इन तरीकों से सोएंगे तो आसपास नहीं आएंगी ये दिक्कतें, प्रेग्नेंट महिलाओं को भी होगा फायदा

नींद एक ऐसी चीज है, जो कभी भी और कहीं भी आ सकती है. जैसे ही माैका मिलता है लोग आंख बंदकर लुढ़क जाते हैं या कई तो बैठे ही बैठ खर्राटे भरने लगते हैं. लेकिन क्या सोने का भी कोई प्राॅपर तरीका होता है. अगर इसकी अनदेखी की जाए तो क्या बाॅडी पर कोई नकारात्मक असर पड़ सकता है. आइए कुछ ऐसे ही सवालों के बारे में जानते हैं... किन्हें ध्यान रखने की जरूरत? नींद जरूरी है. अच्छी नींद कई हेल्थ प्राॅब्लम से बचाती है, लेकिन सोना कैसे चाहिए? इसको लेकर लोगों के मन में कई सवाल रहते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर आप युवा हैं. किसी तरह के हेल्थ इश्यूज का सामना नहीं कर रहे हैं. ऐसे में आपको जैसे आराम मिले, सोना चाहिए. यानी सोते समय, जिसमें आपकी बाॅडी कंफर्ट महसूस करे, आप उस तरह से नींद ले सकते हैं. हालांकि, अगर आप किसी तरह की हेल्थ प्राॅब्लम से जूझ रहे हैं. कोई प्री मेडिकल कंडीशन है तो एहतियात बरतने की जरूरत होती है. ​स्लीप एपनिया ​स्लीप एपनिया में सोते समय सांस लेने में दिक्कत महसूस हो सकती है. इस ​कंडीशन में सोते समय व्य​क्ति कुछ समय के लिए सांस लेना बंद कर सकता है. ऐसा एयर वेज ब्लाॅक होने के चलते होता है. इसके लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं. इस ब्लाॅकेज के चलते खर्राटे भी आते हैं. इस दाैरान मुंह ऊपर करके सोने से कंडीशन और खराब हो सकती है. ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट्स करवट लेकर सोने की सलाह देते हैं. ​पीठ के बल सोने से बचना चाहिए. पीठ और गर्दन में दर्द पीठ के बल सोएं. इससे रीढ़ की हड्डी पर दबाव कम पड़ता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो कमर में दर्द होता है तो सीधे लेटना चाहिए. कमरे के नीचे तकिया लगाना चाहिए. एक ही पोजीशन में लेटने से परेशान हो सकते हैं. ऐसे में बायें करवट लेकर कोहनी और घुटने मोड़कर लेटने से आराम मिलता है.  प्रेग्नेंसी में ऐसे सोएं प्रेग्नेंसी के दाैरान सोने की पोजीशन का ध्यान रखना चाहिए. प्रेग्नेंसी के आ​खिरी तीन महीनों में महिलाओं को करवट लेकर सोना चाहिए. दाईं या बाईं, वह किसी भी ओर करवट ले सकती हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स अक्सर बाईं ओर करवट लेकर सोने की सलाह देते हैं. इससे बाॅडी के इंटरनल ऑर्गन पर दबाव नहीं पड़ता. साथ ही, बाॅडी में ब्लड फ्लो बेहतर होता है. नाक बंद अगर नाक बंद है तो एक तरफ करवट लेकर सोना चाहिए. चेहरे पर आता है निखार कुछ रिसर्च में सामने आया है कि पीठ के बल सोना चेहरे के लिए अच्छा होता है. इंफेक्शन भी होगा दूर सर्दी, खांसी, फ्लू की प्राॅब्लम है तो सिर को अपने तकिये से थोड़ा ऊपर उठाकर सोएं. एसिडिटी में ऐसे सोएं एसिडिटी, हार्ट बर्न आदि की समस्या है, तो बाईं तरफ करवट लेकर सोना चाहिए. इससे आराम मिलता है. ये भी पढ़ें: कैसे होता है डीएनए टेस्ट, अहमदाबाद प्लेन क्रैश में बुरी तरह जले हुए शवों की कौन-सी चीज करेगी मदद? Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Jun 14, 2025 - 12:30
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इन तरीकों से सोएंगे तो आसपास नहीं आएंगी ये दिक्कतें, प्रेग्नेंट महिलाओं को भी होगा फायदा

नींद एक ऐसी चीज है, जो कभी भी और कहीं भी आ सकती है. जैसे ही माैका मिलता है लोग आंख बंदकर लुढ़क जाते हैं या कई तो बैठे ही बैठ खर्राटे भरने लगते हैं. लेकिन क्या सोने का भी कोई प्राॅपर तरीका होता है. अगर इसकी अनदेखी की जाए तो क्या बाॅडी पर कोई नकारात्मक असर पड़ सकता है. आइए कुछ ऐसे ही सवालों के बारे में जानते हैं...

किन्हें ध्यान रखने की जरूरत?

नींद जरूरी है. अच्छी नींद कई हेल्थ प्राॅब्लम से बचाती है, लेकिन सोना कैसे चाहिए? इसको लेकर लोगों के मन में कई सवाल रहते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर आप युवा हैं. किसी तरह के हेल्थ इश्यूज का सामना नहीं कर रहे हैं. ऐसे में आपको जैसे आराम मिले, सोना चाहिए. यानी सोते समय, जिसमें आपकी बाॅडी कंफर्ट महसूस करे, आप उस तरह से नींद ले सकते हैं. हालांकि, अगर आप किसी तरह की हेल्थ प्राॅब्लम से जूझ रहे हैं. कोई प्री मेडिकल कंडीशन है तो एहतियात बरतने की जरूरत होती है.

​स्लीप एपनिया

​स्लीप एपनिया में सोते समय सांस लेने में दिक्कत महसूस हो सकती है. इस ​कंडीशन में सोते समय व्य​क्ति कुछ समय के लिए सांस लेना बंद कर सकता है. ऐसा एयर वेज ब्लाॅक होने के चलते होता है. इसके लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं. इस ब्लाॅकेज के चलते खर्राटे भी आते हैं. इस दाैरान मुंह ऊपर करके सोने से कंडीशन और खराब हो सकती है. ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट्स करवट लेकर सोने की सलाह देते हैं. ​पीठ के बल सोने से बचना चाहिए.

पीठ और गर्दन में दर्द

पीठ के बल सोएं. इससे रीढ़ की हड्डी पर दबाव कम पड़ता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो कमर में दर्द होता है तो सीधे लेटना चाहिए. कमरे के नीचे तकिया लगाना चाहिए. एक ही पोजीशन में लेटने से परेशान हो सकते हैं. ऐसे में बायें करवट लेकर कोहनी और घुटने मोड़कर लेटने से आराम मिलता है. 

प्रेग्नेंसी में ऐसे सोएं

प्रेग्नेंसी के दाैरान सोने की पोजीशन का ध्यान रखना चाहिए. प्रेग्नेंसी के आ​खिरी तीन महीनों में महिलाओं को करवट लेकर सोना चाहिए. दाईं या बाईं, वह किसी भी ओर करवट ले सकती हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स अक्सर बाईं ओर करवट लेकर सोने की सलाह देते हैं. इससे बाॅडी के इंटरनल ऑर्गन पर दबाव नहीं पड़ता. साथ ही, बाॅडी में ब्लड फ्लो बेहतर होता है.

नाक बंद

अगर नाक बंद है तो एक तरफ करवट लेकर सोना चाहिए.

चेहरे पर आता है निखार

कुछ रिसर्च में सामने आया है कि पीठ के बल सोना चेहरे के लिए अच्छा होता है.

इंफेक्शन भी होगा दूर

सर्दी, खांसी, फ्लू की प्राॅब्लम है तो सिर को अपने तकिये से थोड़ा ऊपर उठाकर सोएं.

एसिडिटी में ऐसे सोएं

एसिडिटी, हार्ट बर्न आदि की समस्या है, तो बाईं तरफ करवट लेकर सोना चाहिए. इससे आराम मिलता है.

ये भी पढ़ें: कैसे होता है डीएनए टेस्ट, अहमदाबाद प्लेन क्रैश में बुरी तरह जले हुए शवों की कौन-सी चीज करेगी मदद?

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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