S-400 और आकाशतीर PAK को पहले ही डरा रहे, अब 30 हजार करोड़ में भारत बना रहा QRSAM मिसाइल सिस्टम

QRSAM Missile India: भारतीय सेना को जल्द ही एक नया और शक्तिशाली मिसाइल सिस्टम मिलने वाला है. सरकार इसके लिए करीब 30,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी. यह फैसला जल्द ही रक्षा मंत्रालय द्वारा लिया जा सकता है.  जल्द मिल सकती है मंजूरी इस सिस्टम का नाम है क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-एयर मिसाइल (QRSAM). यह पूरी तरह भारत में बना है और इसे सेना की वायु रक्षा यूनिट में शामिल किया जाएगा. यह मिसाइल सिस्टम खासतौर पर पश्चिमी और उत्तरी सीमाओं पर तैनात होगा. रक्षा मंत्रालय की एक बैठक जून के चौथे हफ्ते में होनी है, जिसमें इस योजना को मंजूरी दी जा सकती है. इससे भारत का डिफेंस सिस्टम और ज्यादा मजबूत होगा.  क्या है QRSAM? यह मिसाइल सिस्टम बहुत तेजी से काम करता है. यह चलते समय भी दुश्मन के ड्रोन या विमानों को खोज सकता है, ट्रैक कर सकता है और हमला भी कर सकता है. इसकी मारक दूरी करीब 30 किलोमीटर है. यह पहले से मौजूद आकाश और MRSAM जैसे सिस्टम के साथ मिलकर दुश्मनों को जवाब देगा.  ऑपरेशन सिंदूर में दिखी भारतीय ताकत 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने 6-7 मई की रात पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों के तबाह करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया था. इसके बाद पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन, मिसाइल से अटैक किया, लेकिन भारतीय सेना ने इन्हें सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया. भारतीय सेना की L-70 और Zu-23 गनों, साथ ही वायुसेना के स्पाइडर और S-400 सुदर्शन सिस्टम ने मिलकर इन हमलों को रोका.  और भी सिस्टम होंगे शामिल सेना को जल्द ही नई रडार मशीनें, छोटे रेंज की मिसाइलें, जैमर और लेजर सिस्टम भी मिलने वाले हैं, ताकि तुर्की और चीन जैसे देशों से आने वाले ड्रोन खतरों से आसानी से निपटा जा सके. ये भी पढ़ें- सोनम रघुवंशी को मेघालय लेकर जा रही पुलिस, गाड़ी में ही हिंदी-अंग्रेजी में हो रहे सवाल, लेकिन....' | Top Updates

Jun 10, 2025 - 10:30
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S-400 और आकाशतीर PAK को पहले ही डरा रहे, अब 30 हजार करोड़ में भारत बना रहा QRSAM मिसाइल सिस्टम

QRSAM Missile India: भारतीय सेना को जल्द ही एक नया और शक्तिशाली मिसाइल सिस्टम मिलने वाला है. सरकार इसके लिए करीब 30,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी. यह फैसला जल्द ही रक्षा मंत्रालय द्वारा लिया जा सकता है. 

जल्द मिल सकती है मंजूरी

इस सिस्टम का नाम है क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-एयर मिसाइल (QRSAM). यह पूरी तरह भारत में बना है और इसे सेना की वायु रक्षा यूनिट में शामिल किया जाएगा. यह मिसाइल सिस्टम खासतौर पर पश्चिमी और उत्तरी सीमाओं पर तैनात होगा. रक्षा मंत्रालय की एक बैठक जून के चौथे हफ्ते में होनी है, जिसमें इस योजना को मंजूरी दी जा सकती है. इससे भारत का डिफेंस सिस्टम और ज्यादा मजबूत होगा. 

क्या है QRSAM?

यह मिसाइल सिस्टम बहुत तेजी से काम करता है. यह चलते समय भी दुश्मन के ड्रोन या विमानों को खोज सकता है, ट्रैक कर सकता है और हमला भी कर सकता है. इसकी मारक दूरी करीब 30 किलोमीटर है. यह पहले से मौजूद आकाश और MRSAM जैसे सिस्टम के साथ मिलकर दुश्मनों को जवाब देगा. 

ऑपरेशन सिंदूर में दिखी भारतीय ताकत

22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने 6-7 मई की रात पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों के तबाह करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया था. इसके बाद पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन, मिसाइल से अटैक किया, लेकिन भारतीय सेना ने इन्हें सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया. भारतीय सेना की L-70 और Zu-23 गनों, साथ ही वायुसेना के स्पाइडर और S-400 सुदर्शन सिस्टम ने मिलकर इन हमलों को रोका. 

और भी सिस्टम होंगे शामिल

सेना को जल्द ही नई रडार मशीनें, छोटे रेंज की मिसाइलें, जैमर और लेजर सिस्टम भी मिलने वाले हैं, ताकि तुर्की और चीन जैसे देशों से आने वाले ड्रोन खतरों से आसानी से निपटा जा सके.

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सोनम रघुवंशी को मेघालय लेकर जा रही पुलिस, गाड़ी में ही हिंदी-अंग्रेजी में हो रहे सवाल, लेकिन....' | Top Updates

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