कौन है केली ऑर्टबर्ग? Boeing के CEO बनने के बाद से कर रहे एक के बाद एक चुनौतियों का सामना
Air India Crash: अमेरिकी विमान कंपनी बोइंग के सीईओ केली ऑर्टबर्ग की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. 8 अगस्त, 2024 को बोइंग के चेयरमैन और सीईओ का पद संभालने के बाद वह एक के बाद एक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. बोइंग में अपने शुरुआती नौ महीनों में उन्होंने कंपनी के सामने आई नकदी की समस्या, कर्मचारियों के हड़ताल, सुरक्षा और परिचालन संबंधी समस्याओं का सामना किया. केली पर मुसीबतों का पहाड़ उन्होंने बोइंग के सबसे बड़े ग्राहकों में से एक चीन के खिलाफ अमेरिका के छेड़े गए ट्रेड वॉर को भी संभाला है. ये सारी चीजें एक के बाद एक चल रही रही थीं कि अब अहमदाबाद से लंदन गैटविक के बीच उड़ान भरने वाली फ्लाइट AI171 के दुखद हादसे के बाद केली पर फिर से मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है. 242 लोगों को लेकर अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने जा रही बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के रनवे से महज 1.5 किलोमीटर (0.9 मील) दूर क्रैश हो जाने की खबर के बाद गुरुवार को बोइंग के शेयरों में 5 परसेंट तक की गिरावट आई. बोइंग के सेफ्टी फीचर्स पर उठ रहे सवाल हादसे में 241 की दर्दनाक मौत हो गई है. इसके बाद अब फिर से बोइंग के सेफ्टी फीचर्स को लेकर सवाल उठने लगे हैं. हादसे की वजह की अभी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है, जांच जारी है. फिलहाल, बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की उड़ान बंद होने को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन हादसे के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने सभी 787 ड्रीमलाइनर विमानों की जांच कराने के बारे में सोच रहा है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, एयरोस्पेस कंसल्टेंट रिचर्ड अबौलाफिया ने कहा है, "मुसीबत की घड़ी में हम कितनी तेजी से प्रतिक्रिया करते हैं- इसे देखने का यही सही मौका है. वहां अपनी टीमों को यह समझने के लिए भेजना कि क्या हुआ और वहां मौजूद लोगों को भरोसा दिलाने के लिए मौजूद रहना, जरूरी है क्योंकि कई सारी मौतें होने की बातें सामने आ रही हैं. जांच में इन चीजों पर किया जाएगा फोकस इस घटना से संबंधित सबूत जुटाने और जांच पूरी होने में हफ्तों या महीने लग सकते हैं. इस दौरान आर्टबर्ग के कामकाज और बोइंग के सेफ्टी रिकॉर्ड पर भी फोकस किया जाएगा. बोइंग 11 साल से एयर इंडिया के लिए अपनी सर्विस दे रही है. इसे एयर इंडिया ने सितंबर, 2012 में इसे अपने बेड़े में शामिल किया था. ऐसे में इसकी डिजाइन और बनावट में खामी की संभावना कम है. ऐसे में इंवेस्टिगेटर्स इस बात की जांच करेंगे कि दुर्घटना किस वजह से हुई- क्या इसमें पायलट की गलती थी, मेनटेनेंस ठीक से नहीं किया, विमान से कहीं कोई पक्षी तो नहीं टकराया, ईंधन की क्वॉलिटी कैसी थी जैसे कई पहलूओं पर ध्यान दिया जाएगा. कौन हैं केली आर्टबर्ट? 65 साल के आर्टबर्ग ने 1983 में टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स में बतौर इंजीनियर अपने करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद उन्होंने रॉकवेल कॉलिन्स में कई अहम पदों की जिम्मेदारी संभाली. बाद में कंपनी के यूनाइटेड टेक्नोलॉजीज कॉर्पोरेशन के साथ मर्ज होने के बाद आर्टबर्ग ने दिसंबर 2018 से फरवरी 2020 तक नई बनी कंपनी कॉलिन्स एयरोस्पेस में सीईओ बनाए गए. मार्च 2021 में RTX कॉर्पोरेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के कार्यालय में उन्होंने विशेष सलाहकार के रूप में काम किया. 2019 से 2024 तक बोर्ड मेंबर्स में भी शामिल रहे. उनके पास एयरोस्पेस सेक्टर में 35 सालों से ज्यादा का शानदार अनुभव है. ये भी पढ़ें: 'टीम की मदद पर करेंगे फोकस', एयर इंडिया हादसे के बाद Boeing के CEO ने कैंसिल किया यह प्लान

Air India Crash: अमेरिकी विमान कंपनी बोइंग के सीईओ केली ऑर्टबर्ग की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. 8 अगस्त, 2024 को बोइंग के चेयरमैन और सीईओ का पद संभालने के बाद वह एक के बाद एक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. बोइंग में अपने शुरुआती नौ महीनों में उन्होंने कंपनी के सामने आई नकदी की समस्या, कर्मचारियों के हड़ताल, सुरक्षा और परिचालन संबंधी समस्याओं का सामना किया.
केली पर मुसीबतों का पहाड़
उन्होंने बोइंग के सबसे बड़े ग्राहकों में से एक चीन के खिलाफ अमेरिका के छेड़े गए ट्रेड वॉर को भी संभाला है. ये सारी चीजें एक के बाद एक चल रही रही थीं कि अब अहमदाबाद से लंदन गैटविक के बीच उड़ान भरने वाली फ्लाइट AI171 के दुखद हादसे के बाद केली पर फिर से मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है. 242 लोगों को लेकर अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने जा रही बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के रनवे से महज 1.5 किलोमीटर (0.9 मील) दूर क्रैश हो जाने की खबर के बाद गुरुवार को बोइंग के शेयरों में 5 परसेंट तक की गिरावट आई.
बोइंग के सेफ्टी फीचर्स पर उठ रहे सवाल
हादसे में 241 की दर्दनाक मौत हो गई है. इसके बाद अब फिर से बोइंग के सेफ्टी फीचर्स को लेकर सवाल उठने लगे हैं. हादसे की वजह की अभी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है, जांच जारी है. फिलहाल, बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की उड़ान बंद होने को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन हादसे के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने सभी 787 ड्रीमलाइनर विमानों की जांच कराने के बारे में सोच रहा है.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, एयरोस्पेस कंसल्टेंट रिचर्ड अबौलाफिया ने कहा है, "मुसीबत की घड़ी में हम कितनी तेजी से प्रतिक्रिया करते हैं- इसे देखने का यही सही मौका है. वहां अपनी टीमों को यह समझने के लिए भेजना कि क्या हुआ और वहां मौजूद लोगों को भरोसा दिलाने के लिए मौजूद रहना, जरूरी है क्योंकि कई सारी मौतें होने की बातें सामने आ रही हैं.
जांच में इन चीजों पर किया जाएगा फोकस
इस घटना से संबंधित सबूत जुटाने और जांच पूरी होने में हफ्तों या महीने लग सकते हैं. इस दौरान आर्टबर्ग के कामकाज और बोइंग के सेफ्टी रिकॉर्ड पर भी फोकस किया जाएगा. बोइंग 11 साल से एयर इंडिया के लिए अपनी सर्विस दे रही है. इसे एयर इंडिया ने सितंबर, 2012 में इसे अपने बेड़े में शामिल किया था. ऐसे में इसकी डिजाइन और बनावट में खामी की संभावना कम है. ऐसे में इंवेस्टिगेटर्स इस बात की जांच करेंगे कि दुर्घटना किस वजह से हुई- क्या इसमें पायलट की गलती थी, मेनटेनेंस ठीक से नहीं किया, विमान से कहीं कोई पक्षी तो नहीं टकराया, ईंधन की क्वॉलिटी कैसी थी जैसे कई पहलूओं पर ध्यान दिया जाएगा.
कौन हैं केली आर्टबर्ट?
65 साल के आर्टबर्ग ने 1983 में टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स में बतौर इंजीनियर अपने करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद उन्होंने रॉकवेल कॉलिन्स में कई अहम पदों की जिम्मेदारी संभाली. बाद में कंपनी के यूनाइटेड टेक्नोलॉजीज कॉर्पोरेशन के साथ मर्ज होने के बाद आर्टबर्ग ने दिसंबर 2018 से फरवरी 2020 तक नई बनी कंपनी कॉलिन्स एयरोस्पेस में सीईओ बनाए गए. मार्च 2021 में RTX कॉर्पोरेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के कार्यालय में उन्होंने विशेष सलाहकार के रूप में काम किया. 2019 से 2024 तक बोर्ड मेंबर्स में भी शामिल रहे. उनके पास एयरोस्पेस सेक्टर में 35 सालों से ज्यादा का शानदार अनुभव है.
ये भी पढ़ें:
'टीम की मदद पर करेंगे फोकस', एयर इंडिया हादसे के बाद Boeing के CEO ने कैंसिल किया यह प्लान
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