एलन मस्क ने की नई पहल, आंखों से नहीं दिखने वालों को मिल सकती है राहत
Elon Musk on Blind Vision Implant: जिन लोगों को आखों से दिखाई नहीं देता, उनके लिए ऐलन मस्क ने नई उम्मीद जगाने की कोशिश की है. दरअसल, हाल ही में मस्क ने Y Combinator के साथ एक फायरसाइड चैट में हिस्सा लिया, इस दौरान जब उनसे एक अहम सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि, उनकी कंपनी अब ऐसे इम्प्लांट पर काम कर रही है. जिसके जरिए आंखों से नहीं दिखने वालों की मदद की जा सके. कैसे काम करेगा यह चिप? मस्क के अनुसार, यह चिप सीधे मस्तिष्क के उस हिस्से से जुड़कर काम करेगी, जो दृष्टि को प्रोसेस करता है. शुरुआत में यह तकनीक केवल लो-रेजोल्यूशन विजन उपलब्ध करा पाएगी. समय के साथ इसकी क्षमता बढ़ेगी और यह हाई-रेजोल्यूशन विजन प्रदान करेगी. भविष्य में यह तकनीक इंसानों को अल्ट्रावायलेट देखने की ताकत भी दे सकती है. ये भी पढ़े- बिहार के शख्स की आंख में निकल आया दांत, डॉक्टरों के उड़े होश, कितना दुर्लभ है ये मामला? न्यूरालिंक की प्रगति की यात्रा चार साल पहले, Neuralink ने अपनी “Monkey MindPong” डेमो जारी की थी. इसमें एक बंदर ने केवल दिमाग की शक्ति से वीडियो गेम खेला था. दो साल पहले, कंपनी को अमेरिका के FDA से मानव ट्रायल की मंजूरी मिल गई थी. अब इसका लक्ष्य है पूरा करने की कोशिश की जा रही है. मस्क के पास खास क्या है एलन मस्क की ताकत यह है कि वह अपनी बाकी कंपनियों की मदद से Neuralink को और मजबूत बना सकते हैं. भविष्य में Neuralink उपयोगकर्ताओं के लिए एक बड़ा सहारा बन सकता है. deep learning technology मस्तिष्क और मशीन की बेहतर कनेक्टिविटी में मदद कर सकती है. SpaceX जैसी कंपनी ग्लोबल नेटवर्किंग में सहायक साबित हो सकती है. यही वजह है कि भविष्य में मस्क का ecosystem Neuralink के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है. Neuralink का यह मिशन विज्ञान और तकनीक के इतिहास रच सकता है. अगर यह प्रयोग सफल होता है, तो दृष्टिहीन लोगों को देखने की नई उम्मीद मिलेगी और साथ ही इंसान की क्षमताएं भी कई गुना बढ़ जाएगी. सच कहा जाए तो मस्क की यह खोज सिर्फ नई खोज नहीं, बल्कि मानव जीवन के लिए क्रांति साबित हो सकती है. इसे भी पढ़ें- 6 साल की उम्र में मोटापा और 10 साल की उम्र में डायबिटीज, छोटे-छोटे बच्चों को क्यों हो रहीं लाइफस्टाइल वाली बीमारियां?

Elon Musk on Blind Vision Implant: जिन लोगों को आखों से दिखाई नहीं देता, उनके लिए ऐलन मस्क ने नई उम्मीद जगाने की कोशिश की है. दरअसल, हाल ही में मस्क ने Y Combinator के साथ एक फायरसाइड चैट में हिस्सा लिया, इस दौरान जब उनसे एक अहम सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि, उनकी कंपनी अब ऐसे इम्प्लांट पर काम कर रही है. जिसके जरिए आंखों से नहीं दिखने वालों की मदद की जा सके.
कैसे काम करेगा यह चिप?
- मस्क के अनुसार, यह चिप सीधे मस्तिष्क के उस हिस्से से जुड़कर काम करेगी, जो दृष्टि को प्रोसेस करता है.
- शुरुआत में यह तकनीक केवल लो-रेजोल्यूशन विजन उपलब्ध करा पाएगी.
- समय के साथ इसकी क्षमता बढ़ेगी और यह हाई-रेजोल्यूशन विजन प्रदान करेगी.
- भविष्य में यह तकनीक इंसानों को अल्ट्रावायलेट देखने की ताकत भी दे सकती है.
ये भी पढ़े- बिहार के शख्स की आंख में निकल आया दांत, डॉक्टरों के उड़े होश, कितना दुर्लभ है ये मामला?
न्यूरालिंक की प्रगति की यात्रा
चार साल पहले, Neuralink ने अपनी “Monkey MindPong” डेमो जारी की थी. इसमें एक बंदर ने केवल दिमाग की शक्ति से वीडियो गेम खेला था.
- दो साल पहले, कंपनी को अमेरिका के FDA से मानव ट्रायल की मंजूरी मिल गई थी.
- अब इसका लक्ष्य है पूरा करने की कोशिश की जा रही है.
मस्क के पास खास क्या है
- एलन मस्क की ताकत यह है कि वह अपनी बाकी कंपनियों की मदद से Neuralink को और मजबूत बना सकते हैं.
- भविष्य में Neuralink उपयोगकर्ताओं के लिए एक बड़ा सहारा बन सकता है.
- deep learning technology मस्तिष्क और मशीन की बेहतर कनेक्टिविटी में मदद कर सकती है.
- SpaceX जैसी कंपनी ग्लोबल नेटवर्किंग में सहायक साबित हो सकती है.
- यही वजह है कि भविष्य में मस्क का ecosystem Neuralink के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है.
Neuralink का यह मिशन विज्ञान और तकनीक के इतिहास रच सकता है. अगर यह प्रयोग सफल होता है, तो दृष्टिहीन लोगों को देखने की नई उम्मीद मिलेगी और साथ ही इंसान की क्षमताएं भी कई गुना बढ़ जाएगी. सच कहा जाए तो मस्क की यह खोज सिर्फ नई खोज नहीं, बल्कि मानव जीवन के लिए क्रांति साबित हो सकती है.
इसे भी पढ़ें- 6 साल की उम्र में मोटापा और 10 साल की उम्र में डायबिटीज, छोटे-छोटे बच्चों को क्यों हो रहीं लाइफस्टाइल वाली बीमारियां?
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