Vastu Tips: घर में धन लाभ के लिए कितने मोर पंख रखने चाहिए ?

Vastu Tips: शास्त्रों के अनुसार प्रकृति और उससे जुड़ी वस्तुओं की पूजा का मानव जीवन में विशेष महत्व है. स्वयं देवी-देवताओं ने प्रकृति को सर्वोच्च स्थान देकर उसका आभार जताने और उसकी पूजा का महत्व बताया है.  कुदरत से जुड़ी कुछ शुभ वस्तुओं को देवी देवता स्वयं धारण करते हैं और इन वस्तुओं का सामिप्य मानव जीवन के लिए भी बड़ा शुभ बताया गया है. मोरपंख है श्रीकृष्ण को प्रिय प्रकृति से जुड़ी ऐसी ही एक चीज जो भगवान श्रीकृष्ण को प्रिय है और वे स्वयं इसको धारण करते हैं. यदुकुलश्रेष्ठ श्रीकृष्ण मोरपंख को अपनो सिर पर धारण करते हैं और मोरपंख उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा है लेकिन मोरपंख को घर में रख लेने मात्र से कई समस्याओं का समाधान हो सकता है. घर का वास्तुदोष दूर हो सकता है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि और धन-संपदा आ सकती है. मोरपंख से आती है दांपत्य जीवन में खुशहाली घर में दो मोरपंख एकसाथ अपने पूजाघर में रखने से दांपत्य जीवन से जुड़ी समस्याओं का अंत होता है और रिश्तों में मधुरता आती है. यदि प्रकृति के पंचतत्वों को अनुपात घर में सही नहीं हो और नकारात्मक ऊर्जा का घर में प्रवाह हो रहा हो तो घर के पूजास्थल पर 5 मोरपंख रखें. इस कार्य से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मक ऊर्जा से घर आनंदित हो जाता है. मोरपंख से वास्तुदोष का भी निवारण होता है. यदि आपके घर का मुख्यद्वार शुभ कोण या दिशा जैसे पूर्व, उत्तर या ईशान दिशा में नहीं है या मुख्य द्वार पर किसी और प्रकार का वास्तुदोष है तो मुख्य. द्वार की चौखट के ऊपर बैठी हुई मुद्रा में गणेश जी स्थापित करें और उनके ऊपर तीन मोरपंख लगाएं. इस कार्य से मुख्यद्वार के वास्तुदोष का प्रभाव काफी कम हो जाता है. 7 या 9 मोरपंखी से बना हुआ गोल पंखा किसी भी मास के शुक्ल पक्ष में पूजास्थल पर रख दें और एक सप्ताह बाद उसको शयनकक्ष में बेड के पीछे की दीवार पर लगा दें. इस उपाय से पारिवारिक जिंदगी काफी खुशहाल हो जाएगी. मोरपंख बीमारी में भी है कारगर मोरपंख बीमारी से निपटने में भी काफी कारगर है. सभी तरह के उपायों के बाद भी यदि बीमारी पीछा नहीं छोड़ रही है तो बीमारी से संबंधित कागताज के बीच में मोरपंख रख दें. जल्द ही इसके बेहतर परिणाम दिखाई देंगे. घर के ड्राइंग रूम या डाइनिंग रूम में 11, 15 या इससे ज्यादा मोरपंख एकसाथ लगाने से परिवार के सदस्यों के बीच आपसी सामंजस्य अच्छा होता है और स्नेह बना रहता है. मोरपंख घर के स्वच्छ और बेहतर वातावरण प्रदान करने में भी सहायक है. जिस जगह पर मोरपंख लगा हो उस जगह के आसपास कीड़े-मकोड़े नहीं रहते हैं. धन की समस्या के समादान के लिए आग्नेय कोण में कम के कम 5 फीट की उंचाई पर दो मोरपंखी शुक्ल पक्ष में लगायें, धन से जुड़ी समस्या का समाधान होगा. मोरपंख के कुछ सावधानी बरतना भी जरूरी है. कभी भी घर में खंडित मोरपंख का उपयोग ना करें, इससे सही परिणाम नहीं मिल पाएंगे. Kuldevi Puja: कौन होते हैं कुलदेवी-देवता ? इनकी पूजा न करने पर परिवार को भुगतने पड़ते हैं ये परिणाम Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

May 26, 2025 - 19:30
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Vastu Tips: घर में धन लाभ के लिए कितने मोर पंख रखने चाहिए ?

Vastu Tips: शास्त्रों के अनुसार प्रकृति और उससे जुड़ी वस्तुओं की पूजा का मानव जीवन में विशेष महत्व है. स्वयं देवी-देवताओं ने प्रकृति को सर्वोच्च स्थान देकर उसका आभार जताने और उसकी पूजा का महत्व बताया है.

 कुदरत से जुड़ी कुछ शुभ वस्तुओं को देवी देवता स्वयं धारण करते हैं और इन वस्तुओं का सामिप्य मानव जीवन के लिए भी बड़ा शुभ बताया गया है.

मोरपंख है श्रीकृष्ण को प्रिय

प्रकृति से जुड़ी ऐसी ही एक चीज जो भगवान श्रीकृष्ण को प्रिय है और वे स्वयं इसको धारण करते हैं. यदुकुलश्रेष्ठ श्रीकृष्ण मोरपंख को अपनो सिर पर धारण करते हैं और मोरपंख उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा है लेकिन मोरपंख को घर में रख लेने मात्र से कई समस्याओं का समाधान हो सकता है. घर का वास्तुदोष दूर हो सकता है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि और धन-संपदा आ सकती है.

मोरपंख से आती है दांपत्य जीवन में खुशहाली

घर में दो मोरपंख एकसाथ अपने पूजाघर में रखने से दांपत्य जीवन से जुड़ी समस्याओं का अंत होता है और रिश्तों में मधुरता आती है. यदि प्रकृति के पंचतत्वों को अनुपात घर में सही नहीं हो और नकारात्मक ऊर्जा का घर में प्रवाह हो रहा हो तो घर के पूजास्थल पर 5 मोरपंख रखें. इस कार्य से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मक ऊर्जा से घर आनंदित हो जाता है.

मोरपंख से वास्तुदोष का भी निवारण होता है. यदि आपके घर का मुख्यद्वार शुभ कोण या दिशा जैसे पूर्व, उत्तर या ईशान दिशा में नहीं है या मुख्य द्वार पर किसी और प्रकार का वास्तुदोष है तो मुख्य. द्वार की चौखट के ऊपर बैठी हुई मुद्रा में गणेश जी स्थापित करें और उनके ऊपर तीन मोरपंख लगाएं.

इस कार्य से मुख्यद्वार के वास्तुदोष का प्रभाव काफी कम हो जाता है. 7 या 9 मोरपंखी से बना हुआ गोल पंखा किसी भी मास के शुक्ल पक्ष में पूजास्थल पर रख दें और एक सप्ताह बाद उसको शयनकक्ष में बेड के पीछे की दीवार पर लगा दें. इस उपाय से पारिवारिक जिंदगी काफी खुशहाल हो जाएगी.

मोरपंख बीमारी में भी है कारगर

मोरपंख बीमारी से निपटने में भी काफी कारगर है. सभी तरह के उपायों के बाद भी यदि बीमारी पीछा नहीं छोड़ रही है तो बीमारी से संबंधित कागताज के बीच में मोरपंख रख दें. जल्द ही इसके बेहतर परिणाम दिखाई देंगे. घर के ड्राइंग रूम या डाइनिंग रूम में 11, 15 या इससे ज्यादा मोरपंख एकसाथ लगाने से परिवार के सदस्यों के बीच आपसी सामंजस्य अच्छा होता है और स्नेह बना रहता है.

मोरपंख घर के स्वच्छ और बेहतर वातावरण प्रदान करने में भी सहायक है. जिस जगह पर मोरपंख लगा हो उस जगह के आसपास कीड़े-मकोड़े नहीं रहते हैं.

धन की समस्या के समादान के लिए आग्नेय कोण में कम के कम 5 फीट की उंचाई पर दो मोरपंखी शुक्ल पक्ष में लगायें, धन से जुड़ी समस्या का समाधान होगा. मोरपंख के कुछ सावधानी बरतना भी जरूरी है. कभी भी घर में खंडित मोरपंख का उपयोग ना करें, इससे सही परिणाम नहीं मिल पाएंगे.

Kuldevi Puja: कौन होते हैं कुलदेवी-देवता ? इनकी पूजा न करने पर परिवार को भुगतने पड़ते हैं ये परिणाम

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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