इस भारतीय क्रिकेटर के साथ बड़ा हादसा, टूर्नामेंट खेलने जा रहा था तभी ट्रेन में गई जान, मदद के लिए कोई नहीं आया

Vikram Singh indian disabled cricketer died: छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में एक भयावह घटना घटी है. पंजाब के 38 वर्षीय दिव्यांग क्रिकेटर विक्रम सिंह की व्हीलचेयर क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए दिल्ली से ग्वालियर जाते समय कथित तौर पर मौत हो गई. यात्रा के दौरान सिंह की तबीयत अचानक खराब हो गई. उनकी सहायता के लिए कई आपातकालीन कॉल की गई लेकिन समय पर चिकित्सा सहायता नहीं पहुंच पाई. मदद के लिए बार-बार प्रयास किया जा रहा था लेकिन कोई मदद नहीं पहुंची. ट्रेन के मथुरा स्टेशन पहुंचने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई. बुधवार रात ट्रेन में बैठे थे सिंह और उनके साथी बुधवार रात को हज़रत निज़ामुद्दीन स्टेशन से छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में सवार हुए थे. ट्रेन के रवाना होने के कुछ ही समय बाद उन्हें तेज़ दर्द होने लगा और जैसे-जैसे ट्रेन मथुरा के पास पहुंची, उनकी हालत तेज़ी से बिगड़ती गई. नहीं मिली समय पर मदद टीओआई ने रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि सुबह 4:58 बजे रेलवे हेल्पलाइन पर आपातकालीन कॉल की गई, जिसमें तत्काल चिकित्सा सहायता की मांग की गई. कई बार कॉल करने के बावजूद कोई मदद नहीं मिली. ट्रेन करीब 90 मिनट देरी से चल रही थी और आखिरकार सुबह 8:10 बजे मथुरा स्टेशन पहुंची. तब तक सिंह की मौत हो चुकी थी. उनके एक दुखी साथी ने बताया, "वह हमारी आंखों के सामने दर्द से कराह रहे थे. हम मदद के लिए पुकारते रहे, लेकिन कोई नहीं आया."

Jun 7, 2025 - 11:30
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इस भारतीय क्रिकेटर के साथ बड़ा हादसा, टूर्नामेंट खेलने जा रहा था तभी ट्रेन में गई जान, मदद के लिए कोई नहीं आया

Vikram Singh indian disabled cricketer died: छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में एक भयावह घटना घटी है. पंजाब के 38 वर्षीय दिव्यांग क्रिकेटर विक्रम सिंह की व्हीलचेयर क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए दिल्ली से ग्वालियर जाते समय कथित तौर पर मौत हो गई. यात्रा के दौरान सिंह की तबीयत अचानक खराब हो गई. उनकी सहायता के लिए कई आपातकालीन कॉल की गई लेकिन समय पर चिकित्सा सहायता नहीं पहुंच पाई.

मदद के लिए बार-बार प्रयास किया जा रहा था लेकिन कोई मदद नहीं पहुंची. ट्रेन के मथुरा स्टेशन पहुंचने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई.

बुधवार रात ट्रेन में बैठे थे

सिंह और उनके साथी बुधवार रात को हज़रत निज़ामुद्दीन स्टेशन से छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में सवार हुए थे. ट्रेन के रवाना होने के कुछ ही समय बाद उन्हें तेज़ दर्द होने लगा और जैसे-जैसे ट्रेन मथुरा के पास पहुंची, उनकी हालत तेज़ी से बिगड़ती गई.

नहीं मिली समय पर मदद

टीओआई ने रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि सुबह 4:58 बजे रेलवे हेल्पलाइन पर आपातकालीन कॉल की गई, जिसमें तत्काल चिकित्सा सहायता की मांग की गई. कई बार कॉल करने के बावजूद कोई मदद नहीं मिली.

ट्रेन करीब 90 मिनट देरी से चल रही थी और आखिरकार सुबह 8:10 बजे मथुरा स्टेशन पहुंची. तब तक सिंह की मौत हो चुकी थी. उनके एक दुखी साथी ने बताया, "वह हमारी आंखों के सामने दर्द से कराह रहे थे. हम मदद के लिए पुकारते रहे, लेकिन कोई नहीं आया."

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