेक्स्ट नेक के सामान्य लक्षणों में सिरदर्द, अकड़न, कंधे में दर्द और लगातार गर्दन में दर्द शामिल हैं. समस्या अ​धिक बढ़ने की ​स्थिति में उंगलियों या बांह में झुनझुनी या सुन्नपन महसूस हो सकता है. इससे नसों पर दबाव बनने का संकेत मिलता है.  अनदेखी पड़ सकती है भारी टेक्स्ट नेक को अगर अनदेखा किया जाए और उसका इलाज न किया जाए तो इससे नतीजे बेहद गंभीर हो सकते हैं. रीढ़ की हड्डी का टेढ़ा होना, गठिया का जल्दी शुरू होना, रीढ़ की हड्डी का गलत अलाइनमेंट, रीढ़ की हड्डी का डिजनरेटिव, डिस्क स्पेस का दबाव, डिस्क हर्नियेशन, तंत्रिका या मांसपेशियों को नुकसान, सर्वाइकल लिगामेंट की सूजन, तंत्रिका जलन और रीढ़ की हड्डी के टेढ़ेपन में वृद्धि आदि इसमें शामिल है. कैसे करा सकते हैं इसका इलाज? टेक्स्ट नेक सिंड्रोम के इलाज के लिए फिजियोथेरेपी करानी पड़ती है. वहीं, कुछ एक्सरसाइज भी कारगर साबित होती हैं. हालांकि, लाइफस्टाइल में थोड़ा बदलाव करके भी इस बीमारी से निजात पा सकते हैं. काम करते वक्त सही पोजीशन में बैठें.  स्ट्रेचिंग करें और स्क्रीन टाइम में कमी लाकर टेक्स्ट नेक सिंड्रोम से राहत मिल सकती है.  ये भी पढ़ें: जहरीली शराब पीने के कितनी देर बाद हो जाती है मौत? ये है सबसे बड़ी वजह Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

May 14, 2025 - 16:30
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क्या है Text Neck, फोन की वजह से कैसे बिगड़ रहा हमारी स्पाइन का शेप?

आज के दौर में मोबाइल पर निर्भरता लगातार बढ़ रही है. हाल ही में किए गए एक शोध के अनुसार 18 से 44 वर्ष की आयु के 79% लोग लगभग हर समय अपने फोन के साथ रहते हैं. जागने के दौरान दिन में सिर्फ दो घंटे ही बिना फोन के बिताते हैं, लेकिन यह आदत अब एक नई बीमारी का रूप ले चुकी है. इसका नाम है टेक्स्ट नेक. इसके लक्षण सामान्य सिरदर्द और गर्दन दर्द आदि से शुरू होते हैं, लेकिन लापरवाही से यह समस्या विकराल रूप धारण कर लेती है. गर्दन में समस्या से लेकर रीढ़ की हड्डी तक के आकार में बदलाव देखने को मिलता है, जिसके इलाज के लिए सर्जरी तक करानी पड़ सकती है.

टेक्स्ट नेक क्या है?

सामान्य ​स्थिति में एक व्य​क्ति के सिर का वजन 10-12 पाउंड होता है. सिर के मुड़ने के साथ गर्दन की ओर भार बढ़ता है और वजन की गणना क्रमशः 15°, 30°, 45° और 60° पर 27, 40, 49 और 60 पाउंड की जाती है. ऐसे में जो लोग स्मार्टफोन अक्सर इस्तेमाल करते हैं, वे नीचे की ओर ध्यान केंद्रित करने के लिए नीचे की ओर देखते हैं. सिर को काफी समय तक आगे की ओर रखते हैं, जिससे गर्दन में खिंचाव हो सकता है, जो सर्वाइकल स्पाइन (रीढ़ की हड्डी का ऊपरी हिस्सा) में उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को तेज करता है. कार्यस्थल पर सहज तरीक से काम करने की व्यवस्था न होने, काम के बीच में ब्रेक नहीं लेने, लंबे समय तक एक ही मुद्रा में बैठकर काम करने से यह समस्या हो सकती है.

टेक्स्ट नेक के सामान्य लक्षण

टेक्स्ट नेक के सामान्य लक्षणों में सिरदर्द, अकड़न, कंधे में दर्द और लगातार गर्दन में दर्द शामिल हैं. समस्या अ​धिक बढ़ने की ​स्थिति में उंगलियों या बांह में झुनझुनी या सुन्नपन महसूस हो सकता है. इससे नसों पर दबाव बनने का संकेत मिलता है. 

अनदेखी पड़ सकती है भारी

टेक्स्ट नेक को अगर अनदेखा किया जाए और उसका इलाज न किया जाए तो इससे नतीजे बेहद गंभीर हो सकते हैं. रीढ़ की हड्डी का टेढ़ा होना, गठिया का जल्दी शुरू होना, रीढ़ की हड्डी का गलत अलाइनमेंट, रीढ़ की हड्डी का डिजनरेटिव, डिस्क स्पेस का दबाव, डिस्क हर्नियेशन, तंत्रिका या मांसपेशियों को नुकसान, सर्वाइकल लिगामेंट की सूजन, तंत्रिका जलन और रीढ़ की हड्डी के टेढ़ेपन में वृद्धि आदि इसमें शामिल है.

कैसे करा सकते हैं इसका इलाज?

टेक्स्ट नेक सिंड्रोम के इलाज के लिए फिजियोथेरेपी करानी पड़ती है. वहीं, कुछ एक्सरसाइज भी कारगर साबित होती हैं. हालांकि, लाइफस्टाइल में थोड़ा बदलाव करके भी इस बीमारी से निजात पा सकते हैं. काम करते वक्त सही पोजीशन में बैठें.  स्ट्रेचिंग करें और स्क्रीन टाइम में कमी लाकर टेक्स्ट नेक सिंड्रोम से राहत मिल सकती है. 

ये भी पढ़ें: जहरीली शराब पीने के कितनी देर बाद हो जाती है मौत? ये है सबसे बड़ी वजह

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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