Surya Gochar 2025: 15 जून को सूर्य का मिथुन में गोचर, गुरु आदित्य राजयोग से इन 5 राशियों की चमकेगी किस्मत!

15 जून 2025 को सूर्य वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करने वाले हैं. इस खगोलीय घटना को मिथुन संक्रांति कहा जाता है. लेकिन इस बार सूर्य का गोचर बेहद खास है, क्योंकि मिथुन में पहले से ही बुध और गुरु (बृहस्पति) विराजमान हैं. इस त्रिग्रही मिलन से एक प्रभावशाली योग बन रहा है, जिसे गुरु आदित्य राजयोग कहा जाता है. यह योग कुछ राशियों के लिए सौभाग्य, सफलता और सम्मान का अद्भुत द्वार खोल सकता है. आइए जानते हैं किन 5 राशियों के लिए ये गोचर और राजयोग बेहद शुभ साबित होने वाला है. सूर्य गोचर की ज्योतिषीय विशेषताएं तिथि: 15 जून 2025, रविवार राशि परिवर्तन: वृषभ से मिथुन संक्रांति नाम: मिथुन संक्रांति विशेष योग: सूर्य + गुरु + बुध = त्रिग्रही योग प्रमुख योग: गुरु आदित्य राजयोग गुरु की स्थिति: मिथुन राशि में 12 वर्षों बाद प्रभाव अवधि: 15 जुलाई 2025 तक इन 5 राशियों पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर 1- मिथुन राशि: आत्मविश्वास और सफलता का समय आपकी ही राशि में यह त्रिग्रही योग बन रहा है. यह समय आपको- नेतृत्व क्षमता में उन्नति बिजनेस में सफलता प्रॉपर्टी या निवेश से लाभ ये राजयोग सम्मान, पैसा और प्रसिद्धि देने वाला होगा 2- सिंह राशि: आर्थिक लाभ और करियर ग्रोथ सूर्य आपके एकादश भाव में प्रवेश करेंगे जो आय, लाभ और नेटवर्किंग से जुड़ा है. इस गोचर से- अटका हुआ पैसा वापस मिल सकता है प्रमोशन या नई नौकरी के अवसर बन सकते हैं उच्च पदस्थ लोगों से सहयोग मिलेगा यह समय वित्तीय उन्नति के लिए अत्यंत अनुकूल है. 3- तुला राशि: भाग्य का साथ और नए अवसर. सूर्य का गोचर नवम भाव में हो रहा है, जो भाग्य और धर्म का प्रतिनिधित्व करता है- विदेश यात्रा के योग उच्च शिक्षा में सफलता आध्यात्मिक उन्नति और करियर ग्रोथ आपके लिए यह गोचर लाइफ टर्निंग पॉइंट जैसा हो सकता है. 4- कुंभ राशि: संतान सुख और रचनात्मक उन्नति. पंचम भाव में सूर्य के गोचर से जुड़ी संभावनाएं- संतान पक्ष से शुभ समाचार शिक्षा में सफलता प्रेम संबंधों में मधुरता अचानक धन लाभ के संकेत यह समय विद्यार्थियों और क्रिएटिव फील्ड वालों के लिए उत्तम फलदायी है. 5- धनु राशि: वैवाहिक जीवन और साझेदारी में लाभ. सप्तम भाव का सूर्य जीवनसाथी और व्यापारिक भागीदारी पर असर डालता है- विवाह योग्य जातकों के लिए शुभ संकेत व्यापार में साझेदारी से लाभ नौकरी में स्थानांतरण और पदोन्नति यह गोचर आपके रिलेशनशिप और प्रोफेशन दोनों में मजबूती लाएगा. गुरु आदित्य राजयोग क्या है?जब सूर्य और बृहस्पति एक ही राशि में एक साथ स्थित हों, विशेषकर शुभ दृष्टियों के साथ, तो यह योग 'गुरु-आदित्य राजयोग' कहलाता है. यह योग व्यक्ति को राजसी वैभव, नेतृत्व, सम्मान, और उच्च पद दिला सकता है. शास्त्रों में इसे सर्वश्रेष्ठ योगों में गिना गया है. क्या करें इस दौरान? सूर्य मंत्र का जाप करें-ॐ घृणि: सूर्याय नमः तांबे का दान करें नकारात्मकता से बचने के लिए जल से अर्घ्य दें हनुमान चालीसा पढ़ें (सूर्य से जुड़े उपायों में प्रभावी)

Jun 11, 2025 - 23:30
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Surya Gochar 2025: 15 जून को सूर्य का मिथुन में गोचर, गुरु आदित्य राजयोग से इन 5 राशियों की चमकेगी किस्मत!

15 जून 2025 को सूर्य वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करने वाले हैं. इस खगोलीय घटना को मिथुन संक्रांति कहा जाता है. लेकिन इस बार सूर्य का गोचर बेहद खास है, क्योंकि मिथुन में पहले से ही बुध और गुरु (बृहस्पति) विराजमान हैं. इस त्रिग्रही मिलन से एक प्रभावशाली योग बन रहा है, जिसे गुरु आदित्य राजयोग कहा जाता है.

यह योग कुछ राशियों के लिए सौभाग्य, सफलता और सम्मान का अद्भुत द्वार खोल सकता है. आइए जानते हैं किन 5 राशियों के लिए ये गोचर और राजयोग बेहद शुभ साबित होने वाला है.

सूर्य गोचर की ज्योतिषीय विशेषताएं

  • तिथि: 15 जून 2025, रविवार
  • राशि परिवर्तन: वृषभ से मिथुन
  • संक्रांति नाम: मिथुन संक्रांति
  • विशेष योग: सूर्य + गुरु + बुध = त्रिग्रही योग
  • प्रमुख योग: गुरु आदित्य राजयोग
  • गुरु की स्थिति: मिथुन राशि में 12 वर्षों बाद
  • प्रभाव अवधि: 15 जुलाई 2025 तक

इन 5 राशियों पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर

1- मिथुन राशि: आत्मविश्वास और सफलता का समय आपकी ही राशि में यह त्रिग्रही योग बन रहा है. यह समय आपको-

  • नेतृत्व क्षमता में उन्नति
  • बिजनेस में सफलता
  • प्रॉपर्टी या निवेश से लाभ
  • ये राजयोग सम्मान, पैसा और प्रसिद्धि देने वाला होगा

2- सिंह राशि: आर्थिक लाभ और करियर ग्रोथ सूर्य आपके एकादश भाव में प्रवेश करेंगे जो आय, लाभ और नेटवर्किंग से जुड़ा है. इस गोचर से-

  • अटका हुआ पैसा वापस मिल सकता है
  • प्रमोशन या नई नौकरी के अवसर बन सकते हैं
  • उच्च पदस्थ लोगों से सहयोग मिलेगा
  • यह समय वित्तीय उन्नति के लिए अत्यंत अनुकूल है.

3- तुला राशि: भाग्य का साथ और नए अवसर. सूर्य का गोचर नवम भाव में हो रहा है, जो भाग्य और धर्म का प्रतिनिधित्व करता है-

  • विदेश यात्रा के योग
  • उच्च शिक्षा में सफलता
  • आध्यात्मिक उन्नति और करियर ग्रोथ
  • आपके लिए यह गोचर लाइफ टर्निंग पॉइंट जैसा हो सकता है.

4- कुंभ राशि: संतान सुख और रचनात्मक उन्नति. पंचम भाव में सूर्य के गोचर से जुड़ी संभावनाएं-

  • संतान पक्ष से शुभ समाचार
  • शिक्षा में सफलता
  • प्रेम संबंधों में मधुरता
  • अचानक धन लाभ के संकेत
  • यह समय विद्यार्थियों और क्रिएटिव फील्ड वालों के लिए उत्तम फलदायी है.

5- धनु राशि: वैवाहिक जीवन और साझेदारी में लाभ. सप्तम भाव का सूर्य जीवनसाथी और व्यापारिक भागीदारी पर असर डालता है-

  • विवाह योग्य जातकों के लिए शुभ संकेत
  • व्यापार में साझेदारी से लाभ
  • नौकरी में स्थानांतरण और पदोन्नति
  • यह गोचर आपके रिलेशनशिप और प्रोफेशन दोनों में मजबूती लाएगा.

गुरु आदित्य राजयोग क्या है?
जब सूर्य और बृहस्पति एक ही राशि में एक साथ स्थित हों, विशेषकर शुभ दृष्टियों के साथ, तो यह योग 'गुरु-आदित्य राजयोग' कहलाता है. यह योग व्यक्ति को राजसी वैभव, नेतृत्व, सम्मान, और उच्च पद दिला सकता है. शास्त्रों में इसे सर्वश्रेष्ठ योगों में गिना गया है.

क्या करें इस दौरान?

  • सूर्य मंत्र का जाप करें-ॐ घृणि: सूर्याय नमः
  • तांबे का दान करें
  • नकारात्मकता से बचने के लिए जल से अर्घ्य दें
  • हनुमान चालीसा पढ़ें (सूर्य से जुड़े उपायों में प्रभावी)

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