‘RSS की विचारधारा देश के...’, भाजपा नेता ने कांग्रेस की आलोचना का दिया जवाब
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शुक्रवार (15 अगस्त, 2025) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में आरएसएस की प्रशंसा करने की कांग्रेस की आलोचना को खारिज कर दिया. इसके साथ ही पार्टी ने कहा कि हिंदुत्ववादी संगठन की विचारधारा आज भारत के लोक विमर्श को आकार दे रही है. भाजपा के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने याद दिलाया कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1963 में गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को आमंत्रित किया था और इसे देशभक्तों का संगठन बताया था. जयराम रमेश ने पीएम मोदी के बयान पर दी प्रतिक्रिया वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश की आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आरएसएस के 100 वर्ष पूरे होने पर, यह उचित है कि प्रधानमंत्री मोदी लाल किले से इसका उल्लेख करें. आज आरएसएस की विचारधारा भारत के लोक विमर्श को आकार दे रही है, जबकि कांग्रेस न केवल हमारे समय की वास्तविकताओं से, बल्कि नेहरू से भी अलग-थलग है.’’ RSS के 100 साल पूरे होने पर पीएम मोदी ने अपने भाषण में किया जिक्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 100 साल पूरे होने का उल्लेख किया और कहा कि इस संगठन की राष्ट्रसेवा की यात्रा पर देश गर्व करता है. उन्होंने यह भी कहा कि आरएसएस दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ है और यह प्रेरणा देता रहेगा. कांग्रेस और माकपा ने RSS की तारीफ को धर्मनिरपेक्षता का उल्लंघन बताया कांग्रेस ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आरएसएस की तारीफ करके संवैधानिक और धर्मनिरपेक्ष गणराज्य की भावना का उल्लंघन किया है और आरएसएस को खुश करने की कोशिश की है. आरएसएस की तारीफ करने को लेकर कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधा. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, ‘‘आज प्रधानमंत्री के भाषण का सबसे परेशान करने वाला पहलू लाल किले की प्राचीर से आरएसएस का नाम लेना था, जो एक संवैधानिक, धर्मनिरपेक्ष गणराज्य की भावना का घोर उल्लंघन है.’’ वहीं, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तारीफ कर देश की आजादी के लिए शहीद होने वालों की स्मृति का अपमान किया है. यह भी पढ़ेंः Kishtwar Cloudburst: खिलौनों की तरह बहा कैंप-गाड़ियां-घर... किश्तवाड़ में बादल फटने से कैसे आई तबाही की बाढ़? वीडियो वायरल

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शुक्रवार (15 अगस्त, 2025) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में आरएसएस की प्रशंसा करने की कांग्रेस की आलोचना को खारिज कर दिया. इसके साथ ही पार्टी ने कहा कि हिंदुत्ववादी संगठन की विचारधारा आज भारत के लोक विमर्श को आकार दे रही है.
भाजपा के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने याद दिलाया कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1963 में गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को आमंत्रित किया था और इसे देशभक्तों का संगठन बताया था.
जयराम रमेश ने पीएम मोदी के बयान पर दी प्रतिक्रिया
वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश की आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आरएसएस के 100 वर्ष पूरे होने पर, यह उचित है कि प्रधानमंत्री मोदी लाल किले से इसका उल्लेख करें. आज आरएसएस की विचारधारा भारत के लोक विमर्श को आकार दे रही है, जबकि कांग्रेस न केवल हमारे समय की वास्तविकताओं से, बल्कि नेहरू से भी अलग-थलग है.’’
RSS के 100 साल पूरे होने पर पीएम मोदी ने अपने भाषण में किया जिक्र
मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 100 साल पूरे होने का उल्लेख किया और कहा कि इस संगठन की राष्ट्रसेवा की यात्रा पर देश गर्व करता है. उन्होंने यह भी कहा कि आरएसएस दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ है और यह प्रेरणा देता रहेगा.
कांग्रेस और माकपा ने RSS की तारीफ को धर्मनिरपेक्षता का उल्लंघन बताया
कांग्रेस ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आरएसएस की तारीफ करके संवैधानिक और धर्मनिरपेक्ष गणराज्य की भावना का उल्लंघन किया है और आरएसएस को खुश करने की कोशिश की है. आरएसएस की तारीफ करने को लेकर कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधा.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, ‘‘आज प्रधानमंत्री के भाषण का सबसे परेशान करने वाला पहलू लाल किले की प्राचीर से आरएसएस का नाम लेना था, जो एक संवैधानिक, धर्मनिरपेक्ष गणराज्य की भावना का घोर उल्लंघन है.’’
वहीं, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तारीफ कर देश की आजादी के लिए शहीद होने वालों की स्मृति का अपमान किया है.
What's Your Reaction?






